चेन्नई, 7 अक्टूबर (आईएएनएस)। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके अध्यक्ष एम.के.स्टालिन 8 अक्टूबर को चेन्नई में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) द्वारा आयोजित एक सर्वदलीय प्रदर्शन में भाग लेंगे। जहां आयोजक गाजा में हमले रोकने का आह्वान करेंगे और केंद्र सरकार से इजरायल के साथ सभी समझौतों को रद्द करने का आग्रह करेंगे।
एग्मोर के राजरथिनम स्टेडियम के पास सुबह 10 बजे होने वाले इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व माकपा के राज्य सचिव पी. षणमुगम करेंगे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य गाजा की स्थिति पर ध्यान आकर्षित करना है। आयोजकों ने कुछ आंकड़ों के जरिए दावा किया है कि 7 अक्टूबर, 2023 को संघर्ष बढ़ने के बाद से 66,000 से ज्यादा फिलिस्तीनी—जिनमें 20,000 से ज्यादा बच्चे शामिल हैं – मारे जा चुके हैं।
माकपा ने कहा कि लगभग 20 लाख फिलिस्तीनी विस्थापित हो गए हैं और इजरायली नाकेबंदी के कारण लगातार हवाई और मिसाइल हमलों, भोजन और चिकित्सा आपूर्ति की भारी कमी और सीमित मानवीय सहायता का सामना कर रहे हैं।
पार्टी ने एक बयान में कहा, “अस्पताल, स्कूल और घर मलबे में तब्दील हो गए हैं; यहां तक कि संकट का दस्तावेजीकरण करने वाले पत्रकारों को भी निशाना बनाया गया है।”
यह विरोध प्रदर्शन संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा इजरायल को निरंतर समर्थन दिए जाने की भी निंदा करेगा और आरोप लगाएगा कि इसने इजरायली सरकार को अंतर्राष्ट्रीय कानून की अवहेलना करने और कतर जैसे मध्यस्थों के नेतृत्व वाले शांति प्रयासों को कमजोर करने के लिए प्रोत्साहित किया है।
आयोजकों ने कहा कि प्रदर्शन तत्काल युद्धविराम, गाजा तक मानवीय पहुंच बहाल करने और शांति सुनिश्चित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों को नए सिरे से शुरू करने पर जोर देगा।
इस सभा को विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता संबोधित कर सकते हैं।
इनमें द्रविड़ कषगम के अध्यक्ष के. वीरमणि, तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी (टीएनसीसी) के प्रमुख के सेल्वापेरुन्थागई, एमडीएमके महासचिव वाइको, भाकपा के राज्य सचिव एम. वीरपांडियन, विदुथलाई चिरुथैगल काची (वीसीके) के संस्थापक थोल. थिरुमावलवन, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के महासचिव के.ए.एम. मोहम्मद अबुबकर, मणिथानेया मक्कल काची (एमएमके) के नेता एम.एच. जवाहिरुल्लाह और मणिथानेया जननायागा काची के प्रमुख तमीमुन अंसारी शामिल हैं।
डीएमके के इस विरोध प्रदर्शन में भाग लेने से, बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।
–आईएएनएस
केआर/