अगरतला, 28 मार्च (आईएएनएस)। त्रिपुरा सरकार एशियाई विकास बैंक (एडीबी) द्वारा वित्त पोषित 120 मेगावाट का संयुक्त साइकिल गैस टर्बाइन (सीसीजीटी) बिजली संयंत्र स्थापित करेगी। शीर्ष अधिकारियों ने यहां मंगलवार को यह जानकारी दी।
त्रिपुरा स्टेट इलेक्ट्रिसिटी कॉर्पोरेशन लिमिटेड (टीएसईसीएल) के प्रबंध निदेशक देबाशीष सरकार ने कहा कि सिपाहीजला जिले के रोखिया में एक गैस आधारित ताप विद्युत परियोजना को क्षमता विस्तार प्रणाली के तहत 63 मेगावाट से 120 मेगावाट तक उन्नत किया जाएगा।
सरकार ने आईएएनएस को बताया, बिजली परियोजना की शुरुआती लागत 770 करोड़ रुपये थी, जो अब बढ़कर 840 करोड़ रुपये हो गई है। एडीबी 80:20 के अनुपात में धन उपलब्ध कराएगा। केंद्र और राज्य सरकारें भी परियोजना में योगदान देंगी।
उन्होंने कहा कि बिजली परियोजना के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जा रही है, जिसके लिए वैश्विक ई-निविदा पहले ही आमंत्रित की जा चुकी है।
सरकार ने कहा कि यह बिजली परियोजना न केवल अधिक तकनीकी-आर्थिक रूप से व्यवहार्य होगी, बल्कि यह पर्यावरण के अनुकूल बिजली भी पैदा करेगी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इससे उत्पादन लागत कम होगी और इस प्रकार, यह उपभोक्ताओं के बिजली शुल्क को कम करने में मदद करेगा।
इससे पहले एडीबी त्रिपुरा विद्युत उत्पादन उन्नयन और वितरण विश्वसनीयता सुधार परियोजना के तहत 1,925 करोड़ रुपये प्रदान करने पर सहमत हुआ था।
सरकार ने कहा कि इस समय टीएसईसीएल पर कुल 566.82 करोड़ रुपये बकाया है। इस बकाया राशि को एकत्र करने की दृष्टि से टीएसईसीएल ने स्पॉट कलेक्शन सुविधा को काफी हद तक बढ़ाया है, उपभोक्ताओं के लिए डोर टू डोर अनुनय किया जा रहा है, और कुछ और डिजिटल सुविधाएं जैसे यूपीआई, बिद्युतबंधु ऐप और वेब पोर्टल भी शुरू की गई हैं।
इसके अलावा, ऊर्जा मीटर रीडिंग की तस्वीरों को कैप्चर करके सटीकता और गुणवत्ता के साथ बिलिंग प्रतिशत बढ़ाने के लिए टीएसईसीएल ने त्रिपुरा भर में नई ऊर्जा बिलिंग एजेंसियों को लगाया है।
–आईएएनएस
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