रेवाड़ी, 1 सितंबर (आईएएनएस)। हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीख में बदलाव किया गया है। इसे लेकर कांग्रेस भाजपा पर हमलावर है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि तानाशाही रवैया अपनाते हुए चुनाव की तारीख में तब्दीली की गई है।
पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने कहा कि चुनाव आयोग उनके (भाजपा) इशारे पर चलता है। उनको मालूम है कि भाजपा वाले छुट्टी ज्यादा करते हैं। बाहर घूमने चले जाते हैं, इसलिए सोचा कि वो छुट्टी से वापस आ जाएं, फिर वोट डालेंगे। उनको पता है कि इस बार उन्हें चुनाव में कड़ी शिकस्त मिलेगी, इसलिए घबराए हुए हैं।
रेवाड़ी से विधायक चिरंजीव राव ने कहा कि भाजपा की हालत दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है। टिकट वितरण में भी उन्हें काफी परेशानी हो रही है। चुनाव आयोग ने साफ कह दिया था कि तारीख में बदलाव नहीं होगा। उसके बावजूद भी तानाशाही रवैया अपनाते हुए इन्होंने तारीख में बदलाव किया है। यह दर्शाता है कि लोकतंत्र खतरे में है। जनता आने वाले समय में इसका जवाब देगी। 8 अक्टूबर को नतीजे आने के बाद कांग्रेस की सरकार बनेगी।
उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग ने शनिवार को हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीख में बदलाव किया। निर्वाचन आयोग ने हरियाणा में एक चरण में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की तारीख बदलकर 5 अक्टूबर कर दी है। इससे पहले मतदान 1 अक्टूबर को होना था।
चुनाव आयोग ने बिश्नोई समुदाय के सदियों पुराने त्योहार का हवाला देते हुए शनिवार को हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए मतगणना की तारीख 8 अक्टूबर कर दी है।
चुनाव आयोग की तरफ से घोषणा की गई, “यह निर्णय बिश्नोई समुदाय के मताधिकार और परंपराओं का सम्मान करने के लिए लिया गया है, जिन्होंने अपने गुरु जम्भेश्वर की स्मृति में आसोज अमावस्या उत्सव मनाने की सदियों पुरानी प्रथा को कायम रखा है। इससे बड़ी संख्या में लोग मतदान के अधिकार से वंचित रह सकते हैं, साथ ही इससे हरियाणा विधानसभा चुनाव में मतदाताओं की भागीदारी कम हो सकती है।”
–आईएएनएस
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