नई दिल्ली, 5 अगस्त (आईएएनएस)। बांग्लादेश की नेता शेख हसीना सोमवार को देश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद ढाका से दिल्ली के लिए रवाना होने के कुछ घंटों बाद गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस पर उतरीं।
हसीना बांग्लादेश वायु सेना के एक सैन्य परिवहन विमान से भारत पहुंचीं। कुछ खबरों में कहा गया है कि वह जल्द ही लंदन के लिए रवाना होंगी।
जब हसीना भारत के लिए रवाना हुईं, तो बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान ने उनके इस्तीफे की पुष्टि की और कहा कि देश को चलाने के लिए जल्द ही एक अंतरिम सरकार बनाई जाएगी।
सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि वह भविष्य की कार्रवाई की रूपरेखा तैयार करने के लिए जल्द ही राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन से मिलेंगे।
बताया गया कि रविवार को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में 100 से ज़्यादा लोग मारे गए और 1,000 से ज़्यादा लोग घायल हुए।
देश के प्रमुख दैनिक ‘द डेली स्टार’ ने बताया कि तीन सप्ताह से जारी प्रदर्शनोंं में मरने वालों की संख्या 300 को पार कर गई है।
छात्रों के नेतृत्व में चल रहे प्रदर्शन ने प्रधानमंत्री हसीना के नेतृत्व वाली सरकार पर भारी दबाव डाला है।
छात्र 1971 में खूनी गृहयुद्ध में पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के रिश्तेदारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरक्षण को घटाकर पांच प्रतिशत करने के बाद, छात्र नेताओं ने विरोध प्रदर्शन रोक दिया, लेकिन भड़के प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार ने उनके सभी नेताओं को रिहा करने के उनके आह्वान को नजरअंदाज कर दिया। वे प्रधानमंत्री हसीना के इस्तीफे की मांग पर अड़ गए।
–आईएएनएस
सीबीटी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 5 अगस्त (आईएएनएस)। बांग्लादेश की नेता शेख हसीना सोमवार को देश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद ढाका से दिल्ली के लिए रवाना होने के कुछ घंटों बाद गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस पर उतरीं।
हसीना बांग्लादेश वायु सेना के एक सैन्य परिवहन विमान से भारत पहुंचीं। कुछ खबरों में कहा गया है कि वह जल्द ही लंदन के लिए रवाना होंगी।
जब हसीना भारत के लिए रवाना हुईं, तो बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान ने उनके इस्तीफे की पुष्टि की और कहा कि देश को चलाने के लिए जल्द ही एक अंतरिम सरकार बनाई जाएगी।
सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि वह भविष्य की कार्रवाई की रूपरेखा तैयार करने के लिए जल्द ही राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन से मिलेंगे।
बताया गया कि रविवार को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में 100 से ज़्यादा लोग मारे गए और 1,000 से ज़्यादा लोग घायल हुए।
देश के प्रमुख दैनिक ‘द डेली स्टार’ ने बताया कि तीन सप्ताह से जारी प्रदर्शनोंं में मरने वालों की संख्या 300 को पार कर गई है।
छात्रों के नेतृत्व में चल रहे प्रदर्शन ने प्रधानमंत्री हसीना के नेतृत्व वाली सरकार पर भारी दबाव डाला है।
छात्र 1971 में खूनी गृहयुद्ध में पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के रिश्तेदारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरक्षण को घटाकर पांच प्रतिशत करने के बाद, छात्र नेताओं ने विरोध प्रदर्शन रोक दिया, लेकिन भड़के प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार ने उनके सभी नेताओं को रिहा करने के उनके आह्वान को नजरअंदाज कर दिया। वे प्रधानमंत्री हसीना के इस्तीफे की मांग पर अड़ गए।
–आईएएनएस
सीबीटी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 5 अगस्त (आईएएनएस)। बांग्लादेश की नेता शेख हसीना सोमवार को देश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद ढाका से दिल्ली के लिए रवाना होने के कुछ घंटों बाद गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस पर उतरीं।
हसीना बांग्लादेश वायु सेना के एक सैन्य परिवहन विमान से भारत पहुंचीं। कुछ खबरों में कहा गया है कि वह जल्द ही लंदन के लिए रवाना होंगी।
जब हसीना भारत के लिए रवाना हुईं, तो बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान ने उनके इस्तीफे की पुष्टि की और कहा कि देश को चलाने के लिए जल्द ही एक अंतरिम सरकार बनाई जाएगी।
सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि वह भविष्य की कार्रवाई की रूपरेखा तैयार करने के लिए जल्द ही राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन से मिलेंगे।
बताया गया कि रविवार को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में 100 से ज़्यादा लोग मारे गए और 1,000 से ज़्यादा लोग घायल हुए।
देश के प्रमुख दैनिक ‘द डेली स्टार’ ने बताया कि तीन सप्ताह से जारी प्रदर्शनोंं में मरने वालों की संख्या 300 को पार कर गई है।
छात्रों के नेतृत्व में चल रहे प्रदर्शन ने प्रधानमंत्री हसीना के नेतृत्व वाली सरकार पर भारी दबाव डाला है।
छात्र 1971 में खूनी गृहयुद्ध में पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के रिश्तेदारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरक्षण को घटाकर पांच प्रतिशत करने के बाद, छात्र नेताओं ने विरोध प्रदर्शन रोक दिया, लेकिन भड़के प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार ने उनके सभी नेताओं को रिहा करने के उनके आह्वान को नजरअंदाज कर दिया। वे प्रधानमंत्री हसीना के इस्तीफे की मांग पर अड़ गए।
–आईएएनएस
सीबीटी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 5 अगस्त (आईएएनएस)। बांग्लादेश की नेता शेख हसीना सोमवार को देश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद ढाका से दिल्ली के लिए रवाना होने के कुछ घंटों बाद गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस पर उतरीं।
हसीना बांग्लादेश वायु सेना के एक सैन्य परिवहन विमान से भारत पहुंचीं। कुछ खबरों में कहा गया है कि वह जल्द ही लंदन के लिए रवाना होंगी।
जब हसीना भारत के लिए रवाना हुईं, तो बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान ने उनके इस्तीफे की पुष्टि की और कहा कि देश को चलाने के लिए जल्द ही एक अंतरिम सरकार बनाई जाएगी।
सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि वह भविष्य की कार्रवाई की रूपरेखा तैयार करने के लिए जल्द ही राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन से मिलेंगे।
बताया गया कि रविवार को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में 100 से ज़्यादा लोग मारे गए और 1,000 से ज़्यादा लोग घायल हुए।
देश के प्रमुख दैनिक ‘द डेली स्टार’ ने बताया कि तीन सप्ताह से जारी प्रदर्शनोंं में मरने वालों की संख्या 300 को पार कर गई है।
छात्रों के नेतृत्व में चल रहे प्रदर्शन ने प्रधानमंत्री हसीना के नेतृत्व वाली सरकार पर भारी दबाव डाला है।
छात्र 1971 में खूनी गृहयुद्ध में पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के रिश्तेदारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरक्षण को घटाकर पांच प्रतिशत करने के बाद, छात्र नेताओं ने विरोध प्रदर्शन रोक दिया, लेकिन भड़के प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार ने उनके सभी नेताओं को रिहा करने के उनके आह्वान को नजरअंदाज कर दिया। वे प्रधानमंत्री हसीना के इस्तीफे की मांग पर अड़ गए।
–आईएएनएस
सीबीटी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 5 अगस्त (आईएएनएस)। बांग्लादेश की नेता शेख हसीना सोमवार को देश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद ढाका से दिल्ली के लिए रवाना होने के कुछ घंटों बाद गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस पर उतरीं।
हसीना बांग्लादेश वायु सेना के एक सैन्य परिवहन विमान से भारत पहुंचीं। कुछ खबरों में कहा गया है कि वह जल्द ही लंदन के लिए रवाना होंगी।
जब हसीना भारत के लिए रवाना हुईं, तो बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान ने उनके इस्तीफे की पुष्टि की और कहा कि देश को चलाने के लिए जल्द ही एक अंतरिम सरकार बनाई जाएगी।
सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि वह भविष्य की कार्रवाई की रूपरेखा तैयार करने के लिए जल्द ही राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन से मिलेंगे।
बताया गया कि रविवार को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में 100 से ज़्यादा लोग मारे गए और 1,000 से ज़्यादा लोग घायल हुए।
देश के प्रमुख दैनिक ‘द डेली स्टार’ ने बताया कि तीन सप्ताह से जारी प्रदर्शनोंं में मरने वालों की संख्या 300 को पार कर गई है।
छात्रों के नेतृत्व में चल रहे प्रदर्शन ने प्रधानमंत्री हसीना के नेतृत्व वाली सरकार पर भारी दबाव डाला है।
छात्र 1971 में खूनी गृहयुद्ध में पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के रिश्तेदारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरक्षण को घटाकर पांच प्रतिशत करने के बाद, छात्र नेताओं ने विरोध प्रदर्शन रोक दिया, लेकिन भड़के प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार ने उनके सभी नेताओं को रिहा करने के उनके आह्वान को नजरअंदाज कर दिया। वे प्रधानमंत्री हसीना के इस्तीफे की मांग पर अड़ गए।
–आईएएनएस
सीबीटी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 5 अगस्त (आईएएनएस)। बांग्लादेश की नेता शेख हसीना सोमवार को देश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद ढाका से दिल्ली के लिए रवाना होने के कुछ घंटों बाद गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस पर उतरीं।
हसीना बांग्लादेश वायु सेना के एक सैन्य परिवहन विमान से भारत पहुंचीं। कुछ खबरों में कहा गया है कि वह जल्द ही लंदन के लिए रवाना होंगी।
जब हसीना भारत के लिए रवाना हुईं, तो बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान ने उनके इस्तीफे की पुष्टि की और कहा कि देश को चलाने के लिए जल्द ही एक अंतरिम सरकार बनाई जाएगी।
सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि वह भविष्य की कार्रवाई की रूपरेखा तैयार करने के लिए जल्द ही राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन से मिलेंगे।
बताया गया कि रविवार को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में 100 से ज़्यादा लोग मारे गए और 1,000 से ज़्यादा लोग घायल हुए।
देश के प्रमुख दैनिक ‘द डेली स्टार’ ने बताया कि तीन सप्ताह से जारी प्रदर्शनोंं में मरने वालों की संख्या 300 को पार कर गई है।
छात्रों के नेतृत्व में चल रहे प्रदर्शन ने प्रधानमंत्री हसीना के नेतृत्व वाली सरकार पर भारी दबाव डाला है।
छात्र 1971 में खूनी गृहयुद्ध में पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के रिश्तेदारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरक्षण को घटाकर पांच प्रतिशत करने के बाद, छात्र नेताओं ने विरोध प्रदर्शन रोक दिया, लेकिन भड़के प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार ने उनके सभी नेताओं को रिहा करने के उनके आह्वान को नजरअंदाज कर दिया। वे प्रधानमंत्री हसीना के इस्तीफे की मांग पर अड़ गए।
–आईएएनएस
सीबीटी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 5 अगस्त (आईएएनएस)। बांग्लादेश की नेता शेख हसीना सोमवार को देश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद ढाका से दिल्ली के लिए रवाना होने के कुछ घंटों बाद गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस पर उतरीं।
हसीना बांग्लादेश वायु सेना के एक सैन्य परिवहन विमान से भारत पहुंचीं। कुछ खबरों में कहा गया है कि वह जल्द ही लंदन के लिए रवाना होंगी।
जब हसीना भारत के लिए रवाना हुईं, तो बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान ने उनके इस्तीफे की पुष्टि की और कहा कि देश को चलाने के लिए जल्द ही एक अंतरिम सरकार बनाई जाएगी।
सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि वह भविष्य की कार्रवाई की रूपरेखा तैयार करने के लिए जल्द ही राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन से मिलेंगे।
बताया गया कि रविवार को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में 100 से ज़्यादा लोग मारे गए और 1,000 से ज़्यादा लोग घायल हुए।
देश के प्रमुख दैनिक ‘द डेली स्टार’ ने बताया कि तीन सप्ताह से जारी प्रदर्शनोंं में मरने वालों की संख्या 300 को पार कर गई है।
छात्रों के नेतृत्व में चल रहे प्रदर्शन ने प्रधानमंत्री हसीना के नेतृत्व वाली सरकार पर भारी दबाव डाला है।
छात्र 1971 में खूनी गृहयुद्ध में पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के रिश्तेदारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरक्षण को घटाकर पांच प्रतिशत करने के बाद, छात्र नेताओं ने विरोध प्रदर्शन रोक दिया, लेकिन भड़के प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार ने उनके सभी नेताओं को रिहा करने के उनके आह्वान को नजरअंदाज कर दिया। वे प्रधानमंत्री हसीना के इस्तीफे की मांग पर अड़ गए।
–आईएएनएस
सीबीटी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 5 अगस्त (आईएएनएस)। बांग्लादेश की नेता शेख हसीना सोमवार को देश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद ढाका से दिल्ली के लिए रवाना होने के कुछ घंटों बाद गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस पर उतरीं।
हसीना बांग्लादेश वायु सेना के एक सैन्य परिवहन विमान से भारत पहुंचीं। कुछ खबरों में कहा गया है कि वह जल्द ही लंदन के लिए रवाना होंगी।
जब हसीना भारत के लिए रवाना हुईं, तो बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान ने उनके इस्तीफे की पुष्टि की और कहा कि देश को चलाने के लिए जल्द ही एक अंतरिम सरकार बनाई जाएगी।
सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि वह भविष्य की कार्रवाई की रूपरेखा तैयार करने के लिए जल्द ही राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन से मिलेंगे।
बताया गया कि रविवार को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में 100 से ज़्यादा लोग मारे गए और 1,000 से ज़्यादा लोग घायल हुए।
देश के प्रमुख दैनिक ‘द डेली स्टार’ ने बताया कि तीन सप्ताह से जारी प्रदर्शनोंं में मरने वालों की संख्या 300 को पार कर गई है।
छात्रों के नेतृत्व में चल रहे प्रदर्शन ने प्रधानमंत्री हसीना के नेतृत्व वाली सरकार पर भारी दबाव डाला है।
छात्र 1971 में खूनी गृहयुद्ध में पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के रिश्तेदारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरक्षण को घटाकर पांच प्रतिशत करने के बाद, छात्र नेताओं ने विरोध प्रदर्शन रोक दिया, लेकिन भड़के प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार ने उनके सभी नेताओं को रिहा करने के उनके आह्वान को नजरअंदाज कर दिया। वे प्रधानमंत्री हसीना के इस्तीफे की मांग पर अड़ गए।
–आईएएनएस
सीबीटी/
नई दिल्ली, 5 अगस्त (आईएएनएस)। बांग्लादेश की नेता शेख हसीना सोमवार को देश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद ढाका से दिल्ली के लिए रवाना होने के कुछ घंटों बाद गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस पर उतरीं।
हसीना बांग्लादेश वायु सेना के एक सैन्य परिवहन विमान से भारत पहुंचीं। कुछ खबरों में कहा गया है कि वह जल्द ही लंदन के लिए रवाना होंगी।
जब हसीना भारत के लिए रवाना हुईं, तो बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान ने उनके इस्तीफे की पुष्टि की और कहा कि देश को चलाने के लिए जल्द ही एक अंतरिम सरकार बनाई जाएगी।
सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि वह भविष्य की कार्रवाई की रूपरेखा तैयार करने के लिए जल्द ही राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन से मिलेंगे।
बताया गया कि रविवार को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में 100 से ज़्यादा लोग मारे गए और 1,000 से ज़्यादा लोग घायल हुए।
देश के प्रमुख दैनिक ‘द डेली स्टार’ ने बताया कि तीन सप्ताह से जारी प्रदर्शनोंं में मरने वालों की संख्या 300 को पार कर गई है।
छात्रों के नेतृत्व में चल रहे प्रदर्शन ने प्रधानमंत्री हसीना के नेतृत्व वाली सरकार पर भारी दबाव डाला है।
छात्र 1971 में खूनी गृहयुद्ध में पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के रिश्तेदारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरक्षण को घटाकर पांच प्रतिशत करने के बाद, छात्र नेताओं ने विरोध प्रदर्शन रोक दिया, लेकिन भड़के प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार ने उनके सभी नेताओं को रिहा करने के उनके आह्वान को नजरअंदाज कर दिया। वे प्रधानमंत्री हसीना के इस्तीफे की मांग पर अड़ गए।
–आईएएनएस
सीबीटी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 5 अगस्त (आईएएनएस)। बांग्लादेश की नेता शेख हसीना सोमवार को देश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद ढाका से दिल्ली के लिए रवाना होने के कुछ घंटों बाद गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस पर उतरीं।
हसीना बांग्लादेश वायु सेना के एक सैन्य परिवहन विमान से भारत पहुंचीं। कुछ खबरों में कहा गया है कि वह जल्द ही लंदन के लिए रवाना होंगी।
जब हसीना भारत के लिए रवाना हुईं, तो बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान ने उनके इस्तीफे की पुष्टि की और कहा कि देश को चलाने के लिए जल्द ही एक अंतरिम सरकार बनाई जाएगी।
सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि वह भविष्य की कार्रवाई की रूपरेखा तैयार करने के लिए जल्द ही राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन से मिलेंगे।
बताया गया कि रविवार को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में 100 से ज़्यादा लोग मारे गए और 1,000 से ज़्यादा लोग घायल हुए।
देश के प्रमुख दैनिक ‘द डेली स्टार’ ने बताया कि तीन सप्ताह से जारी प्रदर्शनोंं में मरने वालों की संख्या 300 को पार कर गई है।
छात्रों के नेतृत्व में चल रहे प्रदर्शन ने प्रधानमंत्री हसीना के नेतृत्व वाली सरकार पर भारी दबाव डाला है।
छात्र 1971 में खूनी गृहयुद्ध में पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के रिश्तेदारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरक्षण को घटाकर पांच प्रतिशत करने के बाद, छात्र नेताओं ने विरोध प्रदर्शन रोक दिया, लेकिन भड़के प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार ने उनके सभी नेताओं को रिहा करने के उनके आह्वान को नजरअंदाज कर दिया। वे प्रधानमंत्री हसीना के इस्तीफे की मांग पर अड़ गए।
–आईएएनएस
सीबीटी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 5 अगस्त (आईएएनएस)। बांग्लादेश की नेता शेख हसीना सोमवार को देश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद ढाका से दिल्ली के लिए रवाना होने के कुछ घंटों बाद गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस पर उतरीं।
हसीना बांग्लादेश वायु सेना के एक सैन्य परिवहन विमान से भारत पहुंचीं। कुछ खबरों में कहा गया है कि वह जल्द ही लंदन के लिए रवाना होंगी।
जब हसीना भारत के लिए रवाना हुईं, तो बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान ने उनके इस्तीफे की पुष्टि की और कहा कि देश को चलाने के लिए जल्द ही एक अंतरिम सरकार बनाई जाएगी।
सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि वह भविष्य की कार्रवाई की रूपरेखा तैयार करने के लिए जल्द ही राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन से मिलेंगे।
बताया गया कि रविवार को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में 100 से ज़्यादा लोग मारे गए और 1,000 से ज़्यादा लोग घायल हुए।
देश के प्रमुख दैनिक ‘द डेली स्टार’ ने बताया कि तीन सप्ताह से जारी प्रदर्शनोंं में मरने वालों की संख्या 300 को पार कर गई है।
छात्रों के नेतृत्व में चल रहे प्रदर्शन ने प्रधानमंत्री हसीना के नेतृत्व वाली सरकार पर भारी दबाव डाला है।
छात्र 1971 में खूनी गृहयुद्ध में पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के रिश्तेदारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरक्षण को घटाकर पांच प्रतिशत करने के बाद, छात्र नेताओं ने विरोध प्रदर्शन रोक दिया, लेकिन भड़के प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार ने उनके सभी नेताओं को रिहा करने के उनके आह्वान को नजरअंदाज कर दिया। वे प्रधानमंत्री हसीना के इस्तीफे की मांग पर अड़ गए।
–आईएएनएस
सीबीटी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 5 अगस्त (आईएएनएस)। बांग्लादेश की नेता शेख हसीना सोमवार को देश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद ढाका से दिल्ली के लिए रवाना होने के कुछ घंटों बाद गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस पर उतरीं।
हसीना बांग्लादेश वायु सेना के एक सैन्य परिवहन विमान से भारत पहुंचीं। कुछ खबरों में कहा गया है कि वह जल्द ही लंदन के लिए रवाना होंगी।
जब हसीना भारत के लिए रवाना हुईं, तो बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान ने उनके इस्तीफे की पुष्टि की और कहा कि देश को चलाने के लिए जल्द ही एक अंतरिम सरकार बनाई जाएगी।
सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि वह भविष्य की कार्रवाई की रूपरेखा तैयार करने के लिए जल्द ही राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन से मिलेंगे।
बताया गया कि रविवार को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में 100 से ज़्यादा लोग मारे गए और 1,000 से ज़्यादा लोग घायल हुए।
देश के प्रमुख दैनिक ‘द डेली स्टार’ ने बताया कि तीन सप्ताह से जारी प्रदर्शनोंं में मरने वालों की संख्या 300 को पार कर गई है।
छात्रों के नेतृत्व में चल रहे प्रदर्शन ने प्रधानमंत्री हसीना के नेतृत्व वाली सरकार पर भारी दबाव डाला है।
छात्र 1971 में खूनी गृहयुद्ध में पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के रिश्तेदारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरक्षण को घटाकर पांच प्रतिशत करने के बाद, छात्र नेताओं ने विरोध प्रदर्शन रोक दिया, लेकिन भड़के प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार ने उनके सभी नेताओं को रिहा करने के उनके आह्वान को नजरअंदाज कर दिया। वे प्रधानमंत्री हसीना के इस्तीफे की मांग पर अड़ गए।
–आईएएनएस
सीबीटी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 5 अगस्त (आईएएनएस)। बांग्लादेश की नेता शेख हसीना सोमवार को देश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद ढाका से दिल्ली के लिए रवाना होने के कुछ घंटों बाद गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस पर उतरीं।
हसीना बांग्लादेश वायु सेना के एक सैन्य परिवहन विमान से भारत पहुंचीं। कुछ खबरों में कहा गया है कि वह जल्द ही लंदन के लिए रवाना होंगी।
जब हसीना भारत के लिए रवाना हुईं, तो बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान ने उनके इस्तीफे की पुष्टि की और कहा कि देश को चलाने के लिए जल्द ही एक अंतरिम सरकार बनाई जाएगी।
सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि वह भविष्य की कार्रवाई की रूपरेखा तैयार करने के लिए जल्द ही राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन से मिलेंगे।
बताया गया कि रविवार को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में 100 से ज़्यादा लोग मारे गए और 1,000 से ज़्यादा लोग घायल हुए।
देश के प्रमुख दैनिक ‘द डेली स्टार’ ने बताया कि तीन सप्ताह से जारी प्रदर्शनोंं में मरने वालों की संख्या 300 को पार कर गई है।
छात्रों के नेतृत्व में चल रहे प्रदर्शन ने प्रधानमंत्री हसीना के नेतृत्व वाली सरकार पर भारी दबाव डाला है।
छात्र 1971 में खूनी गृहयुद्ध में पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के रिश्तेदारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरक्षण को घटाकर पांच प्रतिशत करने के बाद, छात्र नेताओं ने विरोध प्रदर्शन रोक दिया, लेकिन भड़के प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार ने उनके सभी नेताओं को रिहा करने के उनके आह्वान को नजरअंदाज कर दिया। वे प्रधानमंत्री हसीना के इस्तीफे की मांग पर अड़ गए।
–आईएएनएस
सीबीटी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 5 अगस्त (आईएएनएस)। बांग्लादेश की नेता शेख हसीना सोमवार को देश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद ढाका से दिल्ली के लिए रवाना होने के कुछ घंटों बाद गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस पर उतरीं।
हसीना बांग्लादेश वायु सेना के एक सैन्य परिवहन विमान से भारत पहुंचीं। कुछ खबरों में कहा गया है कि वह जल्द ही लंदन के लिए रवाना होंगी।
जब हसीना भारत के लिए रवाना हुईं, तो बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान ने उनके इस्तीफे की पुष्टि की और कहा कि देश को चलाने के लिए जल्द ही एक अंतरिम सरकार बनाई जाएगी।
सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि वह भविष्य की कार्रवाई की रूपरेखा तैयार करने के लिए जल्द ही राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन से मिलेंगे।
बताया गया कि रविवार को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में 100 से ज़्यादा लोग मारे गए और 1,000 से ज़्यादा लोग घायल हुए।
देश के प्रमुख दैनिक ‘द डेली स्टार’ ने बताया कि तीन सप्ताह से जारी प्रदर्शनोंं में मरने वालों की संख्या 300 को पार कर गई है।
छात्रों के नेतृत्व में चल रहे प्रदर्शन ने प्रधानमंत्री हसीना के नेतृत्व वाली सरकार पर भारी दबाव डाला है।
छात्र 1971 में खूनी गृहयुद्ध में पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के रिश्तेदारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरक्षण को घटाकर पांच प्रतिशत करने के बाद, छात्र नेताओं ने विरोध प्रदर्शन रोक दिया, लेकिन भड़के प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार ने उनके सभी नेताओं को रिहा करने के उनके आह्वान को नजरअंदाज कर दिया। वे प्रधानमंत्री हसीना के इस्तीफे की मांग पर अड़ गए।
–आईएएनएस
सीबीटी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 5 अगस्त (आईएएनएस)। बांग्लादेश की नेता शेख हसीना सोमवार को देश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद ढाका से दिल्ली के लिए रवाना होने के कुछ घंटों बाद गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस पर उतरीं।
हसीना बांग्लादेश वायु सेना के एक सैन्य परिवहन विमान से भारत पहुंचीं। कुछ खबरों में कहा गया है कि वह जल्द ही लंदन के लिए रवाना होंगी।
जब हसीना भारत के लिए रवाना हुईं, तो बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान ने उनके इस्तीफे की पुष्टि की और कहा कि देश को चलाने के लिए जल्द ही एक अंतरिम सरकार बनाई जाएगी।
सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि वह भविष्य की कार्रवाई की रूपरेखा तैयार करने के लिए जल्द ही राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन से मिलेंगे।
बताया गया कि रविवार को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में 100 से ज़्यादा लोग मारे गए और 1,000 से ज़्यादा लोग घायल हुए।
देश के प्रमुख दैनिक ‘द डेली स्टार’ ने बताया कि तीन सप्ताह से जारी प्रदर्शनोंं में मरने वालों की संख्या 300 को पार कर गई है।
छात्रों के नेतृत्व में चल रहे प्रदर्शन ने प्रधानमंत्री हसीना के नेतृत्व वाली सरकार पर भारी दबाव डाला है।
छात्र 1971 में खूनी गृहयुद्ध में पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के रिश्तेदारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरक्षण को घटाकर पांच प्रतिशत करने के बाद, छात्र नेताओं ने विरोध प्रदर्शन रोक दिया, लेकिन भड़के प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार ने उनके सभी नेताओं को रिहा करने के उनके आह्वान को नजरअंदाज कर दिया। वे प्रधानमंत्री हसीना के इस्तीफे की मांग पर अड़ गए।
–आईएएनएस
सीबीटी/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 5 अगस्त (आईएएनएस)। बांग्लादेश की नेता शेख हसीना सोमवार को देश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद ढाका से दिल्ली के लिए रवाना होने के कुछ घंटों बाद गाजियाबाद के हिंडन एयर बेस पर उतरीं।
हसीना बांग्लादेश वायु सेना के एक सैन्य परिवहन विमान से भारत पहुंचीं। कुछ खबरों में कहा गया है कि वह जल्द ही लंदन के लिए रवाना होंगी।
जब हसीना भारत के लिए रवाना हुईं, तो बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकर-उज-जमान ने उनके इस्तीफे की पुष्टि की और कहा कि देश को चलाने के लिए जल्द ही एक अंतरिम सरकार बनाई जाएगी।
सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि वह भविष्य की कार्रवाई की रूपरेखा तैयार करने के लिए जल्द ही राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन से मिलेंगे।
बताया गया कि रविवार को पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में 100 से ज़्यादा लोग मारे गए और 1,000 से ज़्यादा लोग घायल हुए।
देश के प्रमुख दैनिक ‘द डेली स्टार’ ने बताया कि तीन सप्ताह से जारी प्रदर्शनोंं में मरने वालों की संख्या 300 को पार कर गई है।
छात्रों के नेतृत्व में चल रहे प्रदर्शन ने प्रधानमंत्री हसीना के नेतृत्व वाली सरकार पर भारी दबाव डाला है।
छात्र 1971 में खूनी गृहयुद्ध में पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के रिश्तेदारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा आरक्षण को घटाकर पांच प्रतिशत करने के बाद, छात्र नेताओं ने विरोध प्रदर्शन रोक दिया, लेकिन भड़के प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार ने उनके सभी नेताओं को रिहा करने के उनके आह्वान को नजरअंदाज कर दिया। वे प्रधानमंत्री हसीना के इस्तीफे की मांग पर अड़ गए।