शिवमोग्गा (कर्नाटक), 20 मार्च (आईएएनएस)। बीजेपी विधायक और कर्नाटक के पूर्व मंत्री के.एस. ईश्वरप्पा ने शिवमोग्गा जिले में जिला आयुक्त कार्यालय के परिसर में एक मुस्लिम युवक द्वारा अजान करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सोमवार को इसे देशद्रोह का कार्य बताते हुए एक नया विवाद खड़ा कर दिया।
मीडिया से बात करते हुए ईश्वरप्पा ने कहा कि अजान करने वाला युवक सोशलिस्ट डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) से जुड़ा हुआ है। पुलिस ने युवक के खिलाफ आईपीसी की धारा 107 के तहत मामला दर्ज कर जमानत दे दी थी।
विधायक ने कहा, मैं इस संबंध में मुख्यमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखूंगा।
ईश्वरप्पा ने कहा, उन्होंने घोषणा की है कि वे विधान सौध के परिसर में अजान करेंगे। वे अल्लाह का अपमान कर रहे हैं। वे लाउडस्पीकर से अजान देकर सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन कर रहे हैं। अजान की वजह से परीक्षा देने वाले छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने आगे कहा, यह एक ऐसी व्यवस्था है जो लोकतंत्र को नष्ट कर देगी। जो लोग इस तरह अजान देंगे वो नहीं जानते कि वो पाकिस्तान में रह रहे हैं या भारत में। अगर यही हो रहा है तो हमें सरकारी विभागों की क्या जरूरत है? इस घटना से लोकतंत्र को गंभीर खतरा पैदा हो गया है।
उन्होंने कहा कि पूरी उपेक्षा के साथ, उन्होंने चुनौती दी है कि अजान विधान सौधा के सामने की जाएगी। जब मैं विराजपेट और मंगलुरु में भाषण दे रहा था तो लाउडस्पीकर से अजान दी जा रही थी।
यह संविधान के खिलाफ है। कोर्ट ने लाउडस्पीकर से अजान करने के संबंध में विशेष निर्देश दिए हैं।
जद (एस) नेता और पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने अजान पर बयान जारी करने के लिए उनकी और भाजपा की आलोचना करते हुए उनसे पूछा कि क्या उन्हें इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की जानकारी नहीं है?
अजान पर ईश्वरप्पा के बयानों की निंदा करते हुए मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने शिवमोग्गा में जिला आयुक्त कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया था।
विरोध के दौरान एक युवा प्रदर्शनकारी ने मुख्य द्वार के सामने अजान दी थी। पुलिस ने इस पर आपत्ति जताई थी और पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच कहासुनी भी हुई थी।
समुदाय के लीडरों ने युवाओं को चेतावनी दी थी और स्थिति को शांत किया था। बाद में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को वापस भेज दिया था।
जद (एस) नेता कुमारस्वामी ने विवाद के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया था और कुछ उपद्रवियों की भूमिका की भी आलोचना की थी।
इससे पहले, ईश्वरप्पा ने कर्नाटक में यह कहकर विवाद छेड़ दिया था कि अल्लाह तभी सुनता है जब अजान लाउडस्पीकर पर की जाती है।
विजय संकल्प यात्रा के तहत आयोजित एक रैली में रविवार को मैंगलुरु के पास कावूर के शांतिनगर में भाषण देते हुए ईश्वरप्पा ने मस्जिदों से अजान की आवाज सुनने के बाद ये विवादित बयान दिए।
उन्होंने कहा था कि मैं जहां भी जाता हूं, यह सिरदर्द होता है।
ईश्वरप्पा ने कहा हम उन लोगों को बधिर कहते हैं जिन्हें लाउडस्पीकर की आवश्यकता होती है। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था। इस समस्या का समाधान होने जा रहा है। इस संबंध में कोई संदेह नहीं होगा।
ईश्वरप्पा ने पूछा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी धर्मों का सम्मान करने का आह्वान किया है। लेकिन, क्या लाउडस्पीकर पर की जाने वाली नमाज अल्लाह सुनेंगे?
उन्होंने मुसलमानों का जिक्र करते हुए कहा, हम अपने मंदिरों में पूजा भी करते हैं। शोलाक और भजन किए जाते हैं। यहां तक कि हममें भी उनसे ज्यादा भक्ति और भगवान के प्रति सम्मान है।
इन बयानों ने राज्य में बड़े पैमाने पर विवाद खड़ा कर दिया है और प्रगतिशील विचारकों ने ईश्वरप्पा को उनके बयानों को लेकर आलोचना की है।
–आईएएनएस
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