कोलकाता, 23 मार्च (आईएएनएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल के सरकारी स्कूलों में टीचिंग और नॉन-टीचिंग स्टाफ की भर्ती में करोड़ों रुपये के घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार निजी रियल एस्टेट प्रमोटर अयान शील के कॉलेजों और राज्य विश्वविद्यालयों में संविदा कर्मचारियों की भर्ती के रैकेट में भी शामिल होने की संभावना है।
सूत्रों ने कहा कि कोलकाता के उत्तरी बाहरी इलाके में साल्ट लेक में शील के आवास पर छापे और तलाशी अभियान के दौरान मामले में कुछ सुराग मिले हैं।
हालांकि जांचकर्ता मामले में कोई खुलासा नहीं कर रहे हैं। मामले में कॉलेज और विश्वविद्यालय के अधिकारियों के नाम भी सामने आए हैं।
शील विभिन्न नगर पालिकाओं, विशेष रूप से उत्तर 24 परगना और दक्षिण 24 परगना जिले में कर्मचारियों और श्रमिकों की भर्ती के रैकेट में भी शामिल था।
ईडी के अधिकारियों ने पहले ही उसके आवास से कई आपत्तिजनक दस्तावेज हासिल कर लिए हैं, जो नगर पालिका भर्ती रैकेट में उसकी सांठगांठ को स्थापित करते हैं।
अब, ईडी सूत्रों ने कहा, कॉलेजों और राज्य द्वारा संचालित विश्वविद्यालयों में अवैध रूप से की गईं संविदा नियुक्तियों में भी उसकी भूमिका हो सकती है।
ईडी के एक सहयोगी ने कहा,जैसा कि हम शुरू से कह रहे हैं कि सरकारी स्कूलों में शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की भर्ती की जांच एक भूलभुलैया की तरह है, जहां एक दरवाजा खोलने से घोटाले के अनेक दरवाजे खुल जा रहे हैं।
–आईएएनएस
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