चेन्नई, 9 अगस्त (आईएएनएस)। संसद में दिल्ली सर्विस बिल पारित होने के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इसे लोकतंत्र का काला दिन बताया था। इसके एक दिन बाद तमिलनाडु के भाजपा अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने कहा कि लोकतंत्र के असली काले दिन कांग्रेस शासन के दौरान थे जब संविधान के अनुच्छेद 356 का उपयोग करके राज्य सरकारों को 90 बार बर्खास्त किया गया था।
भाजपा नेता ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अकेले 50 बार निर्वाचित राज्य सरकार को बर्खास्त किया था और कहा कि वह लोकतंत्र के काले दिन थे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में स्पष्ट रूप से बताया था कि दिल्ली सेवा विधेयक (दिल्ली सर्विस बिल) क्या है और यह लोकतंत्र के खिलाफ नहीं है, जैसा कि कांग्रेस ने सत्ता में अपने सुनहरे दिनों के दौरान किया था।
अन्नामलाई ने यह भी आरोप लगाया कि 1975 में इंदिरा गांधी ने आपातकाल की घोषणा की और देश को गहरे गड्ढे में धकेल दिया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि यह स्टालिन के पिता और पूर्व मुख्यमंत्री करुणानिधि ही थे, जिन्होंने आपातकाल के बाद इंदिरा गांधी के लिए लाल कालीन बिछाकर उन्हें तमिलनाडु में आमंत्रित किया था और कहा था कि नेहरू की बेटी आएं और स्थिर सरकार लाएं।
किसी को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि वह दिल्ली के राज्य अधिकारों के साथ भ्रमित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली सीमित शक्तियों वाला एक केंद्र शासित प्रदेश है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि द्रमुक कांग्रेस पार्टी की ‘वफादार गुलाम’ थी और उसने कई वर्षों से राज्य के लोगों के अधिकारों को बंधक बना रखा था।
कांग्रेस पार्टी का ‘वफादार गुलाम’ होने के नाते द्रमुक केंद्र सरकार के कल्याणकारी बिलों का समर्थन नहीं कर सकती है।
–आईएएनएस
एफजेड/एबीएम
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चेन्नई, 9 अगस्त (आईएएनएस)। संसद में दिल्ली सर्विस बिल पारित होने के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इसे लोकतंत्र का काला दिन बताया था। इसके एक दिन बाद तमिलनाडु के भाजपा अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने कहा कि लोकतंत्र के असली काले दिन कांग्रेस शासन के दौरान थे जब संविधान के अनुच्छेद 356 का उपयोग करके राज्य सरकारों को 90 बार बर्खास्त किया गया था।
भाजपा नेता ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अकेले 50 बार निर्वाचित राज्य सरकार को बर्खास्त किया था और कहा कि वह लोकतंत्र के काले दिन थे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में स्पष्ट रूप से बताया था कि दिल्ली सेवा विधेयक (दिल्ली सर्विस बिल) क्या है और यह लोकतंत्र के खिलाफ नहीं है, जैसा कि कांग्रेस ने सत्ता में अपने सुनहरे दिनों के दौरान किया था।
अन्नामलाई ने यह भी आरोप लगाया कि 1975 में इंदिरा गांधी ने आपातकाल की घोषणा की और देश को गहरे गड्ढे में धकेल दिया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि यह स्टालिन के पिता और पूर्व मुख्यमंत्री करुणानिधि ही थे, जिन्होंने आपातकाल के बाद इंदिरा गांधी के लिए लाल कालीन बिछाकर उन्हें तमिलनाडु में आमंत्रित किया था और कहा था कि नेहरू की बेटी आएं और स्थिर सरकार लाएं।
किसी को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि वह दिल्ली के राज्य अधिकारों के साथ भ्रमित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली सीमित शक्तियों वाला एक केंद्र शासित प्रदेश है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि द्रमुक कांग्रेस पार्टी की ‘वफादार गुलाम’ थी और उसने कई वर्षों से राज्य के लोगों के अधिकारों को बंधक बना रखा था।
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भाजपा नेता ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अकेले 50 बार निर्वाचित राज्य सरकार को बर्खास्त किया था और कहा कि वह लोकतंत्र के काले दिन थे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में स्पष्ट रूप से बताया था कि दिल्ली सेवा विधेयक (दिल्ली सर्विस बिल) क्या है और यह लोकतंत्र के खिलाफ नहीं है, जैसा कि कांग्रेस ने सत्ता में अपने सुनहरे दिनों के दौरान किया था।
अन्नामलाई ने यह भी आरोप लगाया कि 1975 में इंदिरा गांधी ने आपातकाल की घोषणा की और देश को गहरे गड्ढे में धकेल दिया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि यह स्टालिन के पिता और पूर्व मुख्यमंत्री करुणानिधि ही थे, जिन्होंने आपातकाल के बाद इंदिरा गांधी के लिए लाल कालीन बिछाकर उन्हें तमिलनाडु में आमंत्रित किया था और कहा था कि नेहरू की बेटी आएं और स्थिर सरकार लाएं।
किसी को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि वह दिल्ली के राज्य अधिकारों के साथ भ्रमित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली सीमित शक्तियों वाला एक केंद्र शासित प्रदेश है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि द्रमुक कांग्रेस पार्टी की ‘वफादार गुलाम’ थी और उसने कई वर्षों से राज्य के लोगों के अधिकारों को बंधक बना रखा था।
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भाजपा नेता ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अकेले 50 बार निर्वाचित राज्य सरकार को बर्खास्त किया था और कहा कि वह लोकतंत्र के काले दिन थे।
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अन्नामलाई ने यह भी आरोप लगाया कि 1975 में इंदिरा गांधी ने आपातकाल की घोषणा की और देश को गहरे गड्ढे में धकेल दिया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि यह स्टालिन के पिता और पूर्व मुख्यमंत्री करुणानिधि ही थे, जिन्होंने आपातकाल के बाद इंदिरा गांधी के लिए लाल कालीन बिछाकर उन्हें तमिलनाडु में आमंत्रित किया था और कहा था कि नेहरू की बेटी आएं और स्थिर सरकार लाएं।
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अन्नामलाई ने यह भी आरोप लगाया कि 1975 में इंदिरा गांधी ने आपातकाल की घोषणा की और देश को गहरे गड्ढे में धकेल दिया।
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भाजपा नेता ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अकेले 50 बार निर्वाचित राज्य सरकार को बर्खास्त किया था और कहा कि वह लोकतंत्र के काले दिन थे।
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अन्नामलाई ने यह भी आरोप लगाया कि 1975 में इंदिरा गांधी ने आपातकाल की घोषणा की और देश को गहरे गड्ढे में धकेल दिया।
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भाजपा नेता ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अकेले 50 बार निर्वाचित राज्य सरकार को बर्खास्त किया था और कहा कि वह लोकतंत्र के काले दिन थे।
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भाजपा नेता ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अकेले 50 बार निर्वाचित राज्य सरकार को बर्खास्त किया था और कहा कि वह लोकतंत्र के काले दिन थे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में स्पष्ट रूप से बताया था कि दिल्ली सेवा विधेयक (दिल्ली सर्विस बिल) क्या है और यह लोकतंत्र के खिलाफ नहीं है, जैसा कि कांग्रेस ने सत्ता में अपने सुनहरे दिनों के दौरान किया था।
अन्नामलाई ने यह भी आरोप लगाया कि 1975 में इंदिरा गांधी ने आपातकाल की घोषणा की और देश को गहरे गड्ढे में धकेल दिया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि यह स्टालिन के पिता और पूर्व मुख्यमंत्री करुणानिधि ही थे, जिन्होंने आपातकाल के बाद इंदिरा गांधी के लिए लाल कालीन बिछाकर उन्हें तमिलनाडु में आमंत्रित किया था और कहा था कि नेहरू की बेटी आएं और स्थिर सरकार लाएं।
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चेन्नई, 9 अगस्त (आईएएनएस)। संसद में दिल्ली सर्विस बिल पारित होने के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इसे लोकतंत्र का काला दिन बताया था। इसके एक दिन बाद तमिलनाडु के भाजपा अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने कहा कि लोकतंत्र के असली काले दिन कांग्रेस शासन के दौरान थे जब संविधान के अनुच्छेद 356 का उपयोग करके राज्य सरकारों को 90 बार बर्खास्त किया गया था।
भाजपा नेता ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अकेले 50 बार निर्वाचित राज्य सरकार को बर्खास्त किया था और कहा कि वह लोकतंत्र के काले दिन थे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में स्पष्ट रूप से बताया था कि दिल्ली सेवा विधेयक (दिल्ली सर्विस बिल) क्या है और यह लोकतंत्र के खिलाफ नहीं है, जैसा कि कांग्रेस ने सत्ता में अपने सुनहरे दिनों के दौरान किया था।
अन्नामलाई ने यह भी आरोप लगाया कि 1975 में इंदिरा गांधी ने आपातकाल की घोषणा की और देश को गहरे गड्ढे में धकेल दिया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि यह स्टालिन के पिता और पूर्व मुख्यमंत्री करुणानिधि ही थे, जिन्होंने आपातकाल के बाद इंदिरा गांधी के लिए लाल कालीन बिछाकर उन्हें तमिलनाडु में आमंत्रित किया था और कहा था कि नेहरू की बेटी आएं और स्थिर सरकार लाएं।
किसी को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि वह दिल्ली के राज्य अधिकारों के साथ भ्रमित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली सीमित शक्तियों वाला एक केंद्र शासित प्रदेश है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि द्रमुक कांग्रेस पार्टी की ‘वफादार गुलाम’ थी और उसने कई वर्षों से राज्य के लोगों के अधिकारों को बंधक बना रखा था।
कांग्रेस पार्टी का ‘वफादार गुलाम’ होने के नाते द्रमुक केंद्र सरकार के कल्याणकारी बिलों का समर्थन नहीं कर सकती है।
–आईएएनएस
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चेन्नई, 9 अगस्त (आईएएनएस)। संसद में दिल्ली सर्विस बिल पारित होने के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इसे लोकतंत्र का काला दिन बताया था। इसके एक दिन बाद तमिलनाडु के भाजपा अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने कहा कि लोकतंत्र के असली काले दिन कांग्रेस शासन के दौरान थे जब संविधान के अनुच्छेद 356 का उपयोग करके राज्य सरकारों को 90 बार बर्खास्त किया गया था।
भाजपा नेता ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अकेले 50 बार निर्वाचित राज्य सरकार को बर्खास्त किया था और कहा कि वह लोकतंत्र के काले दिन थे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में स्पष्ट रूप से बताया था कि दिल्ली सेवा विधेयक (दिल्ली सर्विस बिल) क्या है और यह लोकतंत्र के खिलाफ नहीं है, जैसा कि कांग्रेस ने सत्ता में अपने सुनहरे दिनों के दौरान किया था।
अन्नामलाई ने यह भी आरोप लगाया कि 1975 में इंदिरा गांधी ने आपातकाल की घोषणा की और देश को गहरे गड्ढे में धकेल दिया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि यह स्टालिन के पिता और पूर्व मुख्यमंत्री करुणानिधि ही थे, जिन्होंने आपातकाल के बाद इंदिरा गांधी के लिए लाल कालीन बिछाकर उन्हें तमिलनाडु में आमंत्रित किया था और कहा था कि नेहरू की बेटी आएं और स्थिर सरकार लाएं।
किसी को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि वह दिल्ली के राज्य अधिकारों के साथ भ्रमित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली सीमित शक्तियों वाला एक केंद्र शासित प्रदेश है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि द्रमुक कांग्रेस पार्टी की ‘वफादार गुलाम’ थी और उसने कई वर्षों से राज्य के लोगों के अधिकारों को बंधक बना रखा था।
कांग्रेस पार्टी का ‘वफादार गुलाम’ होने के नाते द्रमुक केंद्र सरकार के कल्याणकारी बिलों का समर्थन नहीं कर सकती है।