चेन्नई, 6 अप्रैल (आईएएनएस)। तमिलनाडु के वेल्लोर में एआईएडीएमके की आईटी शाखा के एक पदाधिकारी को द्रमुक के वरिष्ठ नेता और राज्य के मंत्री एस. दुरईमुरुगन के बारे में झूठी और मानहानिकारक खबरें पोस्ट करने और फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
स्थानीय द्रमुक नेता वन्नियारा द्वारा एक अप्रैल को काटपाडी पुलिस थाने में दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर पोलाची अरुण कुमार को बुधवार देर शाम गिरफ्तार किया गया।
यह मुद्दा तब शुरू हुआ, जब मंत्री ने 29 मार्च को विधानसभा में एक भाषण में कहा कि उनकी समाधि पर गोपालपुरम लॉयलिस्ट लिखा जाना चाहिए, जिसका मतलब है कि वह द्रमुक के दिवंगत संरक्षक एम. करुणानिधि और उनके परिवार के प्रबल वफादार हैं, जिनका घर चेन्नई के गोपालपुरम में है।
वन्नियारा की शिकायत के अनुसार, अरुण कुमार ने दुरईमुरुगन के ट्विटर हैंडल से एक तस्वीर ली थी और इसे मॉर्फ किया था। कुछ ऑडियो क्लिपिंग के साथ मंत्री को एक कब्रिस्तान में दिखाया गया और इसका एक वीडियो शूट किया गया। इसके बाद उन्होंने यह तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी, जो वायरल हो गई।
शिकायत के आधार पर काटपाडी पुलिस ने अरुण कुमार को 504 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान) और 505 (अफवाहें प्रकाशित करना या प्रसारित करना) के साथ-साथ सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 सहित भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया।
अरुण कुमार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
–आईएएनएस
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