नई दिल्ली, 17 फरवरी (आईएएनएस)। संकटग्रस्त रियल एस्टेट परियोजनाओं का समाधान प्रदान करने के उद्देश्य से, नेशनल रियल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल (नारेडको) ने घोषणा की है कि वह धन प्राप्त करने में रियल एस्टेट उद्योग के सामने आने वाले मुद्दों और चुनौतियों का समाधान करने के लिए देश के अग्रणी बैंकों के साथ एक गोलमेज चर्चा करेगा।
नारेडको फाइनेंशियल कॉन्क्लेव के मौके पर 3 मार्च को गोलमेज चर्चा होने वाली है, जो नारेडको फाइनेंस कमेटी ने आयोजित की है, जिसका उद्देश्य तनावग्रस्त रियल एस्टेट परियोजनाओं को वित्त पोषण के लिए समाधान और दिशानिर्देश प्रदान करना है। कॉन्क्लेव में वित्त मंत्रालय, आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय, वित्तीय संस्थानों और विशेष निधि आदि के प्रतिनिधि भाग लेंगे।
चर्चा धन की अधिक पहुंच की आवश्यकता और बैंकों द्वारा रियल एस्टेट उद्योग के विकास के समर्थन में निभाई जा सकने वाली भूमिका पर केंद्रित होगी। रियल एस्टेट उद्योग भारतीय अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है, जो रोजगार के अवसर प्रदान करता है और सकल घरेलू उत्पाद में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
नारेडको के अध्यक्ष राजन बंदेलकर ने कहा- रियल एस्टेट उद्योग कई चुनौतियों का सामना कर रहा है, जिसमें धन की कमी भी शामिल है, जो इसके विकास और विकास में बाधा बन रही है। हमारा मानना है कि बैंक इन चुनौतियों का समाधान करने और उद्योग के विकास का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। यह गोलमेज चर्चा हमारे लिए एक साथ काम करने और इन चुनौतियों का समाधान खोजने का अवसर है।
नारेडको वित्त समिति के अध्यक्ष सतीश कुमार ने कहा- रियल एस्टेट उद्योग वर्तमान में एक महत्वपूर्ण चुनौती का सामना कर रहा है क्योंकि फंडिंग के अवसर कम हो गए हैं, जिसने इस क्षेत्र के विकास को प्रभावित किया है। परिणामस्वरूप, नारेडको फाइनेंशियल कॉन्क्लेव इस मुद्दे को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जबकि यह सुनिश्चित करेगा कि बैंकों का फंड सुरक्षित रहें। प्रमुख बैंकों और रियल एस्टेट डेवलपर्स को एक साथ लाकर, गोलमेज चर्चा उद्योग को मौजूदा चुनौतियों से उबरने और इसके निरंतर विकास का समर्थन करने में मदद करने के लिए अभिनव समाधानों की पहचान करने के लिए एक मंच प्रदान करेगी।
चर्चा रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए वित्तपोषण के वैकल्पिक स्रोतों की उपलब्धता बढ़ाने के तरीकों का भी पता लगाएगी। इसका उद्देश्य रियल एस्टेट उद्योग में ऋण पुनर्गठन के लिए अधिक अनुकूल वातावरण बनाना है, जो उद्योग के निरंतर विकास के लिए आवश्यक है। भारत में रियल एस्टेट उद्योग के लिए अधिक अनुकूल वातावरण बनाने की दिशा में चर्चा एक महत्वपूर्ण कदम होने की उम्मीद है। उद्योग से देश की आर्थिक सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद है, और इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए बैंकिंग क्षेत्र का समर्थन आवश्यक होगा।
–आईएएनएस
केसी/एएनएम