नई दिल्ली, 19 जनवरी (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता कुमारी शैलजा ने गुरुवार को सरकार पर भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को बचाने का आरोप लगाया और कहा कि खिलाड़ियों के दुर्व्यवहार पर चुप्पी निंदनीय है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और पार्टी महासचिव शैलजा ने कहा, देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों के शोषण का मामला सामने आने के बाद भी केंद्र व राज्य सरकारें आरोपियों को पनाह देने में लगी हुई हैं।
उन्होंने कहा कि पहलवानों द्वारा डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष पर लगाए गए आरोपों के मद्देनजर उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए।
शैलजा ने कहा कि हरियाणा की बेटियों और देश के नामी पहलवानों ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पर जिस तरह के आरोप लगाए हैं, उसने हर संवेदनशील व्यक्ति को अंदर तक झकझोर कर रख दिया है।
उन्होंने कहा, महिला पहलवान देश का नाम रोशन करने के लिए कड़ा संघर्ष करती हैं और अगर कोच उन्हें निशाना बनाते हैं तो कोई भी माता-पिता अपने बच्चों को खेल के क्षेत्र में भेजने के बारे में सोच भी नहीं सकते हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस मामले की पूरी जांच होनी चाहिए और तब तक सभी पीड़ित महिला पहलवानों को केंद्रीय बलों का संरक्षण मिलना चाहिए, क्योंकि शोषण के आरोप से उनकी जान को खतरा हो सकता है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज हरियाणा की बेटियां, जिस धरती से देश के प्रधानमंत्री ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा दिया था, अपने साथ हुई घटनाओं को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष कर रही हैं।
शैलजा ने कहा, वे भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक अपनी आवाज पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन न तो कोई भाजपा नेता कुछ कह रहा है और न ही प्रधानमंत्री कोई ठोस कार्रवाई का आश्वासन दे रहे हैं।
कुमारी शैलजा ने कहा, यह भाजपा के बयानों और कार्यों के बीच अंतर को दर्शाता है। अन्यथा, अब तक भाजपा सांसद के खिलाफ कार्रवाई की गई होती।
ओलंपियन पहलवान विनेश फोगट ने बुधवार को डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था, जिसे उन्होंने खारिज कर दिया था।
–आईएएनएस
एसकेके/एएनएम
नई दिल्ली, 19 जनवरी (आईएएनएस)। कांग्रेस नेता कुमारी शैलजा ने गुरुवार को सरकार पर भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को बचाने का आरोप लगाया और कहा कि खिलाड़ियों के दुर्व्यवहार पर चुप्पी निंदनीय है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और पार्टी महासचिव शैलजा ने कहा, देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों के शोषण का मामला सामने आने के बाद भी केंद्र व राज्य सरकारें आरोपियों को पनाह देने में लगी हुई हैं।
उन्होंने कहा कि पहलवानों द्वारा डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष पर लगाए गए आरोपों के मद्देनजर उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए।
शैलजा ने कहा कि हरियाणा की बेटियों और देश के नामी पहलवानों ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पर जिस तरह के आरोप लगाए हैं, उसने हर संवेदनशील व्यक्ति को अंदर तक झकझोर कर रख दिया है।
उन्होंने कहा, महिला पहलवान देश का नाम रोशन करने के लिए कड़ा संघर्ष करती हैं और अगर कोच उन्हें निशाना बनाते हैं तो कोई भी माता-पिता अपने बच्चों को खेल के क्षेत्र में भेजने के बारे में सोच भी नहीं सकते हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस मामले की पूरी जांच होनी चाहिए और तब तक सभी पीड़ित महिला पहलवानों को केंद्रीय बलों का संरक्षण मिलना चाहिए, क्योंकि शोषण के आरोप से उनकी जान को खतरा हो सकता है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज हरियाणा की बेटियां, जिस धरती से देश के प्रधानमंत्री ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा दिया था, अपने साथ हुई घटनाओं को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष कर रही हैं।
शैलजा ने कहा, वे भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक अपनी आवाज पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन न तो कोई भाजपा नेता कुछ कह रहा है और न ही प्रधानमंत्री कोई ठोस कार्रवाई का आश्वासन दे रहे हैं।
कुमारी शैलजा ने कहा, यह भाजपा के बयानों और कार्यों के बीच अंतर को दर्शाता है। अन्यथा, अब तक भाजपा सांसद के खिलाफ कार्रवाई की गई होती।
ओलंपियन पहलवान विनेश फोगट ने बुधवार को डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था, जिसे उन्होंने खारिज कर दिया था।
–आईएएनएस
एसकेके/एएनएम