नई दिल्ली, 14 जून (आईएएनएस)। कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों ने मंगलवार को तमिलनाडु के बिजली मंत्री वी. सेंथिल बालाजी के कार्यालय पर तलाशी लेने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने के लिए केंद्र की भाजपा सरकार की आलोचना की।
एक बयान में, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा : कांग्रेस पार्टी तमिलनाडु के बिजली मंत्री वी. सेंथिल बालाजी के कार्यालय की तलाशी में ईडी के घोर दुरुपयोग की निंदा करती है।
उन्होंने इसे प्रताड़ना और डराने-धमकाने की मोदी सरकार की बेशर्म कोशिश करार दिया।
खड़गे ने कहा, राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ जांच एजेंसियों का इस तरह का घोर दुरुपयोग मोदी सरकार की पहचान रही है। ये रणनीति विपक्ष को चुप कराने में सफल नहीं होगी, क्योंकि विपक्ष के नेता मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ अपने लोकतांत्रिक संघर्ष को जारी रखने के अपने संकल्प को मजबूत कर चुके हैं।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके प्रमुख एम.के. स्टालिन ने कहा : ईडी द्वारा मंत्री सेंथिल बालाजी के सचिवालय कार्यालय में की गई छापेमारी, संघीय सिद्धांत पर सीधा हमला है। अपने राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ भाजपा की पिछले दरवाजे की रणनीति से उन्हें वांछित परिणाम नहीं मिलेंगे।
उन्होंने कहा, बीजेपी इससे जल्द ही कठिन सबक लेगी। जो लोग बीजेपी की बदले की राजनीति की सस्ती हरकतें देख रहे हैं, उनकी चुप्पी को कम करके नहीं आंका जाना चाहिए। यह 2024 के तूफान से पहले की शांति के अलावा और कुछ नहीं है जो बीजेपी को बहा ले जाएगी।
उनके विचारों को दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप नेता अरविंद केजरीवाल ने भी प्रतिध्वनित किया, जिन्होंने एक ट्वीट में कहा, विपक्ष को परेशान करने और डराने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का भाजपा का दुरुपयोग बेरोकटोक जारी है। तमिलनाडु के बिजली मंत्री वी सेंथिल बालाजी के खिलाफ ईडी के छापे की कड़ी निंदा करते हैं। राजनीतिक बदले की भावना से अंधी भाजपा हमारे लोकतंत्र को अपूरणीय क्षति पहुंचा रही है।
तृणमूल कांग्रेस की नेता और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी तमिलनाडु के मंत्री के समर्थन में सामने आईं, उन्होंने कहा : मैं आज डीएमके के खिलाफ बीजेपी द्वारा राजनीतिक प्रतिशोध की निंदा करती हूं। केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग जारी है। तमिलनाडु में मंत्री के कार्यालय में ईडी के छापे। भाजपा का हताशापूर्ण कार्य है।
राकांपा सुप्रीमो शरद पवार ने भी केंद्र की भाजपा सरकार की आलोचना की और कहा, मैं विपक्षी दलों द्वारा शासित सरकारों के मंत्रियों के खिलाफ ईडी की लगातार कार्रवाई की कड़ी निंदा करता हूं। सेंथिल बालाजी के कार्यालय पर छापे के साथ ईडी अब अपनी कुटिलता दक्षिणी राज्यों में पहुंचा रहा है। मकसद साफ है, अलोकतांत्रिक केंद्र सरकार के खिलाफ हर आवाज को कुचलना।
–आईएएनएस
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