नई दिल्ली, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)। अरबपति व्यवसायी निरंजन हीरानंदानी के बेटे और रियल्टी, ऊर्जा और डेटा केंद्रों में रुचि रखने वाले हीरानंदानी समूह के सीईओ व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी ने एक टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा है कि उन्होंने दुबई से तृणमूल कांग्रेस लोकसभा सांसद मोहुआ मोइत्रा के अकाउंट तक पहुंच बनाई, ताकि अडानी ग्रुप पर निशाना साधते हुए सवाल पोस्ट किए जा सकें।
इसे “निर्णय की त्रुटि” बताते हुए उन्होंने इस मामले में खेद व्यक्त किया और कहा कि उन्होंने एक हलफनामा दिया था, जिसे उन्होंने दुबई में भारतीय वाणिज्य दूतावास में नोटरीकृत करवाया था, ताकि तथ्यों के साथ सामने आ सकें और तथ्यों को जनता के सामने ला सकें।
दर्शनने साक्षात्कार के दौरान दोहराया कि “महुआ मोइत्रा को लगा कि श्री अडानी पर हमला करने से प्रधानमंत्री को निशाना बनाया जा सकता है, क्योंकि दोनों में कथित तौर पर निकटता है और दोनों एक ही राज्य से हैं।”
यह पूछे जाने पर कि क्या महुआ मोइत्रा की द फाइनेंशियल टाइम्स, द न्यूयॉर्क टाइम्स, बीबीसी और कई भारतीय प्रकाशनों के अंतर्राष्ट्रीय पत्रकारों के साथ अक्सर बातचीत होती थी, दर्शन ने कहा कि सांसद ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से सभी विवरण दिए थे।
महुआ के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्राई की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को दी गई शिकायत में उल्लिखित उपहारों और धन के मुद्दे के बारे में पूछे जाने पर दर्शन ने कहा कि वास्तव में जो हुआ, उसका उल्लेख उनके हलफनामे में किया गया है।
उनके हलफनामे में कहा गया है, ”…वह मुझसे लगातार मांगें करती रहीं और मुझसे कई तरह की मदद मांगती रहीं, जिन्हें मुझे उनके करीब रहने और उनका समर्थन पाने के लिए पूरा करना पड़ा। जो मांगें की गईं और जो मदद मांगी गई, उनमें उन्हें महंगी विलासिता की वस्तुएं उपहार में देना, दिल्ली में उनके आधिकारिक तौर पर आवंटित बंगले के नवीनीकरण में मदद करना, यात्रा व्यय, छुट्टियां आदि के अलावा दुनिया के विभिन्न हिस्सों और भारत के भीतर उनकी यात्राओं के लिए सचिवीय और रसद से मदद करना शामिल था।”
देहाद्राई की शिकायत में उल्लिखित महुआ मोइत्रा को नकद भुगतान के बारे में पूछे जाने पर कि उन्होंने उन्हें एक बार 75 लाख रुपये का भुगतान किया और फिर हवाला चैनलों के माध्यम से 2 करोड़ रुपये का भुगतान किया – दर्शन हीरानंदानी ने इससे इनकार नहीं किया। उन्होंने कहा, “मेरी भागीदारी चाहे जो भी हो, यह मामला हलफनामे में पहले से ही मौजूद है। जैसा कि मैंने कहा, मैं एजेंसियों और आचार समिति के साथ पूरा सहयोग करने के लिए वहां हूं और मैं इसे पूरी तरह और स्पष्ट रूप से करूंगा।“
दर्शन ने यह भी कहा कि “संसदीय आचार समिति या किसी भी प्रकार के प्राधिकारी द्वारा बुलाए जाने पर मैं ख़ुशी से सहयोग करूंगा और हर जरूरी ब्योरा दूंगा।”
–आईएएनएस
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