सोल, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सूक योल द्वारा पिछले सप्ताह कुछ समय के लिए मार्शल लॉ की घोषणा के बाद कथित देशद्रोह की जांच के बीच अभियोजन पक्ष ने रविवार को पूर्व रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून को गिरफ्तार कर लिया।
राजनीतिक उथल-पुथल की जांच कर रहे विशेष जांच मुख्यालय ने कहा कि उसने किम को गिरफ्तार कर लिया है और उनका मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया है।
समाचार एजेंसी योनहाप के मुताबिक किम को पूर्वी सोल के एक हिरासत केंद्र में भेज दिया गया है।
किम की गिरफ्तारी विशेष जांच मुख्यालय में पूछताछ के लिए रात उपस्थित होने के लगभग छह घंटे बाद हुई। उन्होंने कहा कि वह चल रही जांच में सक्रिय रूप से सहयोग करेंगे।
किम ने राष्ट्रपति यून सुक येओल को मार्शल लॉ लागू करने का सुझाव दिया था। इसके बाद राष्ट्रपति ने विपक्ष द्वारा नियंत्रित नेशनल असेंबली के साथ बढ़ते राजनीतिक गतिरोध के बीच मंगलवार देर रात इसे घोषित कर दिया। नेशनल असेंबली द्वारा इसे समाप्त करने के लिए मतदान करने के छह घंटे बाद राष्ट्रपति ने आदेश को पलट दिया।
इस घटनाक्रम के बाद किम ने इस्तीफा दे दिया, जिसे राष्ट्रपति ने गुरुवार को स्वीकार कर लिया।
ऐसा माना जा रहा है कि अभियोजकों ने किम को उनके आरोपों की गंभीरता और पूर्व रक्षा प्रमुख द्वारा साक्ष्य मिटाने की संभावना को ध्यान में रखते हुए गिरफ्तार किया है।
कयास ऐसे भी लगाए जा रहे हैं कि किम साक्ष्य नष्ट करने का प्रयास कर सकते हैं, क्योंकि यह पाया गया कि वह अपना पिछला टेलीग्रम अकाउंट डिलीट करने के बाद पुनः टेलीग्राम में शामिल हो गए हैं।
अभियोजन पक्ष पुरानी बातचीत का डाटा रिस्टोर करने की कोशिश कर रहा है।
दक्षिण कोरिया कानून के अनुसार, यदि यह मानने के पर्याप्त आधार हों कि कोई गंभीर अपराध किया गया है या जब सबूत नष्ट करने के संभावित प्रयास की चिंता हो तो संदिग्धों को बिना वारंट के गिरफ्तार किया जा सकता है।
जांच मुख्यालय किम के खिलाफ उनकी हिरासत के 48 घंटे के भीतर गिरफ्तारी वारंट जारी करने पर विचार कर रहा है। यदि अभियोजन पक्ष गिरफ्तारी वारंट जारी करने में असफल रहता है, या कोर्ट इस याचिका को खारिज कर देता है तो किम को तुरंत रिहा करना पड़ेगा।
–आईएएनएस
पीएसएम/एमके