बेंगलुरु, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)। कर्नाटक सरकार ने प्रसिद्ध भारतीय इतिहासकार, स्तंभकार और विचारक डॉ. रामचंद्र गुहा को वर्ष 2025 के लिए प्रतिष्ठित “महात्मा गांधी सेवा पुरस्कार – कर्नाटक” के लिए चुना है।
सूचना और जनसंपर्क विभाग द्वारा हर साल दिया जाने वाला यह सम्मान उन व्यक्तियों और संगठनों को प्रदान किया जाता है जिन्होंने समाज में गांधी जी के मूल्यों, सिद्धांतों और विचारों को फैलाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया हो। राज्य सरकार ने डॉ. रामचंद्र गुहा को इस साल के पुरस्कार के लिए इसलिए चुना है क्योंकि उन्होंने अपने गहन लेखन और अध्ययन के माध्यम से गांधी जी के समाज-केंद्रित विचारों को व्यापक जनता तक पहुंचाने में एक विशिष्ट भूमिका निभाई है।
डॉ. रामचंद्र गुहा को समकालीन भारतीय इतिहास, राजनीतिक आंदोलनों, पर्यावरण संबंधी संघर्षों और विशेष रूप से भारतीय क्रिकेट पर उनके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित अध्ययन और लेखन के लिए जाना जाता है। उनकी प्रमुख कृतियों में ‘इंडिया आफ्टर गांधी’, ‘ए कॉर्नर ऑफ़ ए फॉरेन फील्ड’, और गांधी जी की दो खंडों वाली जीवनी—’गांधी बिफोर इंडिया’ और ‘गांधी: द इयर्स दैट चेंज्ड द वर्ल्ड’ शामिल हैं। ये पुस्तकें न केवल इतिहास के अध्ययन को समृद्ध करती हैं, बल्कि इन्हें सरल शैली में लिखे जाने के कारण आम पाठक भी आसानी से समझ सकते हैं, जिससे समाज में चिंतन और मंथन को प्रोत्साहन मिलता है।
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के आयुक्त हेमंत एम. निमबल्कर ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि डॉ. गुहा गांधी के सिद्धांतों का गहराई से विश्लेषण करने और उन्हें आज के भारत के संदर्भ में समझाने के मामले में विशिष्ट स्थान रखते हैं। उनकी कृतियां कन्नड़ सहित कई भाषाओं में अनूदित हो चुकी हैं।
राज्य सरकार का मानना है कि यह पुरस्कार युवा पीढ़ी को सत्य, अहिंसा, शांति और सेवा के गांधीवादी आदर्शों से परिचित कराने और इन भावनाओं को मजबूत करने की उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। डॉ. रामचंद्र गुहा को इस सम्मान के लिए चुना जाना समाज में गांधीजी के विचारों के प्रचार-प्रसार, चर्चा और अध्ययन के लिए एक प्रेरणा स्रोत का काम करेगा।
–आईएएनएस
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