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Home Today's Special News

तिब्बत में कोविड से मरने वालों की संख्या हो सकती है 220,000 से ज्यादा

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January 20, 2023
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तिब्बत में कोविड से मरने वालों की संख्या हो सकती है 220,000 से ज्यादा
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धर्मशाला, 20 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल कैंपेन फॉर तिब्बत (आईसीटी) के जनसांख्यिकीय डेटा और स्वास्थ्य अध्ययन के आधार पर किए गए एक अनुमान के मुताबिक, चीन में कोविड-19 के बढ़ते मामलों में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 220,000 से अधिक तिब्बतियों की मौत हो सकती है।

आईसीटी की एक नई रिपोर्ट तिब्बत में मरने वालों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए जापान और ब्राजील के स्टडीज के साथ-साथ तिब्बतियों के ऑन-द-ग्राउंड अकाउंट्स और चीन की जनगणना के आंकड़ों का इस्तेमाल करती है, जिसे चीन अपनी आधिकारिक कोविड रिपोटिर्ंग से बाहर मानता है।

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7 दिसंबर, 2022 को अपनी शून्य-कोविड रणनीति को छोड़ने के बाद से चीन में कोविड संक्रमणों और मौतों की संख्या का अनुमान तिब्बत में मौतों का अनुमान लगाने का पहला प्रयास है।

आईसीटी की रिपोर्ट में तिब्बतियों के फर्स्ट-हैंड अकाउंट्स को भी शामिल किया गया है।

आईसीटी कहा, शून्य-कोविड नीति के अचानक अंत का तिब्बत में विनाशकारी प्रभाव पड़ा है, चीन में पारदर्शिता की कमी और भेदभावपूर्ण व्यवहार ने भयावहता की पूरी सीमा का अनुमान लगाना मुश्किल बना दिया है।

तिब्बती एक बुरे सपने में जी रहे हैं और एक अकल्पनीय मौत का सामना कर रहे हैं। चीनी सरकार का इस संकट का कुप्रबंधन न केवल तिब्बत में बल्कि चीन और पूरी दुनिया में जीवन को खतरे में डाल रहा है।

आईसीटी रिपोर्ट चीन की 2020 की जनगणना के आंकड़ों को आधार मानकर इसका उपयोग करती है और उपलब्ध विश्लेषणात्मक अध्ययनों के माध्यम से अनुमान लगाती है।

जनगणना के अनुसार, 692,911 तिब्बती हैं, जिनकी उम्र 60 और उससे अधिक है। इनमें 82,672 हैं जो 80 और उससे अधिक हैं।

जापान में एक स्टडी और चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की स्वीकृति से पता चलता है कि मृत्यु का जोखिम 80 और उससे ऊपर वालों के लिए सबसे अधिक है।

सूत्रों के मुताबिक, पिछले साल शुरू हुए तीसरे टीके अभियान से बड़ी उम्र के तिब्बतियों को बाहर रखा गया था।

जब तक चाइनीज वैक्सीन का वर्तमान और बहुत बड़ा सैंपल-साइड का टीका दक्षता अध्ययन स्वतंत्र रूप से आयोजित नहीं किया जाता, तब तक ब्राजील में किए गए अध्ययन तिब्बती बुजुर्गों की मौतों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए सबसे अच्छे प्रॉक्सी के रूप में हैं।

इसलिए आईसीटी का अनुमान है कि तिब्बत में मौजूदा कोविड संकट में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 221,218 तिब्बतियों की मौत हो सकती है। यदि वर्तमान कोविड वृद्धि के दौरान मामले की मृत्यु दर को ध्यान में रखा जाए, तो 45,469 तिब्बती जो 80 वर्ष और उससे अधिक उम्र के हैं, की जान जा सकती हैं।

तिब्बत की राजधानी ल्हासा के सूत्रों ने आईसीटी को सूचित किया कि यहां की अधिकांश आबादी कोविड से संक्रमित है, और मरने वालों की संख्या हर दिन बढ़ रही है।

आधिकारिक तौर पर नामित तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के बाहर तिब्बती क्षेत्रों में भी कोविड के कारण बड़ी संख्या में मौतें हुईं, जो तिब्बत के लगभग आधे हिस्से में फैली हुई हैं।

एक तिब्बती ने कहा, दो जनवरी को वहां करीब 100 लाशें थीं। यह सामान्य नहीं है।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

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धर्मशाला, 20 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल कैंपेन फॉर तिब्बत (आईसीटी) के जनसांख्यिकीय डेटा और स्वास्थ्य अध्ययन के आधार पर किए गए एक अनुमान के मुताबिक, चीन में कोविड-19 के बढ़ते मामलों में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 220,000 से अधिक तिब्बतियों की मौत हो सकती है।

आईसीटी की एक नई रिपोर्ट तिब्बत में मरने वालों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए जापान और ब्राजील के स्टडीज के साथ-साथ तिब्बतियों के ऑन-द-ग्राउंड अकाउंट्स और चीन की जनगणना के आंकड़ों का इस्तेमाल करती है, जिसे चीन अपनी आधिकारिक कोविड रिपोटिर्ंग से बाहर मानता है।

7 दिसंबर, 2022 को अपनी शून्य-कोविड रणनीति को छोड़ने के बाद से चीन में कोविड संक्रमणों और मौतों की संख्या का अनुमान तिब्बत में मौतों का अनुमान लगाने का पहला प्रयास है।

आईसीटी की रिपोर्ट में तिब्बतियों के फर्स्ट-हैंड अकाउंट्स को भी शामिल किया गया है।

आईसीटी कहा, शून्य-कोविड नीति के अचानक अंत का तिब्बत में विनाशकारी प्रभाव पड़ा है, चीन में पारदर्शिता की कमी और भेदभावपूर्ण व्यवहार ने भयावहता की पूरी सीमा का अनुमान लगाना मुश्किल बना दिया है।

तिब्बती एक बुरे सपने में जी रहे हैं और एक अकल्पनीय मौत का सामना कर रहे हैं। चीनी सरकार का इस संकट का कुप्रबंधन न केवल तिब्बत में बल्कि चीन और पूरी दुनिया में जीवन को खतरे में डाल रहा है।

आईसीटी रिपोर्ट चीन की 2020 की जनगणना के आंकड़ों को आधार मानकर इसका उपयोग करती है और उपलब्ध विश्लेषणात्मक अध्ययनों के माध्यम से अनुमान लगाती है।

जनगणना के अनुसार, 692,911 तिब्बती हैं, जिनकी उम्र 60 और उससे अधिक है। इनमें 82,672 हैं जो 80 और उससे अधिक हैं।

जापान में एक स्टडी और चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की स्वीकृति से पता चलता है कि मृत्यु का जोखिम 80 और उससे ऊपर वालों के लिए सबसे अधिक है।

सूत्रों के मुताबिक, पिछले साल शुरू हुए तीसरे टीके अभियान से बड़ी उम्र के तिब्बतियों को बाहर रखा गया था।

जब तक चाइनीज वैक्सीन का वर्तमान और बहुत बड़ा सैंपल-साइड का टीका दक्षता अध्ययन स्वतंत्र रूप से आयोजित नहीं किया जाता, तब तक ब्राजील में किए गए अध्ययन तिब्बती बुजुर्गों की मौतों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए सबसे अच्छे प्रॉक्सी के रूप में हैं।

इसलिए आईसीटी का अनुमान है कि तिब्बत में मौजूदा कोविड संकट में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 221,218 तिब्बतियों की मौत हो सकती है। यदि वर्तमान कोविड वृद्धि के दौरान मामले की मृत्यु दर को ध्यान में रखा जाए, तो 45,469 तिब्बती जो 80 वर्ष और उससे अधिक उम्र के हैं, की जान जा सकती हैं।

तिब्बत की राजधानी ल्हासा के सूत्रों ने आईसीटी को सूचित किया कि यहां की अधिकांश आबादी कोविड से संक्रमित है, और मरने वालों की संख्या हर दिन बढ़ रही है।

आधिकारिक तौर पर नामित तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के बाहर तिब्बती क्षेत्रों में भी कोविड के कारण बड़ी संख्या में मौतें हुईं, जो तिब्बत के लगभग आधे हिस्से में फैली हुई हैं।

एक तिब्बती ने कहा, दो जनवरी को वहां करीब 100 लाशें थीं। यह सामान्य नहीं है।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

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धर्मशाला, 20 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल कैंपेन फॉर तिब्बत (आईसीटी) के जनसांख्यिकीय डेटा और स्वास्थ्य अध्ययन के आधार पर किए गए एक अनुमान के मुताबिक, चीन में कोविड-19 के बढ़ते मामलों में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 220,000 से अधिक तिब्बतियों की मौत हो सकती है।

आईसीटी की एक नई रिपोर्ट तिब्बत में मरने वालों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए जापान और ब्राजील के स्टडीज के साथ-साथ तिब्बतियों के ऑन-द-ग्राउंड अकाउंट्स और चीन की जनगणना के आंकड़ों का इस्तेमाल करती है, जिसे चीन अपनी आधिकारिक कोविड रिपोटिर्ंग से बाहर मानता है।

7 दिसंबर, 2022 को अपनी शून्य-कोविड रणनीति को छोड़ने के बाद से चीन में कोविड संक्रमणों और मौतों की संख्या का अनुमान तिब्बत में मौतों का अनुमान लगाने का पहला प्रयास है।

आईसीटी की रिपोर्ट में तिब्बतियों के फर्स्ट-हैंड अकाउंट्स को भी शामिल किया गया है।

आईसीटी कहा, शून्य-कोविड नीति के अचानक अंत का तिब्बत में विनाशकारी प्रभाव पड़ा है, चीन में पारदर्शिता की कमी और भेदभावपूर्ण व्यवहार ने भयावहता की पूरी सीमा का अनुमान लगाना मुश्किल बना दिया है।

तिब्बती एक बुरे सपने में जी रहे हैं और एक अकल्पनीय मौत का सामना कर रहे हैं। चीनी सरकार का इस संकट का कुप्रबंधन न केवल तिब्बत में बल्कि चीन और पूरी दुनिया में जीवन को खतरे में डाल रहा है।

आईसीटी रिपोर्ट चीन की 2020 की जनगणना के आंकड़ों को आधार मानकर इसका उपयोग करती है और उपलब्ध विश्लेषणात्मक अध्ययनों के माध्यम से अनुमान लगाती है।

जनगणना के अनुसार, 692,911 तिब्बती हैं, जिनकी उम्र 60 और उससे अधिक है। इनमें 82,672 हैं जो 80 और उससे अधिक हैं।

जापान में एक स्टडी और चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की स्वीकृति से पता चलता है कि मृत्यु का जोखिम 80 और उससे ऊपर वालों के लिए सबसे अधिक है।

सूत्रों के मुताबिक, पिछले साल शुरू हुए तीसरे टीके अभियान से बड़ी उम्र के तिब्बतियों को बाहर रखा गया था।

जब तक चाइनीज वैक्सीन का वर्तमान और बहुत बड़ा सैंपल-साइड का टीका दक्षता अध्ययन स्वतंत्र रूप से आयोजित नहीं किया जाता, तब तक ब्राजील में किए गए अध्ययन तिब्बती बुजुर्गों की मौतों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए सबसे अच्छे प्रॉक्सी के रूप में हैं।

इसलिए आईसीटी का अनुमान है कि तिब्बत में मौजूदा कोविड संकट में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 221,218 तिब्बतियों की मौत हो सकती है। यदि वर्तमान कोविड वृद्धि के दौरान मामले की मृत्यु दर को ध्यान में रखा जाए, तो 45,469 तिब्बती जो 80 वर्ष और उससे अधिक उम्र के हैं, की जान जा सकती हैं।

तिब्बत की राजधानी ल्हासा के सूत्रों ने आईसीटी को सूचित किया कि यहां की अधिकांश आबादी कोविड से संक्रमित है, और मरने वालों की संख्या हर दिन बढ़ रही है।

आधिकारिक तौर पर नामित तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के बाहर तिब्बती क्षेत्रों में भी कोविड के कारण बड़ी संख्या में मौतें हुईं, जो तिब्बत के लगभग आधे हिस्से में फैली हुई हैं।

एक तिब्बती ने कहा, दो जनवरी को वहां करीब 100 लाशें थीं। यह सामान्य नहीं है।

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आईसीटी की एक नई रिपोर्ट तिब्बत में मरने वालों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए जापान और ब्राजील के स्टडीज के साथ-साथ तिब्बतियों के ऑन-द-ग्राउंड अकाउंट्स और चीन की जनगणना के आंकड़ों का इस्तेमाल करती है, जिसे चीन अपनी आधिकारिक कोविड रिपोटिर्ंग से बाहर मानता है।

7 दिसंबर, 2022 को अपनी शून्य-कोविड रणनीति को छोड़ने के बाद से चीन में कोविड संक्रमणों और मौतों की संख्या का अनुमान तिब्बत में मौतों का अनुमान लगाने का पहला प्रयास है।

आईसीटी की रिपोर्ट में तिब्बतियों के फर्स्ट-हैंड अकाउंट्स को भी शामिल किया गया है।

आईसीटी कहा, शून्य-कोविड नीति के अचानक अंत का तिब्बत में विनाशकारी प्रभाव पड़ा है, चीन में पारदर्शिता की कमी और भेदभावपूर्ण व्यवहार ने भयावहता की पूरी सीमा का अनुमान लगाना मुश्किल बना दिया है।

तिब्बती एक बुरे सपने में जी रहे हैं और एक अकल्पनीय मौत का सामना कर रहे हैं। चीनी सरकार का इस संकट का कुप्रबंधन न केवल तिब्बत में बल्कि चीन और पूरी दुनिया में जीवन को खतरे में डाल रहा है।

आईसीटी रिपोर्ट चीन की 2020 की जनगणना के आंकड़ों को आधार मानकर इसका उपयोग करती है और उपलब्ध विश्लेषणात्मक अध्ययनों के माध्यम से अनुमान लगाती है।

जनगणना के अनुसार, 692,911 तिब्बती हैं, जिनकी उम्र 60 और उससे अधिक है। इनमें 82,672 हैं जो 80 और उससे अधिक हैं।

जापान में एक स्टडी और चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की स्वीकृति से पता चलता है कि मृत्यु का जोखिम 80 और उससे ऊपर वालों के लिए सबसे अधिक है।

सूत्रों के मुताबिक, पिछले साल शुरू हुए तीसरे टीके अभियान से बड़ी उम्र के तिब्बतियों को बाहर रखा गया था।

जब तक चाइनीज वैक्सीन का वर्तमान और बहुत बड़ा सैंपल-साइड का टीका दक्षता अध्ययन स्वतंत्र रूप से आयोजित नहीं किया जाता, तब तक ब्राजील में किए गए अध्ययन तिब्बती बुजुर्गों की मौतों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए सबसे अच्छे प्रॉक्सी के रूप में हैं।

इसलिए आईसीटी का अनुमान है कि तिब्बत में मौजूदा कोविड संकट में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 221,218 तिब्बतियों की मौत हो सकती है। यदि वर्तमान कोविड वृद्धि के दौरान मामले की मृत्यु दर को ध्यान में रखा जाए, तो 45,469 तिब्बती जो 80 वर्ष और उससे अधिक उम्र के हैं, की जान जा सकती हैं।

तिब्बत की राजधानी ल्हासा के सूत्रों ने आईसीटी को सूचित किया कि यहां की अधिकांश आबादी कोविड से संक्रमित है, और मरने वालों की संख्या हर दिन बढ़ रही है।

आधिकारिक तौर पर नामित तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के बाहर तिब्बती क्षेत्रों में भी कोविड के कारण बड़ी संख्या में मौतें हुईं, जो तिब्बत के लगभग आधे हिस्से में फैली हुई हैं।

एक तिब्बती ने कहा, दो जनवरी को वहां करीब 100 लाशें थीं। यह सामान्य नहीं है।

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आईसीटी की एक नई रिपोर्ट तिब्बत में मरने वालों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए जापान और ब्राजील के स्टडीज के साथ-साथ तिब्बतियों के ऑन-द-ग्राउंड अकाउंट्स और चीन की जनगणना के आंकड़ों का इस्तेमाल करती है, जिसे चीन अपनी आधिकारिक कोविड रिपोटिर्ंग से बाहर मानता है।

7 दिसंबर, 2022 को अपनी शून्य-कोविड रणनीति को छोड़ने के बाद से चीन में कोविड संक्रमणों और मौतों की संख्या का अनुमान तिब्बत में मौतों का अनुमान लगाने का पहला प्रयास है।

आईसीटी की रिपोर्ट में तिब्बतियों के फर्स्ट-हैंड अकाउंट्स को भी शामिल किया गया है।

आईसीटी कहा, शून्य-कोविड नीति के अचानक अंत का तिब्बत में विनाशकारी प्रभाव पड़ा है, चीन में पारदर्शिता की कमी और भेदभावपूर्ण व्यवहार ने भयावहता की पूरी सीमा का अनुमान लगाना मुश्किल बना दिया है।

तिब्बती एक बुरे सपने में जी रहे हैं और एक अकल्पनीय मौत का सामना कर रहे हैं। चीनी सरकार का इस संकट का कुप्रबंधन न केवल तिब्बत में बल्कि चीन और पूरी दुनिया में जीवन को खतरे में डाल रहा है।

आईसीटी रिपोर्ट चीन की 2020 की जनगणना के आंकड़ों को आधार मानकर इसका उपयोग करती है और उपलब्ध विश्लेषणात्मक अध्ययनों के माध्यम से अनुमान लगाती है।

जनगणना के अनुसार, 692,911 तिब्बती हैं, जिनकी उम्र 60 और उससे अधिक है। इनमें 82,672 हैं जो 80 और उससे अधिक हैं।

जापान में एक स्टडी और चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की स्वीकृति से पता चलता है कि मृत्यु का जोखिम 80 और उससे ऊपर वालों के लिए सबसे अधिक है।

सूत्रों के मुताबिक, पिछले साल शुरू हुए तीसरे टीके अभियान से बड़ी उम्र के तिब्बतियों को बाहर रखा गया था।

जब तक चाइनीज वैक्सीन का वर्तमान और बहुत बड़ा सैंपल-साइड का टीका दक्षता अध्ययन स्वतंत्र रूप से आयोजित नहीं किया जाता, तब तक ब्राजील में किए गए अध्ययन तिब्बती बुजुर्गों की मौतों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए सबसे अच्छे प्रॉक्सी के रूप में हैं।

इसलिए आईसीटी का अनुमान है कि तिब्बत में मौजूदा कोविड संकट में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 221,218 तिब्बतियों की मौत हो सकती है। यदि वर्तमान कोविड वृद्धि के दौरान मामले की मृत्यु दर को ध्यान में रखा जाए, तो 45,469 तिब्बती जो 80 वर्ष और उससे अधिक उम्र के हैं, की जान जा सकती हैं।

तिब्बत की राजधानी ल्हासा के सूत्रों ने आईसीटी को सूचित किया कि यहां की अधिकांश आबादी कोविड से संक्रमित है, और मरने वालों की संख्या हर दिन बढ़ रही है।

आधिकारिक तौर पर नामित तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के बाहर तिब्बती क्षेत्रों में भी कोविड के कारण बड़ी संख्या में मौतें हुईं, जो तिब्बत के लगभग आधे हिस्से में फैली हुई हैं।

एक तिब्बती ने कहा, दो जनवरी को वहां करीब 100 लाशें थीं। यह सामान्य नहीं है।

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आईसीटी की एक नई रिपोर्ट तिब्बत में मरने वालों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए जापान और ब्राजील के स्टडीज के साथ-साथ तिब्बतियों के ऑन-द-ग्राउंड अकाउंट्स और चीन की जनगणना के आंकड़ों का इस्तेमाल करती है, जिसे चीन अपनी आधिकारिक कोविड रिपोटिर्ंग से बाहर मानता है।

7 दिसंबर, 2022 को अपनी शून्य-कोविड रणनीति को छोड़ने के बाद से चीन में कोविड संक्रमणों और मौतों की संख्या का अनुमान तिब्बत में मौतों का अनुमान लगाने का पहला प्रयास है।

आईसीटी की रिपोर्ट में तिब्बतियों के फर्स्ट-हैंड अकाउंट्स को भी शामिल किया गया है।

आईसीटी कहा, शून्य-कोविड नीति के अचानक अंत का तिब्बत में विनाशकारी प्रभाव पड़ा है, चीन में पारदर्शिता की कमी और भेदभावपूर्ण व्यवहार ने भयावहता की पूरी सीमा का अनुमान लगाना मुश्किल बना दिया है।

तिब्बती एक बुरे सपने में जी रहे हैं और एक अकल्पनीय मौत का सामना कर रहे हैं। चीनी सरकार का इस संकट का कुप्रबंधन न केवल तिब्बत में बल्कि चीन और पूरी दुनिया में जीवन को खतरे में डाल रहा है।

आईसीटी रिपोर्ट चीन की 2020 की जनगणना के आंकड़ों को आधार मानकर इसका उपयोग करती है और उपलब्ध विश्लेषणात्मक अध्ययनों के माध्यम से अनुमान लगाती है।

जनगणना के अनुसार, 692,911 तिब्बती हैं, जिनकी उम्र 60 और उससे अधिक है। इनमें 82,672 हैं जो 80 और उससे अधिक हैं।

जापान में एक स्टडी और चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की स्वीकृति से पता चलता है कि मृत्यु का जोखिम 80 और उससे ऊपर वालों के लिए सबसे अधिक है।

सूत्रों के मुताबिक, पिछले साल शुरू हुए तीसरे टीके अभियान से बड़ी उम्र के तिब्बतियों को बाहर रखा गया था।

जब तक चाइनीज वैक्सीन का वर्तमान और बहुत बड़ा सैंपल-साइड का टीका दक्षता अध्ययन स्वतंत्र रूप से आयोजित नहीं किया जाता, तब तक ब्राजील में किए गए अध्ययन तिब्बती बुजुर्गों की मौतों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए सबसे अच्छे प्रॉक्सी के रूप में हैं।

इसलिए आईसीटी का अनुमान है कि तिब्बत में मौजूदा कोविड संकट में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 221,218 तिब्बतियों की मौत हो सकती है। यदि वर्तमान कोविड वृद्धि के दौरान मामले की मृत्यु दर को ध्यान में रखा जाए, तो 45,469 तिब्बती जो 80 वर्ष और उससे अधिक उम्र के हैं, की जान जा सकती हैं।

तिब्बत की राजधानी ल्हासा के सूत्रों ने आईसीटी को सूचित किया कि यहां की अधिकांश आबादी कोविड से संक्रमित है, और मरने वालों की संख्या हर दिन बढ़ रही है।

आधिकारिक तौर पर नामित तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के बाहर तिब्बती क्षेत्रों में भी कोविड के कारण बड़ी संख्या में मौतें हुईं, जो तिब्बत के लगभग आधे हिस्से में फैली हुई हैं।

एक तिब्बती ने कहा, दो जनवरी को वहां करीब 100 लाशें थीं। यह सामान्य नहीं है।

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आईसीटी की एक नई रिपोर्ट तिब्बत में मरने वालों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए जापान और ब्राजील के स्टडीज के साथ-साथ तिब्बतियों के ऑन-द-ग्राउंड अकाउंट्स और चीन की जनगणना के आंकड़ों का इस्तेमाल करती है, जिसे चीन अपनी आधिकारिक कोविड रिपोटिर्ंग से बाहर मानता है।

7 दिसंबर, 2022 को अपनी शून्य-कोविड रणनीति को छोड़ने के बाद से चीन में कोविड संक्रमणों और मौतों की संख्या का अनुमान तिब्बत में मौतों का अनुमान लगाने का पहला प्रयास है।

आईसीटी की रिपोर्ट में तिब्बतियों के फर्स्ट-हैंड अकाउंट्स को भी शामिल किया गया है।

आईसीटी कहा, शून्य-कोविड नीति के अचानक अंत का तिब्बत में विनाशकारी प्रभाव पड़ा है, चीन में पारदर्शिता की कमी और भेदभावपूर्ण व्यवहार ने भयावहता की पूरी सीमा का अनुमान लगाना मुश्किल बना दिया है।

तिब्बती एक बुरे सपने में जी रहे हैं और एक अकल्पनीय मौत का सामना कर रहे हैं। चीनी सरकार का इस संकट का कुप्रबंधन न केवल तिब्बत में बल्कि चीन और पूरी दुनिया में जीवन को खतरे में डाल रहा है।

आईसीटी रिपोर्ट चीन की 2020 की जनगणना के आंकड़ों को आधार मानकर इसका उपयोग करती है और उपलब्ध विश्लेषणात्मक अध्ययनों के माध्यम से अनुमान लगाती है।

जनगणना के अनुसार, 692,911 तिब्बती हैं, जिनकी उम्र 60 और उससे अधिक है। इनमें 82,672 हैं जो 80 और उससे अधिक हैं।

जापान में एक स्टडी और चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की स्वीकृति से पता चलता है कि मृत्यु का जोखिम 80 और उससे ऊपर वालों के लिए सबसे अधिक है।

सूत्रों के मुताबिक, पिछले साल शुरू हुए तीसरे टीके अभियान से बड़ी उम्र के तिब्बतियों को बाहर रखा गया था।

जब तक चाइनीज वैक्सीन का वर्तमान और बहुत बड़ा सैंपल-साइड का टीका दक्षता अध्ययन स्वतंत्र रूप से आयोजित नहीं किया जाता, तब तक ब्राजील में किए गए अध्ययन तिब्बती बुजुर्गों की मौतों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए सबसे अच्छे प्रॉक्सी के रूप में हैं।

इसलिए आईसीटी का अनुमान है कि तिब्बत में मौजूदा कोविड संकट में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 221,218 तिब्बतियों की मौत हो सकती है। यदि वर्तमान कोविड वृद्धि के दौरान मामले की मृत्यु दर को ध्यान में रखा जाए, तो 45,469 तिब्बती जो 80 वर्ष और उससे अधिक उम्र के हैं, की जान जा सकती हैं।

तिब्बत की राजधानी ल्हासा के सूत्रों ने आईसीटी को सूचित किया कि यहां की अधिकांश आबादी कोविड से संक्रमित है, और मरने वालों की संख्या हर दिन बढ़ रही है।

आधिकारिक तौर पर नामित तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के बाहर तिब्बती क्षेत्रों में भी कोविड के कारण बड़ी संख्या में मौतें हुईं, जो तिब्बत के लगभग आधे हिस्से में फैली हुई हैं।

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धर्मशाला, 20 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल कैंपेन फॉर तिब्बत (आईसीटी) के जनसांख्यिकीय डेटा और स्वास्थ्य अध्ययन के आधार पर किए गए एक अनुमान के मुताबिक, चीन में कोविड-19 के बढ़ते मामलों में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 220,000 से अधिक तिब्बतियों की मौत हो सकती है।

आईसीटी की एक नई रिपोर्ट तिब्बत में मरने वालों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए जापान और ब्राजील के स्टडीज के साथ-साथ तिब्बतियों के ऑन-द-ग्राउंड अकाउंट्स और चीन की जनगणना के आंकड़ों का इस्तेमाल करती है, जिसे चीन अपनी आधिकारिक कोविड रिपोटिर्ंग से बाहर मानता है।

7 दिसंबर, 2022 को अपनी शून्य-कोविड रणनीति को छोड़ने के बाद से चीन में कोविड संक्रमणों और मौतों की संख्या का अनुमान तिब्बत में मौतों का अनुमान लगाने का पहला प्रयास है।

आईसीटी की रिपोर्ट में तिब्बतियों के फर्स्ट-हैंड अकाउंट्स को भी शामिल किया गया है।

आईसीटी कहा, शून्य-कोविड नीति के अचानक अंत का तिब्बत में विनाशकारी प्रभाव पड़ा है, चीन में पारदर्शिता की कमी और भेदभावपूर्ण व्यवहार ने भयावहता की पूरी सीमा का अनुमान लगाना मुश्किल बना दिया है।

तिब्बती एक बुरे सपने में जी रहे हैं और एक अकल्पनीय मौत का सामना कर रहे हैं। चीनी सरकार का इस संकट का कुप्रबंधन न केवल तिब्बत में बल्कि चीन और पूरी दुनिया में जीवन को खतरे में डाल रहा है।

आईसीटी रिपोर्ट चीन की 2020 की जनगणना के आंकड़ों को आधार मानकर इसका उपयोग करती है और उपलब्ध विश्लेषणात्मक अध्ययनों के माध्यम से अनुमान लगाती है।

जनगणना के अनुसार, 692,911 तिब्बती हैं, जिनकी उम्र 60 और उससे अधिक है। इनमें 82,672 हैं जो 80 और उससे अधिक हैं।

जापान में एक स्टडी और चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की स्वीकृति से पता चलता है कि मृत्यु का जोखिम 80 और उससे ऊपर वालों के लिए सबसे अधिक है।

सूत्रों के मुताबिक, पिछले साल शुरू हुए तीसरे टीके अभियान से बड़ी उम्र के तिब्बतियों को बाहर रखा गया था।

जब तक चाइनीज वैक्सीन का वर्तमान और बहुत बड़ा सैंपल-साइड का टीका दक्षता अध्ययन स्वतंत्र रूप से आयोजित नहीं किया जाता, तब तक ब्राजील में किए गए अध्ययन तिब्बती बुजुर्गों की मौतों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए सबसे अच्छे प्रॉक्सी के रूप में हैं।

इसलिए आईसीटी का अनुमान है कि तिब्बत में मौजूदा कोविड संकट में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 221,218 तिब्बतियों की मौत हो सकती है। यदि वर्तमान कोविड वृद्धि के दौरान मामले की मृत्यु दर को ध्यान में रखा जाए, तो 45,469 तिब्बती जो 80 वर्ष और उससे अधिक उम्र के हैं, की जान जा सकती हैं।

तिब्बत की राजधानी ल्हासा के सूत्रों ने आईसीटी को सूचित किया कि यहां की अधिकांश आबादी कोविड से संक्रमित है, और मरने वालों की संख्या हर दिन बढ़ रही है।

आधिकारिक तौर पर नामित तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के बाहर तिब्बती क्षेत्रों में भी कोविड के कारण बड़ी संख्या में मौतें हुईं, जो तिब्बत के लगभग आधे हिस्से में फैली हुई हैं।

एक तिब्बती ने कहा, दो जनवरी को वहां करीब 100 लाशें थीं। यह सामान्य नहीं है।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

धर्मशाला, 20 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल कैंपेन फॉर तिब्बत (आईसीटी) के जनसांख्यिकीय डेटा और स्वास्थ्य अध्ययन के आधार पर किए गए एक अनुमान के मुताबिक, चीन में कोविड-19 के बढ़ते मामलों में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 220,000 से अधिक तिब्बतियों की मौत हो सकती है।

आईसीटी की एक नई रिपोर्ट तिब्बत में मरने वालों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए जापान और ब्राजील के स्टडीज के साथ-साथ तिब्बतियों के ऑन-द-ग्राउंड अकाउंट्स और चीन की जनगणना के आंकड़ों का इस्तेमाल करती है, जिसे चीन अपनी आधिकारिक कोविड रिपोटिर्ंग से बाहर मानता है।

7 दिसंबर, 2022 को अपनी शून्य-कोविड रणनीति को छोड़ने के बाद से चीन में कोविड संक्रमणों और मौतों की संख्या का अनुमान तिब्बत में मौतों का अनुमान लगाने का पहला प्रयास है।

आईसीटी की रिपोर्ट में तिब्बतियों के फर्स्ट-हैंड अकाउंट्स को भी शामिल किया गया है।

आईसीटी कहा, शून्य-कोविड नीति के अचानक अंत का तिब्बत में विनाशकारी प्रभाव पड़ा है, चीन में पारदर्शिता की कमी और भेदभावपूर्ण व्यवहार ने भयावहता की पूरी सीमा का अनुमान लगाना मुश्किल बना दिया है।

तिब्बती एक बुरे सपने में जी रहे हैं और एक अकल्पनीय मौत का सामना कर रहे हैं। चीनी सरकार का इस संकट का कुप्रबंधन न केवल तिब्बत में बल्कि चीन और पूरी दुनिया में जीवन को खतरे में डाल रहा है।

आईसीटी रिपोर्ट चीन की 2020 की जनगणना के आंकड़ों को आधार मानकर इसका उपयोग करती है और उपलब्ध विश्लेषणात्मक अध्ययनों के माध्यम से अनुमान लगाती है।

जनगणना के अनुसार, 692,911 तिब्बती हैं, जिनकी उम्र 60 और उससे अधिक है। इनमें 82,672 हैं जो 80 और उससे अधिक हैं।

जापान में एक स्टडी और चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की स्वीकृति से पता चलता है कि मृत्यु का जोखिम 80 और उससे ऊपर वालों के लिए सबसे अधिक है।

सूत्रों के मुताबिक, पिछले साल शुरू हुए तीसरे टीके अभियान से बड़ी उम्र के तिब्बतियों को बाहर रखा गया था।

जब तक चाइनीज वैक्सीन का वर्तमान और बहुत बड़ा सैंपल-साइड का टीका दक्षता अध्ययन स्वतंत्र रूप से आयोजित नहीं किया जाता, तब तक ब्राजील में किए गए अध्ययन तिब्बती बुजुर्गों की मौतों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए सबसे अच्छे प्रॉक्सी के रूप में हैं।

इसलिए आईसीटी का अनुमान है कि तिब्बत में मौजूदा कोविड संकट में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 221,218 तिब्बतियों की मौत हो सकती है। यदि वर्तमान कोविड वृद्धि के दौरान मामले की मृत्यु दर को ध्यान में रखा जाए, तो 45,469 तिब्बती जो 80 वर्ष और उससे अधिक उम्र के हैं, की जान जा सकती हैं।

तिब्बत की राजधानी ल्हासा के सूत्रों ने आईसीटी को सूचित किया कि यहां की अधिकांश आबादी कोविड से संक्रमित है, और मरने वालों की संख्या हर दिन बढ़ रही है।

आधिकारिक तौर पर नामित तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के बाहर तिब्बती क्षेत्रों में भी कोविड के कारण बड़ी संख्या में मौतें हुईं, जो तिब्बत के लगभग आधे हिस्से में फैली हुई हैं।

एक तिब्बती ने कहा, दो जनवरी को वहां करीब 100 लाशें थीं। यह सामान्य नहीं है।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

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धर्मशाला, 20 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल कैंपेन फॉर तिब्बत (आईसीटी) के जनसांख्यिकीय डेटा और स्वास्थ्य अध्ययन के आधार पर किए गए एक अनुमान के मुताबिक, चीन में कोविड-19 के बढ़ते मामलों में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 220,000 से अधिक तिब्बतियों की मौत हो सकती है।

आईसीटी की एक नई रिपोर्ट तिब्बत में मरने वालों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए जापान और ब्राजील के स्टडीज के साथ-साथ तिब्बतियों के ऑन-द-ग्राउंड अकाउंट्स और चीन की जनगणना के आंकड़ों का इस्तेमाल करती है, जिसे चीन अपनी आधिकारिक कोविड रिपोटिर्ंग से बाहर मानता है।

7 दिसंबर, 2022 को अपनी शून्य-कोविड रणनीति को छोड़ने के बाद से चीन में कोविड संक्रमणों और मौतों की संख्या का अनुमान तिब्बत में मौतों का अनुमान लगाने का पहला प्रयास है।

आईसीटी की रिपोर्ट में तिब्बतियों के फर्स्ट-हैंड अकाउंट्स को भी शामिल किया गया है।

आईसीटी कहा, शून्य-कोविड नीति के अचानक अंत का तिब्बत में विनाशकारी प्रभाव पड़ा है, चीन में पारदर्शिता की कमी और भेदभावपूर्ण व्यवहार ने भयावहता की पूरी सीमा का अनुमान लगाना मुश्किल बना दिया है।

तिब्बती एक बुरे सपने में जी रहे हैं और एक अकल्पनीय मौत का सामना कर रहे हैं। चीनी सरकार का इस संकट का कुप्रबंधन न केवल तिब्बत में बल्कि चीन और पूरी दुनिया में जीवन को खतरे में डाल रहा है।

आईसीटी रिपोर्ट चीन की 2020 की जनगणना के आंकड़ों को आधार मानकर इसका उपयोग करती है और उपलब्ध विश्लेषणात्मक अध्ययनों के माध्यम से अनुमान लगाती है।

जनगणना के अनुसार, 692,911 तिब्बती हैं, जिनकी उम्र 60 और उससे अधिक है। इनमें 82,672 हैं जो 80 और उससे अधिक हैं।

जापान में एक स्टडी और चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की स्वीकृति से पता चलता है कि मृत्यु का जोखिम 80 और उससे ऊपर वालों के लिए सबसे अधिक है।

सूत्रों के मुताबिक, पिछले साल शुरू हुए तीसरे टीके अभियान से बड़ी उम्र के तिब्बतियों को बाहर रखा गया था।

जब तक चाइनीज वैक्सीन का वर्तमान और बहुत बड़ा सैंपल-साइड का टीका दक्षता अध्ययन स्वतंत्र रूप से आयोजित नहीं किया जाता, तब तक ब्राजील में किए गए अध्ययन तिब्बती बुजुर्गों की मौतों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए सबसे अच्छे प्रॉक्सी के रूप में हैं।

इसलिए आईसीटी का अनुमान है कि तिब्बत में मौजूदा कोविड संकट में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 221,218 तिब्बतियों की मौत हो सकती है। यदि वर्तमान कोविड वृद्धि के दौरान मामले की मृत्यु दर को ध्यान में रखा जाए, तो 45,469 तिब्बती जो 80 वर्ष और उससे अधिक उम्र के हैं, की जान जा सकती हैं।

तिब्बत की राजधानी ल्हासा के सूत्रों ने आईसीटी को सूचित किया कि यहां की अधिकांश आबादी कोविड से संक्रमित है, और मरने वालों की संख्या हर दिन बढ़ रही है।

आधिकारिक तौर पर नामित तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के बाहर तिब्बती क्षेत्रों में भी कोविड के कारण बड़ी संख्या में मौतें हुईं, जो तिब्बत के लगभग आधे हिस्से में फैली हुई हैं।

एक तिब्बती ने कहा, दो जनवरी को वहां करीब 100 लाशें थीं। यह सामान्य नहीं है।

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धर्मशाला, 20 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल कैंपेन फॉर तिब्बत (आईसीटी) के जनसांख्यिकीय डेटा और स्वास्थ्य अध्ययन के आधार पर किए गए एक अनुमान के मुताबिक, चीन में कोविड-19 के बढ़ते मामलों में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 220,000 से अधिक तिब्बतियों की मौत हो सकती है।

आईसीटी की एक नई रिपोर्ट तिब्बत में मरने वालों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए जापान और ब्राजील के स्टडीज के साथ-साथ तिब्बतियों के ऑन-द-ग्राउंड अकाउंट्स और चीन की जनगणना के आंकड़ों का इस्तेमाल करती है, जिसे चीन अपनी आधिकारिक कोविड रिपोटिर्ंग से बाहर मानता है।

7 दिसंबर, 2022 को अपनी शून्य-कोविड रणनीति को छोड़ने के बाद से चीन में कोविड संक्रमणों और मौतों की संख्या का अनुमान तिब्बत में मौतों का अनुमान लगाने का पहला प्रयास है।

आईसीटी की रिपोर्ट में तिब्बतियों के फर्स्ट-हैंड अकाउंट्स को भी शामिल किया गया है।

आईसीटी कहा, शून्य-कोविड नीति के अचानक अंत का तिब्बत में विनाशकारी प्रभाव पड़ा है, चीन में पारदर्शिता की कमी और भेदभावपूर्ण व्यवहार ने भयावहता की पूरी सीमा का अनुमान लगाना मुश्किल बना दिया है।

तिब्बती एक बुरे सपने में जी रहे हैं और एक अकल्पनीय मौत का सामना कर रहे हैं। चीनी सरकार का इस संकट का कुप्रबंधन न केवल तिब्बत में बल्कि चीन और पूरी दुनिया में जीवन को खतरे में डाल रहा है।

आईसीटी रिपोर्ट चीन की 2020 की जनगणना के आंकड़ों को आधार मानकर इसका उपयोग करती है और उपलब्ध विश्लेषणात्मक अध्ययनों के माध्यम से अनुमान लगाती है।

जनगणना के अनुसार, 692,911 तिब्बती हैं, जिनकी उम्र 60 और उससे अधिक है। इनमें 82,672 हैं जो 80 और उससे अधिक हैं।

जापान में एक स्टडी और चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की स्वीकृति से पता चलता है कि मृत्यु का जोखिम 80 और उससे ऊपर वालों के लिए सबसे अधिक है।

सूत्रों के मुताबिक, पिछले साल शुरू हुए तीसरे टीके अभियान से बड़ी उम्र के तिब्बतियों को बाहर रखा गया था।

जब तक चाइनीज वैक्सीन का वर्तमान और बहुत बड़ा सैंपल-साइड का टीका दक्षता अध्ययन स्वतंत्र रूप से आयोजित नहीं किया जाता, तब तक ब्राजील में किए गए अध्ययन तिब्बती बुजुर्गों की मौतों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए सबसे अच्छे प्रॉक्सी के रूप में हैं।

इसलिए आईसीटी का अनुमान है कि तिब्बत में मौजूदा कोविड संकट में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 221,218 तिब्बतियों की मौत हो सकती है। यदि वर्तमान कोविड वृद्धि के दौरान मामले की मृत्यु दर को ध्यान में रखा जाए, तो 45,469 तिब्बती जो 80 वर्ष और उससे अधिक उम्र के हैं, की जान जा सकती हैं।

तिब्बत की राजधानी ल्हासा के सूत्रों ने आईसीटी को सूचित किया कि यहां की अधिकांश आबादी कोविड से संक्रमित है, और मरने वालों की संख्या हर दिन बढ़ रही है।

आधिकारिक तौर पर नामित तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के बाहर तिब्बती क्षेत्रों में भी कोविड के कारण बड़ी संख्या में मौतें हुईं, जो तिब्बत के लगभग आधे हिस्से में फैली हुई हैं।

एक तिब्बती ने कहा, दो जनवरी को वहां करीब 100 लाशें थीं। यह सामान्य नहीं है।

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धर्मशाला, 20 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल कैंपेन फॉर तिब्बत (आईसीटी) के जनसांख्यिकीय डेटा और स्वास्थ्य अध्ययन के आधार पर किए गए एक अनुमान के मुताबिक, चीन में कोविड-19 के बढ़ते मामलों में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 220,000 से अधिक तिब्बतियों की मौत हो सकती है।

आईसीटी की एक नई रिपोर्ट तिब्बत में मरने वालों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए जापान और ब्राजील के स्टडीज के साथ-साथ तिब्बतियों के ऑन-द-ग्राउंड अकाउंट्स और चीन की जनगणना के आंकड़ों का इस्तेमाल करती है, जिसे चीन अपनी आधिकारिक कोविड रिपोटिर्ंग से बाहर मानता है।

7 दिसंबर, 2022 को अपनी शून्य-कोविड रणनीति को छोड़ने के बाद से चीन में कोविड संक्रमणों और मौतों की संख्या का अनुमान तिब्बत में मौतों का अनुमान लगाने का पहला प्रयास है।

आईसीटी की रिपोर्ट में तिब्बतियों के फर्स्ट-हैंड अकाउंट्स को भी शामिल किया गया है।

आईसीटी कहा, शून्य-कोविड नीति के अचानक अंत का तिब्बत में विनाशकारी प्रभाव पड़ा है, चीन में पारदर्शिता की कमी और भेदभावपूर्ण व्यवहार ने भयावहता की पूरी सीमा का अनुमान लगाना मुश्किल बना दिया है।

तिब्बती एक बुरे सपने में जी रहे हैं और एक अकल्पनीय मौत का सामना कर रहे हैं। चीनी सरकार का इस संकट का कुप्रबंधन न केवल तिब्बत में बल्कि चीन और पूरी दुनिया में जीवन को खतरे में डाल रहा है।

आईसीटी रिपोर्ट चीन की 2020 की जनगणना के आंकड़ों को आधार मानकर इसका उपयोग करती है और उपलब्ध विश्लेषणात्मक अध्ययनों के माध्यम से अनुमान लगाती है।

जनगणना के अनुसार, 692,911 तिब्बती हैं, जिनकी उम्र 60 और उससे अधिक है। इनमें 82,672 हैं जो 80 और उससे अधिक हैं।

जापान में एक स्टडी और चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की स्वीकृति से पता चलता है कि मृत्यु का जोखिम 80 और उससे ऊपर वालों के लिए सबसे अधिक है।

सूत्रों के मुताबिक, पिछले साल शुरू हुए तीसरे टीके अभियान से बड़ी उम्र के तिब्बतियों को बाहर रखा गया था।

जब तक चाइनीज वैक्सीन का वर्तमान और बहुत बड़ा सैंपल-साइड का टीका दक्षता अध्ययन स्वतंत्र रूप से आयोजित नहीं किया जाता, तब तक ब्राजील में किए गए अध्ययन तिब्बती बुजुर्गों की मौतों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए सबसे अच्छे प्रॉक्सी के रूप में हैं।

इसलिए आईसीटी का अनुमान है कि तिब्बत में मौजूदा कोविड संकट में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 221,218 तिब्बतियों की मौत हो सकती है। यदि वर्तमान कोविड वृद्धि के दौरान मामले की मृत्यु दर को ध्यान में रखा जाए, तो 45,469 तिब्बती जो 80 वर्ष और उससे अधिक उम्र के हैं, की जान जा सकती हैं।

तिब्बत की राजधानी ल्हासा के सूत्रों ने आईसीटी को सूचित किया कि यहां की अधिकांश आबादी कोविड से संक्रमित है, और मरने वालों की संख्या हर दिन बढ़ रही है।

आधिकारिक तौर पर नामित तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के बाहर तिब्बती क्षेत्रों में भी कोविड के कारण बड़ी संख्या में मौतें हुईं, जो तिब्बत के लगभग आधे हिस्से में फैली हुई हैं।

एक तिब्बती ने कहा, दो जनवरी को वहां करीब 100 लाशें थीं। यह सामान्य नहीं है।

–आईएएनएस

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धर्मशाला, 20 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल कैंपेन फॉर तिब्बत (आईसीटी) के जनसांख्यिकीय डेटा और स्वास्थ्य अध्ययन के आधार पर किए गए एक अनुमान के मुताबिक, चीन में कोविड-19 के बढ़ते मामलों में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 220,000 से अधिक तिब्बतियों की मौत हो सकती है।

आईसीटी की एक नई रिपोर्ट तिब्बत में मरने वालों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए जापान और ब्राजील के स्टडीज के साथ-साथ तिब्बतियों के ऑन-द-ग्राउंड अकाउंट्स और चीन की जनगणना के आंकड़ों का इस्तेमाल करती है, जिसे चीन अपनी आधिकारिक कोविड रिपोटिर्ंग से बाहर मानता है।

7 दिसंबर, 2022 को अपनी शून्य-कोविड रणनीति को छोड़ने के बाद से चीन में कोविड संक्रमणों और मौतों की संख्या का अनुमान तिब्बत में मौतों का अनुमान लगाने का पहला प्रयास है।

आईसीटी की रिपोर्ट में तिब्बतियों के फर्स्ट-हैंड अकाउंट्स को भी शामिल किया गया है।

आईसीटी कहा, शून्य-कोविड नीति के अचानक अंत का तिब्बत में विनाशकारी प्रभाव पड़ा है, चीन में पारदर्शिता की कमी और भेदभावपूर्ण व्यवहार ने भयावहता की पूरी सीमा का अनुमान लगाना मुश्किल बना दिया है।

तिब्बती एक बुरे सपने में जी रहे हैं और एक अकल्पनीय मौत का सामना कर रहे हैं। चीनी सरकार का इस संकट का कुप्रबंधन न केवल तिब्बत में बल्कि चीन और पूरी दुनिया में जीवन को खतरे में डाल रहा है।

आईसीटी रिपोर्ट चीन की 2020 की जनगणना के आंकड़ों को आधार मानकर इसका उपयोग करती है और उपलब्ध विश्लेषणात्मक अध्ययनों के माध्यम से अनुमान लगाती है।

जनगणना के अनुसार, 692,911 तिब्बती हैं, जिनकी उम्र 60 और उससे अधिक है। इनमें 82,672 हैं जो 80 और उससे अधिक हैं।

जापान में एक स्टडी और चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की स्वीकृति से पता चलता है कि मृत्यु का जोखिम 80 और उससे ऊपर वालों के लिए सबसे अधिक है।

सूत्रों के मुताबिक, पिछले साल शुरू हुए तीसरे टीके अभियान से बड़ी उम्र के तिब्बतियों को बाहर रखा गया था।

जब तक चाइनीज वैक्सीन का वर्तमान और बहुत बड़ा सैंपल-साइड का टीका दक्षता अध्ययन स्वतंत्र रूप से आयोजित नहीं किया जाता, तब तक ब्राजील में किए गए अध्ययन तिब्बती बुजुर्गों की मौतों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए सबसे अच्छे प्रॉक्सी के रूप में हैं।

इसलिए आईसीटी का अनुमान है कि तिब्बत में मौजूदा कोविड संकट में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 221,218 तिब्बतियों की मौत हो सकती है। यदि वर्तमान कोविड वृद्धि के दौरान मामले की मृत्यु दर को ध्यान में रखा जाए, तो 45,469 तिब्बती जो 80 वर्ष और उससे अधिक उम्र के हैं, की जान जा सकती हैं।

तिब्बत की राजधानी ल्हासा के सूत्रों ने आईसीटी को सूचित किया कि यहां की अधिकांश आबादी कोविड से संक्रमित है, और मरने वालों की संख्या हर दिन बढ़ रही है।

आधिकारिक तौर पर नामित तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के बाहर तिब्बती क्षेत्रों में भी कोविड के कारण बड़ी संख्या में मौतें हुईं, जो तिब्बत के लगभग आधे हिस्से में फैली हुई हैं।

एक तिब्बती ने कहा, दो जनवरी को वहां करीब 100 लाशें थीं। यह सामान्य नहीं है।

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धर्मशाला, 20 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल कैंपेन फॉर तिब्बत (आईसीटी) के जनसांख्यिकीय डेटा और स्वास्थ्य अध्ययन के आधार पर किए गए एक अनुमान के मुताबिक, चीन में कोविड-19 के बढ़ते मामलों में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 220,000 से अधिक तिब्बतियों की मौत हो सकती है।

आईसीटी की एक नई रिपोर्ट तिब्बत में मरने वालों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए जापान और ब्राजील के स्टडीज के साथ-साथ तिब्बतियों के ऑन-द-ग्राउंड अकाउंट्स और चीन की जनगणना के आंकड़ों का इस्तेमाल करती है, जिसे चीन अपनी आधिकारिक कोविड रिपोटिर्ंग से बाहर मानता है।

7 दिसंबर, 2022 को अपनी शून्य-कोविड रणनीति को छोड़ने के बाद से चीन में कोविड संक्रमणों और मौतों की संख्या का अनुमान तिब्बत में मौतों का अनुमान लगाने का पहला प्रयास है।

आईसीटी की रिपोर्ट में तिब्बतियों के फर्स्ट-हैंड अकाउंट्स को भी शामिल किया गया है।

आईसीटी कहा, शून्य-कोविड नीति के अचानक अंत का तिब्बत में विनाशकारी प्रभाव पड़ा है, चीन में पारदर्शिता की कमी और भेदभावपूर्ण व्यवहार ने भयावहता की पूरी सीमा का अनुमान लगाना मुश्किल बना दिया है।

तिब्बती एक बुरे सपने में जी रहे हैं और एक अकल्पनीय मौत का सामना कर रहे हैं। चीनी सरकार का इस संकट का कुप्रबंधन न केवल तिब्बत में बल्कि चीन और पूरी दुनिया में जीवन को खतरे में डाल रहा है।

आईसीटी रिपोर्ट चीन की 2020 की जनगणना के आंकड़ों को आधार मानकर इसका उपयोग करती है और उपलब्ध विश्लेषणात्मक अध्ययनों के माध्यम से अनुमान लगाती है।

जनगणना के अनुसार, 692,911 तिब्बती हैं, जिनकी उम्र 60 और उससे अधिक है। इनमें 82,672 हैं जो 80 और उससे अधिक हैं।

जापान में एक स्टडी और चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की स्वीकृति से पता चलता है कि मृत्यु का जोखिम 80 और उससे ऊपर वालों के लिए सबसे अधिक है।

सूत्रों के मुताबिक, पिछले साल शुरू हुए तीसरे टीके अभियान से बड़ी उम्र के तिब्बतियों को बाहर रखा गया था।

जब तक चाइनीज वैक्सीन का वर्तमान और बहुत बड़ा सैंपल-साइड का टीका दक्षता अध्ययन स्वतंत्र रूप से आयोजित नहीं किया जाता, तब तक ब्राजील में किए गए अध्ययन तिब्बती बुजुर्गों की मौतों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए सबसे अच्छे प्रॉक्सी के रूप में हैं।

इसलिए आईसीटी का अनुमान है कि तिब्बत में मौजूदा कोविड संकट में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 221,218 तिब्बतियों की मौत हो सकती है। यदि वर्तमान कोविड वृद्धि के दौरान मामले की मृत्यु दर को ध्यान में रखा जाए, तो 45,469 तिब्बती जो 80 वर्ष और उससे अधिक उम्र के हैं, की जान जा सकती हैं।

तिब्बत की राजधानी ल्हासा के सूत्रों ने आईसीटी को सूचित किया कि यहां की अधिकांश आबादी कोविड से संक्रमित है, और मरने वालों की संख्या हर दिन बढ़ रही है।

आधिकारिक तौर पर नामित तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के बाहर तिब्बती क्षेत्रों में भी कोविड के कारण बड़ी संख्या में मौतें हुईं, जो तिब्बत के लगभग आधे हिस्से में फैली हुई हैं।

एक तिब्बती ने कहा, दो जनवरी को वहां करीब 100 लाशें थीं। यह सामान्य नहीं है।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

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धर्मशाला, 20 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल कैंपेन फॉर तिब्बत (आईसीटी) के जनसांख्यिकीय डेटा और स्वास्थ्य अध्ययन के आधार पर किए गए एक अनुमान के मुताबिक, चीन में कोविड-19 के बढ़ते मामलों में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 220,000 से अधिक तिब्बतियों की मौत हो सकती है।

आईसीटी की एक नई रिपोर्ट तिब्बत में मरने वालों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए जापान और ब्राजील के स्टडीज के साथ-साथ तिब्बतियों के ऑन-द-ग्राउंड अकाउंट्स और चीन की जनगणना के आंकड़ों का इस्तेमाल करती है, जिसे चीन अपनी आधिकारिक कोविड रिपोटिर्ंग से बाहर मानता है।

7 दिसंबर, 2022 को अपनी शून्य-कोविड रणनीति को छोड़ने के बाद से चीन में कोविड संक्रमणों और मौतों की संख्या का अनुमान तिब्बत में मौतों का अनुमान लगाने का पहला प्रयास है।

आईसीटी की रिपोर्ट में तिब्बतियों के फर्स्ट-हैंड अकाउंट्स को भी शामिल किया गया है।

आईसीटी कहा, शून्य-कोविड नीति के अचानक अंत का तिब्बत में विनाशकारी प्रभाव पड़ा है, चीन में पारदर्शिता की कमी और भेदभावपूर्ण व्यवहार ने भयावहता की पूरी सीमा का अनुमान लगाना मुश्किल बना दिया है।

तिब्बती एक बुरे सपने में जी रहे हैं और एक अकल्पनीय मौत का सामना कर रहे हैं। चीनी सरकार का इस संकट का कुप्रबंधन न केवल तिब्बत में बल्कि चीन और पूरी दुनिया में जीवन को खतरे में डाल रहा है।

आईसीटी रिपोर्ट चीन की 2020 की जनगणना के आंकड़ों को आधार मानकर इसका उपयोग करती है और उपलब्ध विश्लेषणात्मक अध्ययनों के माध्यम से अनुमान लगाती है।

जनगणना के अनुसार, 692,911 तिब्बती हैं, जिनकी उम्र 60 और उससे अधिक है। इनमें 82,672 हैं जो 80 और उससे अधिक हैं।

जापान में एक स्टडी और चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की स्वीकृति से पता चलता है कि मृत्यु का जोखिम 80 और उससे ऊपर वालों के लिए सबसे अधिक है।

सूत्रों के मुताबिक, पिछले साल शुरू हुए तीसरे टीके अभियान से बड़ी उम्र के तिब्बतियों को बाहर रखा गया था।

जब तक चाइनीज वैक्सीन का वर्तमान और बहुत बड़ा सैंपल-साइड का टीका दक्षता अध्ययन स्वतंत्र रूप से आयोजित नहीं किया जाता, तब तक ब्राजील में किए गए अध्ययन तिब्बती बुजुर्गों की मौतों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए सबसे अच्छे प्रॉक्सी के रूप में हैं।

इसलिए आईसीटी का अनुमान है कि तिब्बत में मौजूदा कोविड संकट में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 221,218 तिब्बतियों की मौत हो सकती है। यदि वर्तमान कोविड वृद्धि के दौरान मामले की मृत्यु दर को ध्यान में रखा जाए, तो 45,469 तिब्बती जो 80 वर्ष और उससे अधिक उम्र के हैं, की जान जा सकती हैं।

तिब्बत की राजधानी ल्हासा के सूत्रों ने आईसीटी को सूचित किया कि यहां की अधिकांश आबादी कोविड से संक्रमित है, और मरने वालों की संख्या हर दिन बढ़ रही है।

आधिकारिक तौर पर नामित तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के बाहर तिब्बती क्षेत्रों में भी कोविड के कारण बड़ी संख्या में मौतें हुईं, जो तिब्बत के लगभग आधे हिस्से में फैली हुई हैं।

एक तिब्बती ने कहा, दो जनवरी को वहां करीब 100 लाशें थीं। यह सामान्य नहीं है।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

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धर्मशाला, 20 जनवरी (आईएएनएस)। इंटरनेशनल कैंपेन फॉर तिब्बत (आईसीटी) के जनसांख्यिकीय डेटा और स्वास्थ्य अध्ययन के आधार पर किए गए एक अनुमान के मुताबिक, चीन में कोविड-19 के बढ़ते मामलों में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 220,000 से अधिक तिब्बतियों की मौत हो सकती है।

आईसीटी की एक नई रिपोर्ट तिब्बत में मरने वालों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए जापान और ब्राजील के स्टडीज के साथ-साथ तिब्बतियों के ऑन-द-ग्राउंड अकाउंट्स और चीन की जनगणना के आंकड़ों का इस्तेमाल करती है, जिसे चीन अपनी आधिकारिक कोविड रिपोटिर्ंग से बाहर मानता है।

7 दिसंबर, 2022 को अपनी शून्य-कोविड रणनीति को छोड़ने के बाद से चीन में कोविड संक्रमणों और मौतों की संख्या का अनुमान तिब्बत में मौतों का अनुमान लगाने का पहला प्रयास है।

आईसीटी की रिपोर्ट में तिब्बतियों के फर्स्ट-हैंड अकाउंट्स को भी शामिल किया गया है।

आईसीटी कहा, शून्य-कोविड नीति के अचानक अंत का तिब्बत में विनाशकारी प्रभाव पड़ा है, चीन में पारदर्शिता की कमी और भेदभावपूर्ण व्यवहार ने भयावहता की पूरी सीमा का अनुमान लगाना मुश्किल बना दिया है।

तिब्बती एक बुरे सपने में जी रहे हैं और एक अकल्पनीय मौत का सामना कर रहे हैं। चीनी सरकार का इस संकट का कुप्रबंधन न केवल तिब्बत में बल्कि चीन और पूरी दुनिया में जीवन को खतरे में डाल रहा है।

आईसीटी रिपोर्ट चीन की 2020 की जनगणना के आंकड़ों को आधार मानकर इसका उपयोग करती है और उपलब्ध विश्लेषणात्मक अध्ययनों के माध्यम से अनुमान लगाती है।

जनगणना के अनुसार, 692,911 तिब्बती हैं, जिनकी उम्र 60 और उससे अधिक है। इनमें 82,672 हैं जो 80 और उससे अधिक हैं।

जापान में एक स्टडी और चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की स्वीकृति से पता चलता है कि मृत्यु का जोखिम 80 और उससे ऊपर वालों के लिए सबसे अधिक है।

सूत्रों के मुताबिक, पिछले साल शुरू हुए तीसरे टीके अभियान से बड़ी उम्र के तिब्बतियों को बाहर रखा गया था।

जब तक चाइनीज वैक्सीन का वर्तमान और बहुत बड़ा सैंपल-साइड का टीका दक्षता अध्ययन स्वतंत्र रूप से आयोजित नहीं किया जाता, तब तक ब्राजील में किए गए अध्ययन तिब्बती बुजुर्गों की मौतों की संख्या का अनुमान लगाने के लिए सबसे अच्छे प्रॉक्सी के रूप में हैं।

इसलिए आईसीटी का अनुमान है कि तिब्बत में मौजूदा कोविड संकट में 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के 221,218 तिब्बतियों की मौत हो सकती है। यदि वर्तमान कोविड वृद्धि के दौरान मामले की मृत्यु दर को ध्यान में रखा जाए, तो 45,469 तिब्बती जो 80 वर्ष और उससे अधिक उम्र के हैं, की जान जा सकती हैं।

तिब्बत की राजधानी ल्हासा के सूत्रों ने आईसीटी को सूचित किया कि यहां की अधिकांश आबादी कोविड से संक्रमित है, और मरने वालों की संख्या हर दिन बढ़ रही है।

आधिकारिक तौर पर नामित तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के बाहर तिब्बती क्षेत्रों में भी कोविड के कारण बड़ी संख्या में मौतें हुईं, जो तिब्बत के लगभग आधे हिस्से में फैली हुई हैं।

एक तिब्बती ने कहा, दो जनवरी को वहां करीब 100 लाशें थीं। यह सामान्य नहीं है।

–आईएएनएस

पीके/एसकेपी

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