बीजिंग, 22 जून (आईएएनएस)। 21 सितंबर 2021 को चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 76वीं यूएन महासभा पर वैश्विक विकास पहल प्रस्तुत की और 8 महत्वपूर्ण सहयोग क्षेत्रों को रेखांकित किया, जिसे सौ से अधिक देशों व कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों का समर्थन मिला।
24 जून 2022 को शी चिनफिंग ने वैश्विक विकास उच्च स्तरीय वातार्लाप में 32 व्यावहारिक सहयोग काररवाइयों की घोषणा की, जिसने वैश्विक विकास पहल बढ़ाने की दिशा स्पष्ट की। संबंधित रिपोर्ट के अनुसार अब आधे से अधिक सहयोग कार्रवाइयां पूरी की गयी हैं या प्रारंभिक उपलब्धियां हासिल की गयी हैं।
अंतरराष्ट्रीय सिविल गरीबी उन्मूलन सहयोग नेटवर्क की स्थापना से वैश्विक विकास पहल के डिजिटल सहयोग मंच के आयोजन तक, 5 करोड़ अमेरिकी डॉलर के चीन-संयुक्त राष्ट्र अनाज व कृषि संगठन के तीसरे जत्थे वाले दक्षिण-दक्षिण सहयोग ट्रस्ट कोष से चीन-अफ्रीका अस्पताल सहयोग तंत्र के निर्माण तक एक के बाद एक परियोजना का कार्यांवयन हुआ है, जिसने वैश्विक विकास की शक्ति इकट्ठा की और असंख्य लोगों को आशा की किरण दी है।
वर्तमान में मानव डिजिटल युग में दाखिल हुआ है। कई विकासशील देश डिजिटल तकनीक से विकास बढ़ाना चाहते हैं। एक वर्ष के पहले आयोजित उच्च स्तरीय विकास वार्तालाप में स्मार्ट कस्टम, सीमा और पारस्परिक संपर्क स्थापित करना ही एकमात्र उपलब्धि है। अब इस अवधारणा को 31 द्विपक्षीय व बहुपक्षीय दस्तावेजों में लिखा गया है और 130 से अधिक सहयोगी परियोजनाएं उत्पन्न हुई हैं।
उल्लेखनीय बात है कि वैश्विक विकास पहल प्रस्तुत करने के बाद चीन ने यूएन 2030 एजेंडा की सेवा करने वाला एक वैज्ञानिक उपग्रह छोड़ा, जो विश्व में पहला ऐसा उपग्रह है जिसकी वजह से चीन ने यूएन को कई वैश्विक आंकड़े प्रदान किये, जो यूएन एजेंडा की निगरानी व मूल्यांकन के लिए मदद करता है।
विकास विशेषाधिकार नहीं है, बल्कि सभी लोगों का अधिकार है। विकास के रास्ते पर किसी भी देश व किसी भी व्यक्ति को पीछे न रहने के लिए चीन हमेशा कोशिश करता रहता है।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
–आईएएनएस
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