नई दिल्ली, 28 अगस्त (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय ने अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए स्पॉट एडमिशन राउंड की घोषणा की है। स्पॉट एडमिशन राउंड में 29 अगस्त शाम 5 बजे से 30 अगस्त आवेदन किया जा सकता है।
दिल्ली विश्वविद्यालय में अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों के लिए सीट आवंटन का सामान्य साइकल लगभग पूरा होने के बावजूद यूजी पाठ्यक्रमों की करीब 5000 सीटें खाली रह गई हैं। खाली रह गई इन सीटों को विशेष स्पॉट राउंड के जरिए भरा जा रहा है।
डीयू में कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम (सीएसएएस) के माध्यम से यूजी दाखिले प्रदान किए जा रहे हैं। जिन अभ्यर्थियों ने सीएसएएस (यूजी)-2023 के लिए आवेदन किया था लेकिन स्पॉट एडमिशन राउंड के लिए रिक्त सीटों की घोषणा तक किसी भी कॉलेज में प्रवेश नहीं लिया है, वे इस प्रक्रिया में भाग ले सकते हैं।
विश्वविद्यालय ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि स्पॉट एडमिशन राउंड-1 की घोषणा पर, प्रवेशित उम्मीदवारों को अपना प्रवेश वापस लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
स्पॉट एडमिशन राउंड में विचार किए जाने के लिए, उम्मीदवार को अपने डैशबोर्ड के माध्यम से स्पॉट राउंड का विकल्प चुनना होगा। विश्वविद्यालय का कहना है कि इच्छुक उम्मीदवार सीटों की उपलब्धता के आधार पर, जितने चाहें उतने कॉलेजों में कोई भी कार्यक्रम चुनने में सक्षम होगा।
सीट मिलने पर प्रवेश लेना अभ्यर्थी के लिए अनिवार्य होगा। स्पॉट एडमिशन राउंड में आवंटित सीट स्वीकार करने में विफलता पर यूओडी में प्रवेश के लिए उम्मीदवार की पात्रता समाप्त हो जाएगी।
स्पॉट एडमिशन राउंड के दौरान ‘अपग्रेड’ और ‘विथड्रॉ’ का कोई विकल्प नहीं होगा। दिल्ली विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने कहा कि स्पॉट एडमिशन राउंड में आवंटित सीट अंतिम होगी। जो उम्मीदवार किसी भी अतिरिक्त कोटा में अपग्रेड का विकल्प चुनते हैं, उन्हें केवल उस विशेष अतिरिक्त कोटा में अपग्रेड करने पर विचार किया जाएगा।
दरअसल, सीट आवंटन के तीसरे दौर के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय में अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों की कुल करीब 71,000 स्नातक सीटों में से 65,900 से अधिक सीटों पर दाखिले पूरे हो गए हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय के दाखिला विभाग से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि विश्वविद्यालय में अब तक 65,937 दाखिले हो चुके हैं। यानी विश्वविद्यालय के अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रमों में करीब 5000 सीटें अभी भी खाली हैं।
दाखिला प्रक्रिया में शामिल विश्वविद्यालय के अधिकारियों का कहना है कि खाली रह गई सीटों को भरने के लिए यह स्पॉट राउंड है।
गौरतलब है कि दिल्ली विश्वविद्यालय का नया सत्र 16 अगस्त से शुरू हो गया है। नया सत्र अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रम प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए है।
–आईएएनएस
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