अमरावती, 22 मार्च (आईएएनएस)। तेलुगु देशम पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए 13 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं, साथ ही पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए भी 11 और नामों का ऐलान कर दिया है।
विधानसभा के लिए अपनी तीसरी सूची में पार्टी ने कुल 139 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है। पार्टी अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू ने पांच विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा को लंबित रखा है।
जन सेना और बीजेपी के साथ गठबंधन करने वाली टीडीपी प्रदेश की कुल 175 विधानसभा सीटों में से 144 पर चुनाव लड़ रही है, वहीं दूसरी तरफ 25 लोकसभा सीटों में से 17 पर लड़ रही है।
इससे पहले, टीडीपी ने 24 फरवरी और 11 मार्च को जारी की गई सूची में कुल 128 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया था।
पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए भी उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। हालांकि, अभी चार लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान बाकी है।
श्रीकाकुलम लोकसभा सीट के लिए टीडीपी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री किंजरापु येर्रानायडू के बेटे और मौजूदा सांसद किंजरापु राम मोहन नायडू को बरकरार रखा है। विजयवाड़ा से टीडीपी के उम्मीदवार केसिनेनी शिवनाथ होंगे।
वहीं, उनके भाई केसिनेनी श्रीनिवास वायएसआर कांग्रेस की पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं।
बता दें कि इससे पहले वो टीडीपी के टिकट पर 2019 का लोकसभा चुनाव लड़े थे। पार्टी द्वारा उन्हें हटाए जाने के उन्होंने अपनी वफादारी बदल ली।
गुंटूर लोकसभा सीट से टीडीपी ने डी. पेम्मासानी चन्द्रशेखर को चुनावी मैदान में उतारने का ऐलान किया है। मौजूदा सांसद गल्ला जयदेव ने राजनीति से दूर रहने का फैसला किया है।
टीडीपी ने मथुकुमिल्ली भारत को विशाखापट्नम से चुनावी मैदान में उतारने का फैसला किया है। वह पिछली बार वाईएसआरसीपी के एमवीवी सत्यनारायण से मामूली अंतर से हार गए थे।
अन्य लोकसभा उम्मीदवार गंती हरीश मधुर (अमलापुरम), पुट्टा महेश यादव (एलुरु), लावु श्री कृष्ण देवरायलू (नरसारावपेट), टी. कृष्णा प्रसाद (बापटला), वेमिरेड्डी प्रभाकर रेड्डी (नेल्लोर), दग्गुमल्ला प्रसाद राव (चित्तूर), बालुसुपति नागराजू (कुर्नूल), ब्रेडेड्डी शबरी (नंदयाल) और बी.के. पार्थसारथी (हिंदूपुर) हैं।
एन चंद्रबाबू नायडू ने इस बात को फिर से दोहराया कि टीडीपी ने प्रदेश के हितों को ध्यान में रखते हुए एनडीए में शामिल होने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में पार्टी उसी को चुनावी मैदान में उतारेगी जो संसद में प्रदेश के हित को लेकर अपनी आवाज बुलंद कर सकेंगे। उन्होंने लोगों से अपने नेताओं के लिए समर्थन की मांग की।
–आईएएनएस
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