नई दिल्ली, 14 जून (आईएएनएस)। भारत का थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति मई में अब तक के सबसे निचले स्तर (-) 3.48 प्रतिशत पर आ गई। खनिज तेल, धातु, खाद्य उत्पाद, कपड़ा, गैर-खाद्य सामान, कच्चे पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस और रासायनिक उत्पाद की कीमतों में गिरावट के कारण ऐसा हुआ है।
वाणिज्य मंत्रालय द्वारा बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, मई के लिए थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति हाल के समय में सबसे कम है।
अप्रैल में यह (-) 0.92 प्रतिशत था, मार्च में यह प्राथमिक वस्तुओं, निर्मित उत्पादों, ईंधन और बिजली के साथ-साथ भोजन के सूचकांक में भारी गिरावट के कारण गिरकर 29 महीने के निचले स्तर 1.34 प्रतिशत पर आ गया था।
फरवरी में थोक महंगाई दर 3.85 फीसदी थी, जबकि जनवरी में यह 4.73 फीसदी थी। फरवरी की डब्ल्यूपीआई मुद्रास्फीति 3.85 फीसदी थी, जो दो साल के निचले स्तर पर थी।
जनवरी 2021 में थोक महंगाई दर गिरकर 2.51 फीसदी पर आ गई थी।
इस बीच, मई के लिए खुदरा मुद्रास्फीति सोमवार को गिरकर 25 महीने के निचले स्तर 4.25 प्रतिशत पर आ गई।
–आईएएनएस
एसकेपी