नई दिल्ली, 24 अगस्त (आईएएनएस)। भाविश अग्रवाल द्वारा संचालित ओला इलेक्ट्रिक जिसने हाल ही में पब्लिक मार्केट में प्रवेश किया है, बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच घरेलू इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन क्षेत्र में अपने प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले तेजी से उसके शेयर गिर रहे हैं, और बाजार विश्लेषकों ने निवेशकों को इस अस्थिर स्टॉक के साथ “सतर्क” रहने की चेतावनी दी है।
जेफ़रीज़ की एक ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि टीवीएस और बजाज ने अधिक किफायती इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों के साथ अपने पोर्टफोलियो का विस्तार किया है। इस बदलाव ने उन्हें क्रमशः 4 प्रतिशत और 7 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी हासिल करने में मदद की है, टीवीएस के पास अब 19 प्रतिशत और बजाज के पास 18 प्रतिशत बाजार की हिस्सेदारी है।
रिपोर्ट के अनुसार, इलेक्ट्रिक दोपहिया बाजार में ओला इलेक्ट्रिक की बाजार हिस्सेदारी जून तिमाही (वित्त वर्ष 2025 के पहले तिमाही) के 49 प्रतिशत के मुकाबले घटकर अगस्त में 33 प्रतिशत हो गई है।
बाजार पर नजर रखने वालों ने कहा कि ओला इलेक्ट्रिक की दीर्घकालिक क्षमता, विशेष रूप से ईवी बाजार के अनुकूल दृष्टिकोण को देखते हुए, आकर्षक हो सकती है। लेकिन, मौजूदा मूल्यांकन इसके उलट अटकलबाजी वाला नजर आ रहा है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक साजी जॉन ने कहा, ”कंपनी के चल रहे घाटे और उसके स्टॉक मूल्य में आई उच्च अस्थिरता को देखते हुए। निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए, विशेष रूप से नए निवेशकों के लिए यह जरूरी है कि वह इस कंपनी के शेयर के स्थिर होने की प्रतीक्षा करें।”
विश्लेषकों के अनुसार, कम कीमत वाले इलेक्ट्रिक वाहनों की लॉन्चिंग और इस क्षेत्र के पुराने खिलाड़ियों टीवीएस और बजाज द्वारा ग्राहकों को दी जा रही जबर्दस्त छूट की वजह से ओला इलेक्ट्रिक का बाजार हिस्सेदारी कम हुआ है।
शुक्रवार को ओला इलेक्ट्रिक के शेयर भारी गिरावट के साथ 126.26 रुपये पर बंद हुए। जो ओला इलेक्ट्रिक के शेयर की सार्वाधिक कीमत से लगभग 20 प्रतिशत नीचे कारोबार कर रहा है।
बाजार में अपनी साख को बढ़ावा देने के लिए, कंपनी ने पिछले सप्ताह अलग-अलग कीमतों इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिलें पेश की हैं।
भारत में दोपहिया वाहन बाजार में मोटरसाइकिलों का दबदबा है, वहीं ईवी सेगमेंट की हिस्सेदारी की बात करें तो वर्तमान में यह केवल 1 प्रतिशत है।
जेफ़रीज़ ने इस बात पर प्रकाश डाला कि ओला इलेक्ट्रिक के नए मॉडल की सफलता इसके ऑन-रोड प्रदर्शन पर निर्भर करेगी। भारतीय दोपहिया बाजार में मोटरसाइकिलों का दबदबा है, जो कुल बिक्री का 63 प्रतिशत है।
जेफ़रीज़ को वित्त वर्ष 2027 तक इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों का बाजार में हिस्सेदारी मौजूदा 5.6 प्रतिशत से बढ़कर 13 प्रतिशत होने का अनुमान है।
–आईएएनएस
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