नई दिल्ली, 15 मई (आईएएनएस)। भाजपा प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने गुरुवार को दावा किया कि तुर्की ने 10 फीसदी पर्यटन खो दिया है। उन्होंने कहा कि ‘तुर्की के बहिष्कार’ के लिए देश भर में बढ़ते शोर के साथ इस देश को भारत से पर्यटन व्यवसाय का एक बड़ा हिस्सा खोना पड़ेगा।
गौरव वल्लभ ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि पर्यटन तुर्की की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार बना हुआ है। भारत के साथ विश्वासघात करने के कारण इसने पहले ही 10 प्रतिशत पर्यटकों को खो दिया है और जल्द ही इसे और भी झटका लगेगा। भारत माता का कोई भी बेटा और बेटी इस विश्वासघात को बर्दाश्त नहीं करेगा। वह सभी ‘तुर्की के बहिष्कार’ के आह्वान में शामिल होंगे।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में नई दिल्ली और मुंबई से उड़ानें चालू हैं, लेकिन मैं आपको आश्वासन देता हूं कि बहुत जल्द, इस्तांबुल के लिए ये उड़ानें खाली हो जाएंगी।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में हुए संघर्ष के दौरान तुर्की द्वारा पाकिस्तान को खुलेआम समर्थन दिए जाने पर देश में गुस्सा और आक्रोश बढ़ रहा है, न केवल डिजिटल स्पेस में बल्कि सैन्य रूप से भी। पाकिस्तान की ओर से दागे गए ड्रोनों की बौछार, जिन्हें भारतीय सेना ने मार गिराया, उनमें से अधिकांश तुर्की में बने थे।
भाजपा नेता ने तुर्की पर पार्टी के रुख को रेखांकित करने में कांग्रेस पार्टी की ‘अनिश्चितता’ पर कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि यह देखना दुखद है कि मध्य-पूर्व के देश के खिलाफ लोगों में बढ़ते गुस्से के बावजूद कांग्रेस अपनी नीति स्पष्ट रूप से नहीं बता पा रही है। उन्होंने कांग्रेस पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस तुर्की के समर्थन में खड़ी दिखती है।
वल्लभ ने दावा किया कि बुधवार को जब कांग्रेस के दो राष्ट्रीय प्रवक्ताओं से तुर्की के राष्ट्रीय बहिष्कार के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को खुलेआम समर्थन देने के लिए पूरा देश तुर्की के खिलाफ खड़ा है, लेकिन कांग्रेस नेता ठंडे पड़ गए हैं।
दरअसल, वह कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता जयराम रमेश और पवन खेड़ा की प्रेस वार्ता का जिक्र कर रहे थे, जिसमें वह तुर्की पर मीडिया के एक सवाल का जवाब देने के लिए एक-दूसरे को इशारा करते दिखे।
–आईएएनएस
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