हैदराबाद, 27 फरवरी (आईएएनएस)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने सोमवार को वारंगल के काकतिया मेडिकल कॉलेज (केएमसी) में एक सीनियर द्वारा उत्पीड़न के कारण पोस्ट-ग्रेजुएट छात्रा की आत्महत्या को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
पांच दिनों तक जिंदगी के लिए संघर्ष करने के बाद रविवार की रात धारावती प्रीति की मौत हो गई। एबीवीपी कार्यकर्ता पीड़िता के परिवार के लिए न्याय की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए।
एबीवीपी के झंडे और नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारियों ने ककातीया मेडिकल कॉलेज (केएमसी) की ओर मार्च किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें मुख्य द्वार पर रोक दिया। प्रदर्शनकारियों की पुलिसकर्मियों से बहस हो गई, जिससे तनाव बढ़ गया।
जैसे ही प्रदर्शनकारियों ने कैंपस में घुसने की कोशिश की, पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और थाने ले गई।
एबीवीपी के लोग केएमसी के प्रिंसिपल मोहन दास और विभाग प्रमुख नागार्जुन रेड्डी को निलंबित करने की मांग कर रहे हैं।
एनेस्थीसिया विभाग में पोस्ट ग्रेजुएट (एमडी) की प्रथम वर्ष की छात्रा प्रीति (26) ने 22 फरवरी को कथित तौर पर एएमजीएम अस्पताल में ड्यूटी के दौरान जानलेवा इंजेक्शन लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया। उसने रविवार रात आयुर्विज्ञान संस्थान (निम्स) में दम तोड़ दिया।
पुलिस प्रीति के सीनियर एम.ए. सैफ को एनेस्थीसिया विभाग में द्वितीय वर्ष के छात्र के रूप में पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
पुलिस ने कहा कि सीनियर द्वारा उत्पीड़न के कारण प्रीति ने आत्महत्या की होगी।
पुलिस ने सैफ पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। उस पर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम और एंटी-रैगिंग अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया गया।
–आईएएनएस
पीके/एसकेपी