नई दिल्ली, 4 मार्च (आईएएनएस)। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने एक चीनी महिला में बर्ड फ्लू के मामले की पुष्टि की है। डब्लूएचओ के अनुसार, मरीज जिआंगसु प्रांत की एक 53 वर्षीय महिला है, जिसका पोल्ट्री (कुक्कुट) के साथ संपर्क का इतिहास रहा है। महिला के लक्षण 31 जनवरी को शुरू हुए और उसे 4 फरवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया। डेनियल एपस्टीन ने कहा कि चीन ने 24 फरवरी को मामले की जानकारी डब्ल्यूएचओ को दी।
डब्ल्यूएचओ ने एक हालिया रिपोर्ट में कहा कि यह मामला कंबोडिया में एक 11 वर्षीय लड़की की एवियन इन्फ्लूएंजा ए (एच5एन1) वायरस से मौत के बाद आया है। जबिक की उसके संक्रमित पिता अस्पताल में आइसोलेशन में हैं, वहीं 11 अन्य करीबी संपर्कों ने नकारात्मक परीक्षण किया है।
डब्ल्यूएचओ की पेंडेमिक एंड ऐपिडेमिक डिसीज डिपार्टमेंट की निदेशक डॉ. सिल्वी ब्रायंड ने कहा कि जीनोमिक सीक्वेंसिंग से पता चला है कि वह एच5एन1 क्लैड 2.3.4.4बी से संक्रमित थी, जो इस समय पक्षियों में व्यापक रूप से फैल रहा है। उन्होंने कहा कि 2020 के बाद से विश्व स्तर पर जंगली पक्षियों और पोल्ट्री में एवियन इन्फ्लूएंजा के प्रकोप की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है और हम अतिरिक्त छिटपुट मानव मामलों की उम्मीद कर सकते हैं।
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, 2003 से 2023 तक, इन्फ्लूएंजा ए (एच5एन1) से संक्रमण के कुल 873 मानव मामलों और 21 देशों से वैश्विक स्तर पर 458 मौतों की सूचना मिली है। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि उपलब्ध महामारी विज्ञान और वायरोलॉजिकल साक्ष्य बताते हैं कि वर्तमान बर्ड फ्लू के वायरस ने मनुष्यों के बीच निरंतर संचरण की क्षमता हासिल नहीं की है।
वैश्विक स्वास्थ्य निकाय ने कहा कि मानव-से-मानव प्रसार का जोखिम कम है, आगे मानव मामलों की उम्मीद तब तक की जा सकती है जब तक कि एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस पोल्ट्री में घूम रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एजेंसी ने पर्यटकों को मानव बर्ड फ्लू के प्रकोप के जोखिम को कम करने के लिए, वेट (नमी) बाजारों, खेतों और किसी भी ऐसे क्षेत्र से बचने की चेतावनी दी है जहां जानवरों का वध किया जाता है। चीन में लेटेस्ट एच5एन1 मामला नवंबर में गुआंग्शी के दक्षिणी प्रांत में वायरस से एक महिला की मौत के बाद आया है। इस सप्ताह, देश में दो अन्य प्रकार के एवियन इन्फ्लूएंजा एच5एन6 और एच9एन2 के मामले भी सामने आए हैं।
डब्ल्यूएचओ ने नियमित रूप से हाथ धोने और अच्छी खाद्य सुरक्षा और खाद्य स्वच्छता प्रथाओं की सलाह दी। इसने मानव या पशु के स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले और जोखिम मूल्यांकन के लिए समय पर वायरस साझा करने वाले इन्फ्लूएंजा वायरस से जुड़े वायरोलॉजिकल, महामारी विज्ञान और क्लिनिकल परिवर्तनों का पता लगाने और निगरानी करने के लिए वैश्विक निगरानी के महत्व पर जोर दिया।
–आईएएनएस
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