नई दिल्ली, 22 सितंबर (आईएएनएस)। तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट की खबरों व उससे उत्पन्न स्थित के बीच विश्व हिंदू परिषद से जुड़े साधु संत तिरुपति में जुटेंगे। परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की एक महत्वपूर्ण बैठक सोमवार को तिरुपति में बुलाई गई है। रविवार को विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री बजरंग बागड़ा ने यह जानकारी दी।
बागड़ा ने बताया कि आंध्र प्रदेश व तेलंगाना के पूज्य संतों की इस बैठक में, हिंदू समाज के समक्ष खड़ी हुई चुनौतियों और उनके समाधानों पर मंथन किया जायेगा। विहिप का कहना है कि केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक में तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट व उससे उत्पन्न स्थित पर विचार होगा।
विश्व हिंदू परिषद का कहना है कि तिरुपति बालाजी के मंदिर में प्रसाद के विषय में चिंताजनक समाचार पूरे हिंदू समाज को व्यथित कर रहे हैं, उसके बारे में चर्चा होगी। इस संबंध में पूज्य संतों की भूमिका व उनके नेतृत्व में किस प्रकार का कार्यक्रम आगे किया जाए, इस विषय पर चर्चा होने की संभावना है। सोमवार को होने वाली बैठक में तिरुपति प्रसादम् के विषय में संतों द्वारा प्रस्ताव पारित किए जाने की भी संभावना है।
बजरंग बागड़ा ने बताया कि विश्व हिंदू परिषद का सर्वोच्च नीति निर्धारक मंच संतों का है। इसमें केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल के सदस्यों व संतों की भूमिका अग्रणी रहती है। इसकी वर्ष में दो बार बैठक होती है। इस बार से हमने अर्धवार्षिक बैठक ‘क्षेत्रश’ करने का निर्णय लिया है। पहली बैठक परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल के सदस्यों व आंध्र प्रदेश और तेलंगाना संतों की सोमवार को तिरुपति में पूरे दिन चलेगी।
बागड़ा के मुताबिक सोमवार को होने वाली विश्व हिंदू परिषद की बैठक में हिंदू समाज के समक्ष उत्पन्न चुनौतियों व समाधान के बारे में विचार विमर्श किया जाएगा। उन समाधानों में संतों की भूमिका के बारे में कुछ निर्णय लिए जाएंगे।
–आईएएनएस
जीसीबी/सीबीटी
नई दिल्ली, 22 सितंबर (आईएएनएस)। तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट की खबरों व उससे उत्पन्न स्थित के बीच विश्व हिंदू परिषद से जुड़े साधु संत तिरुपति में जुटेंगे। परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की एक महत्वपूर्ण बैठक सोमवार को तिरुपति में बुलाई गई है। रविवार को विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री बजरंग बागड़ा ने यह जानकारी दी।
बागड़ा ने बताया कि आंध्र प्रदेश व तेलंगाना के पूज्य संतों की इस बैठक में, हिंदू समाज के समक्ष खड़ी हुई चुनौतियों और उनके समाधानों पर मंथन किया जायेगा। विहिप का कहना है कि केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक में तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद में मिलावट व उससे उत्पन्न स्थित पर विचार होगा।
विश्व हिंदू परिषद का कहना है कि तिरुपति बालाजी के मंदिर में प्रसाद के विषय में चिंताजनक समाचार पूरे हिंदू समाज को व्यथित कर रहे हैं, उसके बारे में चर्चा होगी। इस संबंध में पूज्य संतों की भूमिका व उनके नेतृत्व में किस प्रकार का कार्यक्रम आगे किया जाए, इस विषय पर चर्चा होने की संभावना है। सोमवार को होने वाली बैठक में तिरुपति प्रसादम् के विषय में संतों द्वारा प्रस्ताव पारित किए जाने की भी संभावना है।
बजरंग बागड़ा ने बताया कि विश्व हिंदू परिषद का सर्वोच्च नीति निर्धारक मंच संतों का है। इसमें केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल के सदस्यों व संतों की भूमिका अग्रणी रहती है। इसकी वर्ष में दो बार बैठक होती है। इस बार से हमने अर्धवार्षिक बैठक ‘क्षेत्रश’ करने का निर्णय लिया है। पहली बैठक परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल के सदस्यों व आंध्र प्रदेश और तेलंगाना संतों की सोमवार को तिरुपति में पूरे दिन चलेगी।
बागड़ा के मुताबिक सोमवार को होने वाली विश्व हिंदू परिषद की बैठक में हिंदू समाज के समक्ष उत्पन्न चुनौतियों व समाधान के बारे में विचार विमर्श किया जाएगा। उन समाधानों में संतों की भूमिका के बारे में कुछ निर्णय लिए जाएंगे।
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