चेन्नई, 21 फरवरी (आईएएनएस)। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्तवर्ष 2023 की तीसरी तिमाही के नतीजों का मुख्य आकर्षण कॉर्पोरेट क्षेत्र द्वारा मार्जिन में सुधार है।
रिपोर्ट के अनुसार, निफ्टी ऑपरेटिंग मार्जिन (पूर्व-वित्तीय) 230 आधार अंक (बीपीएस) क्यूओक्यू से 17 प्रतिशत तक बढ़ गया, मुख्य रूप से कम कच्चे माल की लागत से प्राप्त बचत के कारण सकल मार्जिन 230 बीपीएस क्यूओक्यू का विस्तार हुआ।
रिपोर्ट में कहा गया है, यह पिछली तिमाही यानी वित्तवर्ष 23 की दूसरी तिमाही में दर्ज किए गए 14.7 प्रतिशत के निचले स्तर के बाद है। कुल आधार (पूर्व-वित्तीय) पर वित्तवर्ष 23 की तीसरी तिमाही के लिए निफ्टी की टॉपलाइन काफी हद तक फ्लैट क्यूओक्यू थी जो 13.4 लाख करोड़ रुपये थी, जिसमें ईबीआईटीडीए 16 प्रतिशत क्यूओक्यू था। 2.3 लाख करोड़ रुपये और पीएटी 16.6 प्रतिशत तिमाही दर तिमाही 1.1 लाख करोड़ रुपये पर है।
साल दर साल के आधार पर निफ्टी टॉपलाइन 16.9 प्रतिशत ऊपर था, जबकि पीएटी 3.9 प्रतिशत नीचे था, मुख्य रूप से कमोडिटी स्पेस में धातु और तेल और गैस डोमेन में लाभप्रदता को ट्रैक कर रहा था।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के अनुसार, व्यवसायों में प्रबंधन की टिप्पणी मांग के दृष्टिकोण पर सकारात्मक थी, विशेष रूप से प्रगतिशील केंद्रीय बजट वित्तवर्ष 24 के बीच घरेलू मोर्चे पर, जिसमें सरकार ने मूर्त गुणक प्रभाव के साथ कैपेक्स के रूप में 10 लाख करोड़ रुपये (33 प्रतिशत योय) खर्च करने का प्रस्ताव रखा, जो संभावित रूप से घरेलू स्तर पर व्यापक आर्थिक विकास को गति दे सकता है।
उत्साहजनक रूप से विकास कैपेक्स को राजकोषीय समेकन के पथ के साथ जोड़ा गया।
वित्तीय (बीएफएसआई) सहित, निफ्टी स्तर पर, टॉपलाइन में 1.6 प्रतिशत क्यूओक्यू वृद्धि और पीएटी में 13.8 प्रतिशत क्यूओक्यू वृद्धि के साथ प्रवृत्ति समान थी।
हालांकि, वर्ष-दर-वर्ष के आधार पर, इसने स्वस्थ दोहरे अंकों की क्रेडिट वृद्धि और बैंकिंग क्षेत्र में संपत्ति की गुणवत्ता में और सुधार के कारण पूर्व-वित्तीय सबसेट को पीछे छोड़ दिया।
बैंकिंग क्षेत्र में खुदरा और एमएसएमई सेगमेंट में मजबूत मांग के कारण वित्तवर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में कारोबार की गति अच्छी बनी हुई है।
–आईएएनएस
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