नई दिल्ली, 5 नवंबर (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय के लगभग 12 कॉलेज में 500 से अधिक सहायक प्रोफेसर की स्थाई नियुक्ति होने जा रही है। यह सभी कॉलेज दिल्ली सरकार द्वारा वित्त पोषित हैं। फिलहाल सबसे पहले इन पूर्ण वित्त पोषित कॉलेज में से दीनदयाल उपाध्याय कॉलेज, आचार्य नरेंद्रदेव कॉलेज ने अपने यहां विभिन्न विभागों में सहायक प्रोफेसरों की स्थायी नियुक्ति करने संबंधी विज्ञापन जारी किया है।
इन कॉलेजों ने अपने यहां विभिन्न विभागों में 87 पदों के विज्ञापन निकाले हैं। बता दें कि इससे पहले भाष्कराचार्य कॉलेज ऑफ एप्लाइड साइंस भी अपने यहां शिक्षकों के 49 पद विज्ञापित कर चुका है। इन कॉलेजों के विज्ञापन आने से दिल्ली सरकार के अन्य कॉलेजों के लिए भी स्थायी नियुक्ति का रास्ता खुल गया है जहां पिछले एक दशक से नियुक्तियां बंद थीं।
दिल्ली विश्वविद्यालय के फोरम ऑफ एकेडेमिक्स फॉर सोशल जस्टिस के चेयरमैन डॉ. हंसराज सुमन ने कहा कि 9 कॉलेजों में भी जल्द ही सहायक प्रोफेसर के पदों के विज्ञापन जारी होंगे। अन्य कॉलेजों के रोस्टर पास होने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन के पास गए हुए हैं।
जैसे ही रोस्टर पास होकर आएंगे विज्ञापन जारी हो जाएंगे। दिल्ली सरकार से पूर्ण वित्त पोषित 12 कॉलेज हैं। इन कॉलेजों में पिछले एक दशक से स्थायी सहायक प्रोफेसर के पदों पर नियुक्ति नहीं हुई थी। इन कॉलेजों में लगभग 600 पदों पर स्थायी नियुक्ति की जानी है।
बता दें कि दिल्ली विश्वविद्यालय में पिछले डेढ़ साल से स्थायी नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है, जिसमें 30 से अधिक कॉलेजों ने अपने यहां स्थायी नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी कर ली है और 15 से अधिक कॉलेजों में नियुक्ति प्रक्रिया जारी है। अभी तक इन कॉलेजों व विभागों में 3,100 पदों पर स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति हो चुकी है।
आचार्य नरेंद्रदेव व दीनदयाल उपाध्याय कॉलेज ने सहायक प्रोफेसर के पदों को भरने की पहल की है। वहां पढ़ा रहे कॉलेज के एडहॉक व स्थायी शिक्षकों में खुशी का माहौल है। उनका कहना है कि अन्य 9 कॉलेजो के भी जल्द ही विज्ञापन आने की संभावना है।
विज्ञापन जारी होने के बाद दीनदयाल उपाध्याय कॉलेज में 27 नवंबर तक उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं। आचार्य नरेंद्रदेव कॉलेज के लिए 30 नवंबर तक आवेदन कर सकते है। इसके अलावा अन्य किसी भी तरह की जानकारी के लिए कॉलेज वेबसाइट पर जाकर जानकारी हासिल कर सकते हैं।
–आईएएनएस
जीसीबी/एफजेड