चेन्नई, 21 जनवरी (आईएएनएस)। तमिलनाडु में भाजपा के राज्य सचिव विनोज पी. सेल्वम ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (एनसीएससी) के अध्यक्ष को पत्र लिखकर 18 साल की दलित लड़की के साथ डीएमके विधायक करुणानिथि के परिवार द्वारा किए गए दुर्व्यवहार की जांच की मांग की है।
विनोज ने एनसीएससी के अध्यक्ष अरुण हलदर को लिखे पत्र में दलित लड़की को हुए आघात के बारे में बताया, जिसने शिकायत की थी कि उसके साथ शारीरिक उत्पीड़न किया गया जिससे उसे मानसिक आघात पहुंचा।
पत्र में भाजपा नेता ने कहा कि लड़की ने शिकायत की थी कि जब से उसने चेन्नई के तिरुवन्मियूर में डीएमके विधायक करुणानिथि के बेटे एंटो मथियाप्पन के यहां काम करना शुरू किया, तब से उसे वेतन नहीं मिला।
उन्होंने यह भी कहा कि मथियाप्पन की पत्नी मर्लिन ने उनके साथ शारीरिक उत्पीड़न किया और उन्हें दिन में 16 घंटे से अधिक काम करने के लिए मजबूर किया।
बीजेपी नेता के मुताबिक, लड़की ने कहा कि मेरलिन उससे कहती थी कि वह कुछ नहीं कर पाएगी क्योंकि वे एक बहुत शक्तिशाली राजनीतिक परिवार हैं।
विनोज पी. सेल्वम ने अपनी शिकायत में कहा कि तमिलनाडु पुलिस ने लड़की द्वारा शिकायत दर्ज कराने के डेढ़ दिन बाद केस दर्ज किया, लेकिन उन्हें डर है कि कुछ नहीं होगा क्योंकि डीएमके विधायक प्रभावशाली व्यक्ति हैं।
सेल्वम ने कहा कि दलित लड़की द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद भी अपराधियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।
भाजपा नेता ने अपनी शिकायत में एनसीएससी से मामले की जांच करने और उसकी काउंसलिंग करने का अनुरोध किया, और यह भी कहा कि विधायक के परिवार अपने राजनीतिक रसूख का इस्तेमाल कर लड़की को गुमराह कर सकता है।
–आईएएनएस
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