चेन्नई, 13 जनवरी (आईएएनएस)। तेलंगाना की पूर्व राज्यपाल और भाजपा नेता तमिलिसाई सुंदरराजन ने सोमवार को मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बयान की निंदा करते हुए प्रतिक्रिया दी।
भाजपा नेता तमिलिसाई सुंदरराजन ने कहा, “सबसे पहले मैं मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के शब्दों की कड़ी निंदा करती हूं। वह राज्यपाल का जिक्र बचकाना तरीके से कर रहे हैं। संवैधानिक प्रमुख का इस तरह से जिक्र कैसे किया जा सकता है। राज्यपाल और मुख्यमंत्री दोनों को सभी मतभेदों को दूर करना चाहिए। उन्हें एक साथ बैठना चाहिए और मैत्रीपूर्ण तरीके से बात करनी होगी। ताकि राज्य को लाभ हो, उच्च शिक्षा प्रणाली को लाभ हो और कुलपतियों की नियुक्ति में आसानी हो।
उन्होंने आगे कहा कि मेरी दूसरी अपील अनुच्छेद 167 के अनुसार, जब भी जरूरत हो, मुख्यमंत्री और राज्यपाल दोनों को एक साथ बैठकर राज्य के मामलों पर बात करनी चाहिए। मुझे दो राज्यों के राज्यपाल के रूप में काम करने का अनुभव है। एक राज्य तेलंगाना केंद्र सरकार से लड़ रहा था। दूसरा राज्य पुडुचेरी केंद्र सरकार के साथ दोस्ताना व्यवहार रखता है। लड़ाई के कारण तेलंगाना को उचित लाभ नहीं मिल पाया। दूसरी तरफ पुडुचेरी को बड़ी संख्या में योजनाओं की सुविधा दी गई।
भाजपा नेता ने कहा कि केंद्र सरकार के साथ अच्छे सौहार्दपूर्ण संबंधों के साथ, पुडुचेरी ने पूर्ण बजट पेश किया है। मैं अनुरोध करती हूं कि तमिलनाडु के दोनों संवैधानिक प्रमुखों को मतभेदों को दूर करके एक साथ बैठना चाहिए।
इरोड उपचुनाव पर भाजपा नेता ने कहा, “कांग्रेस को डीएमके के लिए सीट छोड़ने की चिंता करनी चाहिए। वे कह रहे हैं कि परिवार का एक सदस्य चुनाव लड़ने को तैयार नहीं है। ईवीकेएस परिवार के अलावा कोई और कांग्रेस कैडर नहीं है। कांग्रेस को शर्म आनी चाहिए कि उसे चुनाव लड़ने का अधिकार नहीं है। इंडी गठबंधन लगातार कमजोर होता जा रहा है।”
तमिलनाडु राजभवन ने विधानसभा के हालिया सत्र को संबोधित न करने के राज्यपाल आरएन रवि के फैसले को मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने ‘बचकाना’ बताया था।
–आईएएनएस
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