नई दिल्ली/चेन्नई, 9 फरवरी (आईएएनएस)। राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जो एक मछली पकड़ने वाली नाव पर 10.1 करोड़ रुपये मूल्य के 17.74 किलोग्राम सोने की तस्करी करने की कोशिश कर रहे थे और रोके जाने पर उसे समुद्र में फेंक दिया।
बाद में डीआरआई ने गोताखोरों की मदद से सारा सोना बरामद कर लिया। डीआरआई अधिकारी ने कहा- हमें खुफिया जानकारी मिली थी कि मंडपम, रामनाथपुरम, तमिलनाडु में स्थित एक गिरोह मछली पकड़ने वाली नाव को लगाकर श्रीलंका से भारी मात्रा में सोने की तस्करी करने की योजना बना रहा था। हमें पता चला कि मछली पकड़ने वाली नाव में तीन व्यक्ति समुद्र में सोना एकत्र करेंगे और मंडपम के तट पर उतरेंगे।
अधिकारी ने कहा कि तदनुसार, उन्हें पकड़ने के लिए भारतीय तटरक्षक बल के साथ संयुक्त अभियान की योजना बनाई गई थी। भारतीय तट रक्षक और डीआरआई की एक टीम ने निगरानी की और मछली पकड़ने वाली नाव की पहचान 8 फरवरी की सुबह की गई।
अधिकारी ने कहा- मछली पकड़ने वाली नाव को देखने पर, तटरक्षक जहाज से कठोर हवा वाली नावों को तैनात किया गया था और उक्त मछली पकड़ने वाली नाव को मंडपम तट के पास समुद्र में पीछा करने के बाद रोका गया था। रोकने के दौरान, मछली पकड़ने वाली नाव में सवार व्यक्तियों ने वर्जित पार्सल को समुद्र में फेंक दिया। तटरक्षक गोताखोरों की मदद से पार्सल को समुद्र तल से बरामद किया गया।
डीआरआई ने कहा कि पार्सल में विदेशी मूल के सोने के 14 पैकेज विभिन्न रूपों- बार, चेन आदि में थे और पूरी तरह से 17.74 किलोग्राम वजन के थे- एक तौलिया में बंधे और समुद्र में फेंक दिए गए। उक्त विदेशी मूल के सोने को सीमा शुल्क अधिनियम के प्रावधानों के तहत जब्त कर लिया गया है और गिरफ्तार तीनों व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है।
इस जब्ती के साथ ही डीआरआई की चेन्नई जोनल यूनिट ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में अब तक 209 किलोग्राम विदेशी मूल का सोना जब्त किया है। डीआरआई द्वारा इस वित्तीय वर्ष में अखिल भारतीय सोना जब्त किया गया है जो 950 किलोग्राम है।
–आईएएनएस
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