नई दिल्ली, 29 जनवरी (आईएएनएस)। दिल्ली दंगों के मुख्य आरोपी एवं मुस्तफाबाद विधानसभा चुनाव क्षेत्र से एआईएमआईएम (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन ) प्रत्याशी ताहिर हुसैन चुनाव प्रचार करने के लिए बुधवार को कस्टडी पैरोल मिल गई। ताहिर हुसैन के बाहर आने पर मुस्तफाबाद निवासियों ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से बात की।
मुस्तफाबाद के निवासी मोहम्मद आरिफ ने बताया कि ताहिर हुसैन जनता से समर्थन मांगने आया है, लेकिन यह उसका हक भी है। जो अपराध उन्होंने नहीं किया, उसकी सजा दी गई है। 8 फरवरी को ही पता चलेगा कि लोग उसे कितना समर्थन देंगे।
इलाके में एक दुकानदार समीरुद्दीन ने ताहिर हुसैन को मिले पैरोल पर खुशी जताई। कहा, इसमें कोई गलत बात नहीं है। भाजपा, आप, कांग्रेस के बाद अब एआईएमआईएम की भूमिका मुस्तफाबाद में अहम हो गई है। 8 फरवरी के बाद ही पता चलेगा कि कौन जीतेगा।
एक अन्य स्थानीय आसिफ मोहम्मद ने ताहिर हुसैन के जेल से बाहर आने और अपने लिए समर्थन मांगने को लेकर कहा कि उन्हें समर्थन देना चाहिए। हमारी कोशिश पूरी है, जनता के समर्थन से वह जीत दर्ज करें।
एक अन्य स्थानीय महमूद खान ने बताया कि सारा क्षेत्र ताहिर के साथ है।
इससे पहले पैरोल मिलने के बाद ताहिर हुसैन ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा था कि बिना केजरीवाल ब्रांड और मोदी ब्रांड के मुस्तफाबाद की जनता हमें जिताने का काम करेगी।
एआईएमआईएम उम्मीदवार ने कहा, “पांच साल बाद जेल से बाहर आने का मौका मिला है। इस कारण मैं बहुत खुश हूं। जब जेल से बाहर निकल रहा था तो मुझे बहुत घबराहट और परेशानी हो रही थी। लेकिन अब मैं इसलिए खुश हूं कि इतनी बड़ी तादाद में लोग मुझे मिलने के लिए आए हैं। इससे यह बात साफ होती है कि मुस्तफाबाद का रहने वाला व्यक्ति पहली बार विधायक बनने जा रहा है। जनता पर भरोसा है कि वे हमारे आंसू और परेशानियों को देख रहे हैं। यह पहला मौका है कि जब जनता बिना केजरीवाल और बिना मोदी ब्रांड के खुद चुनाव लड़ रही है और ताहिर हुसैन को जिताने का काम कर रही है।”
–आईएएनएस
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