अमरावती, 14 अगस्त (आईएएनएस)। तेलुगुदेशम् पार्टी (टीडीपी) के राष्ट्रीय महासचिव नारा लोकेश ने वादा किया है कि अगर पार्टी सत्ता में आई तो तीन साल के भीतर अमरावती में राज्य की राजधानी का विकास पूरा कर लेगी।
अपनी युवा गलाम पदयात्रा के दौरान गुंटूर जिले के ताड़ीकोंडा में अमरावती राजधानी क्षेत्र के किसानों के साथ बातचीत में लोकेश ने कहा कि अमरावती लोगों की राजधानी बनी रहेगी।
युवा नेता ने लोगों को यह भी आश्वासन दिया कि आने वाली टीडीपी सरकार तीन साल की इसी अवधि के भीतर दिखाएगी कि विकास का विकेंद्रीकरण क्या होता है।
वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) सरकार ने 2019 में सत्ता में आने के बाद घोषणा की कि वह विकेंद्रीकरण सुनिश्चित करने के लिए तीन राजधानियां (विशाखापत्तनम, कुरनूल और अमरावती) बनाएगी।
अमरावती क्षेत्र के किसान, जिन्होंने पूंजी विकास के लिए टीडीपी के पहले शासन के दौरान अपनी जमीनें दी थीं, राज्य की राजधानी के प्रस्तावित विभाजन का विरोध कर रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि अमरावती को एकमात्र राजधानी के रूप में विकसित किया जाए।
लोकेश ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने राज्य के पांच करोड़ लोगों का भविष्य पूरी तरह चौपट कर दिया है। अमरावती के किसानों ने इन पांच करोड़ लोगों की प्रगति को ध्यान में रखते हुए अपनी जमीन का बलिदान दिया है।
जगन मोहन रेड्डी को “मनोरोगी” कहते हुए उन्होंने कहा कि राज्य का भविष्य तभी बन सकता है जब वह अगले साल के विधानसभा चुनाव में हार जाएं।
लोकेश ने टिप्पणी की, ”यह अमरावती का अफसोस नहीं बल्कि राज्य का क्रोध है।”
टीडीपी नेता ने स्पष्ट किया कि अमरावती के किसानों को परेशानी में डालने वाले सभी लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।
टीडीपी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू के बेटे लोकेश ने कहा कि किसानों के लिए परेशानी पैदा करने वाले सभी लोगों के खिलाफ न्यायिक जांच की जाएगी और यदि आवश्यक हुआ तो उन्हें सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।
पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि जगन, जिन्होंने विपक्ष में रहते हुए अमरावती का राजधानी के रूप में स्वागत किया था, अब जाति और धर्म के नाम पर जहर उगल रहे हैं।
राज्यव्यापी पदयात्रा पर निकले लोकेश गुंटूर जिले से गुजर रहे हैं।
‘युवा गलाम’ (युवाओं की आवाज) शीर्षक से चार हजार किलोमीटर की पदयात्रा 27 जनवरी को शुरू हुई थी।
वह अब तक 2,400 किमी से अधिक की दूरी तय कर चुके हैं।
–आईएएनएस
एकेजे