नई दिल्ली, 6 सितंबर (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय में अंडरग्रेजुएट दाखिला प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद करीब 5,000 सीट खाली रह गई। इन सीटों को भरने के लिए विश्वविद्यालय ने स्पॉट राउंड एडमिशन शुरू किए हैं।
पहले स्पॉट राउंड के बाद सेकंड स्पॉट शुरू किया जा रहा है। दिल्ली विश्वविद्यालय के मुताबिक सेकंड स्पॉट राउंड में बी.टेक और यूजी के अन्य पाठ्यक्रमों हेतु खाली सीटें 7 सितंबर को प्रदर्शित की जाएंगी।
इस प्रक्रिया के लिए छात्र अपना पंजीकरण 7 सितंबर को शुरू कर सकेंगे और यह प्रक्रिया 9 सितंबर को समाप्त होगी। स्पॉट एडमिशन राउंड 2 में सीट आवंटन की घोषणा 11 सितंबर को की जानी है।
उम्मीदवार 11 सितंबर से 13 सितंबर तक आवंटित सीट स्वीकार कर सकते हैं। 11 सितंबर से 14 सितंबर के बीच ऑनलाइन आवेदनों की जांच की जाएगी।
स्पॉट राउंड में सीट प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए प्रवेश शुल्क के भुगतान की अंतिम तिथि 15 सितंबर है। दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिले सीयूईटी में हासिल किए गए अंकों के आधार पर दिए गए हैं।
विश्वविद्यालय के मुताबिक ऐसे छात्र, जिन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय यूजी 2023 में दाखिले के लिए आवेदन किया था, लेकिन स्पॉट एडमिशन राउंड के लिए रिक्त सीटों की घोषणा तक किसी भी कॉलेज में प्रवेश नहीं लिया है, वे इस प्रक्रिया में भाग ले सकते हैं।
वे उम्मीदवार जिन्हें पहले स्पॉट एडमिशन राउंड में सीट की पेशकश की गई थी लेकिन वे प्रवेश प्रक्रिया पूरी करने में असफल रहे, वे छात्र अब इस दूसरे स्पॉट राउंड में भाग नहीं ले सकेंगे।
विश्वविद्यालय ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि स्पॉट एडमिशन राउंड की घोषणा पर, प्रवेशित उम्मीदवारों को अपना प्रवेश वापस लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी। स्पॉट एडमिशन राउंड में विचार किए जाने के लिए, उम्मीदवार को अपने डैशबोर्ड के माध्यम से स्पॉट राउंड का विकल्प चुनना होगा।
विश्वविद्यालय का कहना है कि सीट मिलने पर प्रवेश लेना अभ्यर्थी के लिए अनिवार्य होगा। स्पॉट एडमिशन राउंड में आवंटित सीट स्वीकार करने में विफलता पर यूओडी में प्रवेश के लिए उम्मीदवार की पात्रता समाप्त हो जाएगी।
स्पॉट एडमिशन राउंड के दौरान ‘अपग्रेड’ और ‘विथड्रॉ’ का कोई विकल्प नहीं है। दिल्ली विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने कहा कि स्पॉट एडमिशन राउंड में आवंटित सीट अंतिम होगी। जो उम्मीदवार किसी भी अतिरिक्त कोटा में अपग्रेड का विकल्प चुनते हैं, उन्हें केवल उस विशेष अतिरिक्त कोटा में अपग्रेड करने पर विचार किया जाएगा।
दाखिला प्रक्रिया में शामिल विश्वविद्यालय के अधिकारियों का कहना है कि खाली रह गई सीटों को भरने के लिए यह स्पॉट राउंड है।
गौरतलब है कि दिल्ली विश्वविद्यालय का नया सत्र 16 अगस्त से शुरू हो गया है। नया सत्र अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रम प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए है।
–आईएएनएस
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