अगरमेल, 2 मई (आईएएनएस)। तमिलनाडु के अगरमेल के नाजरथपेट्टई इलाके में अवैध रूप से रहने के आरोप में आठ बांग्लादेशी नागरिकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग बिना वैध दस्तावेजों के एक किराए के मकान में रह रहे हैं। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने छापेमारी की और आठ व्यक्तियों को हिरासत में लिया। प्रारंभिक जांच में पता चला कि ये लोग बांग्लादेश के नागरिक हैं और इनके पास भारत में रहने के लिए आवश्यक दस्तावेज नहीं थे।
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान अभी सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन पुलिस सूत्रों के अनुसार, ये लोग कबाड़ इकट्ठा करने और उसे स्थानीय दुकानों में बेचने का काम कर रहे थे। पुलिस को इनके पास से फर्जी आधार कार्ड भी बरामद हुए हैं, जो संदेह को और गहरा करते हैं। जांच में यह भी सामने आया कि ये लोग पश्चिम बंगाल के रास्ते अवैध रूप से तमिलनाडु में दाखिल हुए थे। पुलिस अब इस बात की तहकीकात कर रही है कि क्या इस क्षेत्र में और भी प्रवासी अवैध रूप से रह रहे हैं और क्या कोई बड़ा नेटवर्क इस गतिविधि के पीछे संलग्न है।
यह घटना हाल ही में कांचीपुरम जिले के कुंद्राथुर और मंगदु इलाकों में 33 बांग्लादेशी नागरिकों की गिरफ्तारी के बाद सामने आई है। उस मामले में भी पुलिस ने प्रवासियों को फर्जी दस्तावेजों के साथ पकड़ा था। इन लगातार हो रही गिरफ्तारियों ने तमिलनाडु में अवैध प्रवास की समस्या को उजागर किया है। पुलिस और खुफिया एजेंसियां अब इस मामले को गंभीरता से ले रही हैं और इसे रोकने के लिए कड़े कदम उठा रही हैं।
स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की गतिविधियां न केवल कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती हैं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी खतरा पैदा कर सकती हैं। पुलिस ने किराए के मकान के मालिक से भी पूछताछ शुरू की है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या उन्हें अपने किरायेदारों की गतिविधियों की जानकारी थी। साथ ही, फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह की तलाश भी तेज कर दी गई है।
क्षेत्रीय पुलिस अधीक्षक ने एक बयान में कहा, “हम अवैध प्रवास के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहे हैं। हमारी टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। मैं नागरिकों से भी अपील करता हूं कि वे अपने आसपास की किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी पुलिस को दें।”
–आईएएनएस
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