संगरूर (पंजाब), 1 जनवरी (आईएएनएस)। साल के पहले दिन बुधवार को केंद्र सरकार ने डीएपी फर्टिलाइजर के लिए स्पेशल पैकेज को मंजूरी दी। इसके तहत फर्टिलाइजर बनाने वाली कंपनियों को सरकार की ओर से सब्सिडी दी जाएगी। केंद्र सरकार के इस फैसले से पंजाब के संगरूर जिले में किसानों ने खुशी जाहिर की ही।
किसान अमन दीप सिंह ने कहा, “केंद्र सरकार का यह फैसला किसानों के लिए बहुत बढ़िया है। पूरे देश में सीजन पर किसान खाद के लिए जूझते रहते हैं। डीएपी खाद के लिए केंद्र सरकार ने जो पैकेज देने की घोषणा की है, उससे किसानों को बहुत फायदा होगा। अब जो डीएपी की कमी होती थी, वह दूर हो जाएगी।”
एक अन्य किसान गुरबिंदर सिंह ने कहा, “इस फैसले से किसानों को सीजन पर खाद के लिए भटकना नहीं होगा। यह बहुत बड़ा फैसला है। इसके अलावा पीएम मोदी किसानों को किसान सम्मान निधि योजना के तहत दो हजार रुपये की किस्त हर चार महीने पर देते हैं, वह योजना भी किसानों के लिए लाई गई अब तक की सबसे बड़ी योजना है।”
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल के फैसले की जानकारी दी। उन्होंने मीडिया को बताया कि किसानों को डीएपी का 50 किलोग्राम का बैग 1,350 रुपये में उपलब्ध कराया जाएगा। यह ‘वन टाइम पैकेज’ काफी महत्वपूर्ण है। पड़ोस के देशों में डीएपी का 50 किलो का बैग तीन हजार रुपये से ज्यादा में मिल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भले ही कैसी भी स्थिति आ जाए हमें अपने किसानों को सुरक्षित करना है। उनके ऊपर बोझ नहीं डालना है।
उन्होंने राज्य सरकारों से अपील की है कि डीएपी के नाम पर कुछ लोग किसानों को ठगने का प्रयास करेंगे। मैं उन्हें चेतावनी देता हूं कि अगर कोई ऐसा करते हैं तो उन पर कार्रवाई की जाएगी।
अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इस पैकेज पर लगभग 3,850 करोड़ रुपये की लागत होगी। साल 2014 से लेकर अब तक कोविड-19 का वह दौर भी आया जब स्थिति काफी खराब थी। लेकिन, हमारी सरकार और पीएम मोदी ने सुनिश्चित किया है कि किसानों को बाजार के उतार-चढ़ाव का खामियाजा न उठाना पड़े। उन्होंने बताया कि 2014-24 के दौरान उर्वरक सब्सिडी 11.9 लाख करोड़ रुपये दी गई जो 2004-14 के दौरान दी गई सब्सिडी से दोगुनी से भी अधिक है।
–आईएएनएस
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