नई दिल्ली, 26 अक्टूबर (आईएएनएस)। तेलंगाना विधानसभा चुनाव अगले महीने होने जा रहा है। ऐसे में कांग्रेस ने गुरुवार को मांग की कि दक्षिणी राज्य में अधिसूचना की तारीख 3 नवंबर से पहले सभी नकद लाभ किसानों, दलितों, आवास लाभार्थियों, मुसलमानों और अन्य लाभार्थियों को तुरंत हस्तांतरित किए जाएं।
पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा, ”तेलंगाना में कांग्रेस की ओर से, हम मांग कर रहे हैं कि अधिसूचना की तारीख से पहले किसानों, दलितों, आवास लाभार्थियों, मुसलमानों और अन्य लाभार्थियों को सभी नकद लाभ तुरंत हस्तांतरित किए जाएं।”
जनता की लागत से बने मुख्यमंत्री आवास और विधायक कैंप कार्यालय जैसे आधिकारिक स्थानों का उपयोग बीआरएस राजनीतिक गतिविधियों के लिए नहीं किया जाना चाहिए। कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के समर्थक अधिकारियों को भी प्रमुख महत्वपूर्ण चुनाव जिम्मेदारियां नहीं सौंपी जानी चाहिए।
रेड्डी ने कहा, ”हमने देखा है कि पिछले नौ सालों से राज्य में किस तरह पक्षपातपूर्ण माहौल रहा है और वे कई सालों से पार्टी के एजेंडे पर काम कर रहे हैं। हमने चुनाव आयोग को अधिकारियों के नाम दे दिए हैं।”
इस बीच, तेलंगाना कांग्रेस प्रमुख ए. रेवंत रेड्डी ने कहा, ”तेलंगाना में भाजपा और बीआरएस कांग्रेस को हराने के लिए सरकारी संस्थानों का दुरुपयोग कर रहे हैं। कई अधिकारी कई वर्षों से एक ही स्थान पर तैनात हैं और वे बीआरएस के लिए चुनावी फंड इकट्ठा करने का काम कर रहे हैं।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सेवानिवृत्त अधिकारियों को नियमित पोस्टिंग देकर उनसे ऐसे काम कराया जा रहा है, जैसे विपक्षी दलों को निशाना बनाने के लिए एक निजी सेना बनाई गई हो। कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि कई मीडिया संस्थान पार्टी के खिलाफ गलत कहानियां चला रहे हैं। हमने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की है।
इस बीच, उत्तम कुमार रेड्डी ने यह भी कहा कि तेलंगाना में मेदिगड्डा बैराज का डूबना एक तरह से राष्ट्रीय आपदा है। इस परियोजना पर एक लाख करोड़ रुपये खर्च किये गए हैं।
बता दें कि तेलंगाना में 119 सदस्यीय विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 30 नवंबर को होना है और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।
–आईएएनएस
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