अमरावती, 22 सितंबर (आईएएनएस)। दलित समूहों ने काकीनाडा में रंगराया मेडिकल कॉलेज (आरएमसी) के एक वरिष्ठ डॉक्टर पर हमला करने और गाली देने के आरोप में जन सेना विधायक पंथम वेंकटेश्वर राव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
दलित समूहों ने कहा कि काकीनाडा ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र के विधायक अपने समर्थकों के साथ आरएमसी के खेल के मैदान में घुस आए। बाहरी लोगों को मैदान में खेलने की अनुमति नहीं देने पर पी. उमा महेश्वर राव के साथ मारपीट की और उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
बता दें कि जन सेना आंध्र प्रदेश में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार में साझेदार है। विधायक को नानाजी के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने डॉक्टर को जान से मारने की धमकी दी और उनका मास्क खींचकर उन्हें मारने के लिए हाथ उठाया। विधायक के समर्थकों ने डॉक्टर के साथ मारपीट भी की।
शनिवार रात को कुछ स्थानीय युवकों ने विधायक से शिकायत की कि उन्हें आरएमसी ग्राउंड में वॉलीबॉल खेलने से रोका जा रहा है, जिसके बाद यह घटना घटी।
आरएमसी के फॉरेंसिक विभाग की प्रमुख और खेल बोर्ड की सचिव उमा महेश्वर राव और अन्य डॉक्टरों ने बाहरी लोगों के खेल के मैदान में प्रवेश पर रोक लगा दी थी, क्योंकि छात्रों ने शिकायत की थी कि उन्हें खेलने का मौका नहीं मिल रहा है। बाहरी लोगों के “दुर्व्यवहार” के कारण छात्राओं ने भी मैदान का उपयोग करना बंद कर दिया था।
वहीं, शनिवार शाम को जब बाहरी लोगों को खेल के मैदान में जाने की अनुमति नहीं दी गई, तो उन्होंने आरएमसी के उप-प्रधानाचार्य विष्णु वर्धन, अन्य डॉक्टरों और छात्रों के साथ बहस की और उपद्रव मचाया। कुछ स्थानीय लोगों ने विधायक से शिकायत की और आरोप लगाया कि आरएमसी के डॉक्टर उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं।
नानाजी अपने समर्थकों के साथ खेल के मैदान में पहुंचे और उमा महेश्वर राव के साथ दुर्व्यवहार किया तथा मारपीट की। आरएमसी प्रिंसिपल ने काकीनाडा के पुलिस अधीक्षक विक्रांत पाटिल से शिकायत की। एसपी ने कलेक्टर एस. शान मोहन के साथ कॉलेज का दौरा किया। बाद में विधायक ने घटना के लिए माफी मांगी।
हालांकि, दलित समूह माफी से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने सरकार से विधायक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। सरकारी डॉक्टरों ने उपमुख्यमंत्री और जन सेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण को भी पत्र लिखकर नानाजी के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्य कुमार यादव ने सरकारी मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ डॉक्टरों और छात्रों पर हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी और जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
–आईएएनएस
आरके/एफजेड
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अमरावती, 22 सितंबर (आईएएनएस)। दलित समूहों ने काकीनाडा में रंगराया मेडिकल कॉलेज (आरएमसी) के एक वरिष्ठ डॉक्टर पर हमला करने और गाली देने के आरोप में जन सेना विधायक पंथम वेंकटेश्वर राव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
दलित समूहों ने कहा कि काकीनाडा ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र के विधायक अपने समर्थकों के साथ आरएमसी के खेल के मैदान में घुस आए। बाहरी लोगों को मैदान में खेलने की अनुमति नहीं देने पर पी. उमा महेश्वर राव के साथ मारपीट की और उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
बता दें कि जन सेना आंध्र प्रदेश में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार में साझेदार है। विधायक को नानाजी के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने डॉक्टर को जान से मारने की धमकी दी और उनका मास्क खींचकर उन्हें मारने के लिए हाथ उठाया। विधायक के समर्थकों ने डॉक्टर के साथ मारपीट भी की।
शनिवार रात को कुछ स्थानीय युवकों ने विधायक से शिकायत की कि उन्हें आरएमसी ग्राउंड में वॉलीबॉल खेलने से रोका जा रहा है, जिसके बाद यह घटना घटी।
आरएमसी के फॉरेंसिक विभाग की प्रमुख और खेल बोर्ड की सचिव उमा महेश्वर राव और अन्य डॉक्टरों ने बाहरी लोगों के खेल के मैदान में प्रवेश पर रोक लगा दी थी, क्योंकि छात्रों ने शिकायत की थी कि उन्हें खेलने का मौका नहीं मिल रहा है। बाहरी लोगों के “दुर्व्यवहार” के कारण छात्राओं ने भी मैदान का उपयोग करना बंद कर दिया था।
वहीं, शनिवार शाम को जब बाहरी लोगों को खेल के मैदान में जाने की अनुमति नहीं दी गई, तो उन्होंने आरएमसी के उप-प्रधानाचार्य विष्णु वर्धन, अन्य डॉक्टरों और छात्रों के साथ बहस की और उपद्रव मचाया। कुछ स्थानीय लोगों ने विधायक से शिकायत की और आरोप लगाया कि आरएमसी के डॉक्टर उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं।
नानाजी अपने समर्थकों के साथ खेल के मैदान में पहुंचे और उमा महेश्वर राव के साथ दुर्व्यवहार किया तथा मारपीट की। आरएमसी प्रिंसिपल ने काकीनाडा के पुलिस अधीक्षक विक्रांत पाटिल से शिकायत की। एसपी ने कलेक्टर एस. शान मोहन के साथ कॉलेज का दौरा किया। बाद में विधायक ने घटना के लिए माफी मांगी।
हालांकि, दलित समूह माफी से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने सरकार से विधायक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। सरकारी डॉक्टरों ने उपमुख्यमंत्री और जन सेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण को भी पत्र लिखकर नानाजी के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्य कुमार यादव ने सरकारी मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ डॉक्टरों और छात्रों पर हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी और जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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दलित समूहों ने कहा कि काकीनाडा ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र के विधायक अपने समर्थकों के साथ आरएमसी के खेल के मैदान में घुस आए। बाहरी लोगों को मैदान में खेलने की अनुमति नहीं देने पर पी. उमा महेश्वर राव के साथ मारपीट की और उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
बता दें कि जन सेना आंध्र प्रदेश में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार में साझेदार है। विधायक को नानाजी के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने डॉक्टर को जान से मारने की धमकी दी और उनका मास्क खींचकर उन्हें मारने के लिए हाथ उठाया। विधायक के समर्थकों ने डॉक्टर के साथ मारपीट भी की।
शनिवार रात को कुछ स्थानीय युवकों ने विधायक से शिकायत की कि उन्हें आरएमसी ग्राउंड में वॉलीबॉल खेलने से रोका जा रहा है, जिसके बाद यह घटना घटी।
आरएमसी के फॉरेंसिक विभाग की प्रमुख और खेल बोर्ड की सचिव उमा महेश्वर राव और अन्य डॉक्टरों ने बाहरी लोगों के खेल के मैदान में प्रवेश पर रोक लगा दी थी, क्योंकि छात्रों ने शिकायत की थी कि उन्हें खेलने का मौका नहीं मिल रहा है। बाहरी लोगों के “दुर्व्यवहार” के कारण छात्राओं ने भी मैदान का उपयोग करना बंद कर दिया था।
वहीं, शनिवार शाम को जब बाहरी लोगों को खेल के मैदान में जाने की अनुमति नहीं दी गई, तो उन्होंने आरएमसी के उप-प्रधानाचार्य विष्णु वर्धन, अन्य डॉक्टरों और छात्रों के साथ बहस की और उपद्रव मचाया। कुछ स्थानीय लोगों ने विधायक से शिकायत की और आरोप लगाया कि आरएमसी के डॉक्टर उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं।
नानाजी अपने समर्थकों के साथ खेल के मैदान में पहुंचे और उमा महेश्वर राव के साथ दुर्व्यवहार किया तथा मारपीट की। आरएमसी प्रिंसिपल ने काकीनाडा के पुलिस अधीक्षक विक्रांत पाटिल से शिकायत की। एसपी ने कलेक्टर एस. शान मोहन के साथ कॉलेज का दौरा किया। बाद में विधायक ने घटना के लिए माफी मांगी।
हालांकि, दलित समूह माफी से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने सरकार से विधायक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। सरकारी डॉक्टरों ने उपमुख्यमंत्री और जन सेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण को भी पत्र लिखकर नानाजी के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्य कुमार यादव ने सरकारी मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ डॉक्टरों और छात्रों पर हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी और जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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दलित समूहों ने कहा कि काकीनाडा ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र के विधायक अपने समर्थकों के साथ आरएमसी के खेल के मैदान में घुस आए। बाहरी लोगों को मैदान में खेलने की अनुमति नहीं देने पर पी. उमा महेश्वर राव के साथ मारपीट की और उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
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शनिवार रात को कुछ स्थानीय युवकों ने विधायक से शिकायत की कि उन्हें आरएमसी ग्राउंड में वॉलीबॉल खेलने से रोका जा रहा है, जिसके बाद यह घटना घटी।
आरएमसी के फॉरेंसिक विभाग की प्रमुख और खेल बोर्ड की सचिव उमा महेश्वर राव और अन्य डॉक्टरों ने बाहरी लोगों के खेल के मैदान में प्रवेश पर रोक लगा दी थी, क्योंकि छात्रों ने शिकायत की थी कि उन्हें खेलने का मौका नहीं मिल रहा है। बाहरी लोगों के “दुर्व्यवहार” के कारण छात्राओं ने भी मैदान का उपयोग करना बंद कर दिया था।
वहीं, शनिवार शाम को जब बाहरी लोगों को खेल के मैदान में जाने की अनुमति नहीं दी गई, तो उन्होंने आरएमसी के उप-प्रधानाचार्य विष्णु वर्धन, अन्य डॉक्टरों और छात्रों के साथ बहस की और उपद्रव मचाया। कुछ स्थानीय लोगों ने विधायक से शिकायत की और आरोप लगाया कि आरएमसी के डॉक्टर उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं।
नानाजी अपने समर्थकों के साथ खेल के मैदान में पहुंचे और उमा महेश्वर राव के साथ दुर्व्यवहार किया तथा मारपीट की। आरएमसी प्रिंसिपल ने काकीनाडा के पुलिस अधीक्षक विक्रांत पाटिल से शिकायत की। एसपी ने कलेक्टर एस. शान मोहन के साथ कॉलेज का दौरा किया। बाद में विधायक ने घटना के लिए माफी मांगी।
हालांकि, दलित समूह माफी से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने सरकार से विधायक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। सरकारी डॉक्टरों ने उपमुख्यमंत्री और जन सेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण को भी पत्र लिखकर नानाजी के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्य कुमार यादव ने सरकारी मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ डॉक्टरों और छात्रों पर हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी और जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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दलित समूहों ने कहा कि काकीनाडा ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र के विधायक अपने समर्थकों के साथ आरएमसी के खेल के मैदान में घुस आए। बाहरी लोगों को मैदान में खेलने की अनुमति नहीं देने पर पी. उमा महेश्वर राव के साथ मारपीट की और उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
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शनिवार रात को कुछ स्थानीय युवकों ने विधायक से शिकायत की कि उन्हें आरएमसी ग्राउंड में वॉलीबॉल खेलने से रोका जा रहा है, जिसके बाद यह घटना घटी।
आरएमसी के फॉरेंसिक विभाग की प्रमुख और खेल बोर्ड की सचिव उमा महेश्वर राव और अन्य डॉक्टरों ने बाहरी लोगों के खेल के मैदान में प्रवेश पर रोक लगा दी थी, क्योंकि छात्रों ने शिकायत की थी कि उन्हें खेलने का मौका नहीं मिल रहा है। बाहरी लोगों के “दुर्व्यवहार” के कारण छात्राओं ने भी मैदान का उपयोग करना बंद कर दिया था।
वहीं, शनिवार शाम को जब बाहरी लोगों को खेल के मैदान में जाने की अनुमति नहीं दी गई, तो उन्होंने आरएमसी के उप-प्रधानाचार्य विष्णु वर्धन, अन्य डॉक्टरों और छात्रों के साथ बहस की और उपद्रव मचाया। कुछ स्थानीय लोगों ने विधायक से शिकायत की और आरोप लगाया कि आरएमसी के डॉक्टर उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं।
नानाजी अपने समर्थकों के साथ खेल के मैदान में पहुंचे और उमा महेश्वर राव के साथ दुर्व्यवहार किया तथा मारपीट की। आरएमसी प्रिंसिपल ने काकीनाडा के पुलिस अधीक्षक विक्रांत पाटिल से शिकायत की। एसपी ने कलेक्टर एस. शान मोहन के साथ कॉलेज का दौरा किया। बाद में विधायक ने घटना के लिए माफी मांगी।
हालांकि, दलित समूह माफी से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने सरकार से विधायक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। सरकारी डॉक्टरों ने उपमुख्यमंत्री और जन सेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण को भी पत्र लिखकर नानाजी के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्य कुमार यादव ने सरकारी मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ डॉक्टरों और छात्रों पर हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी और जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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अमरावती, 22 सितंबर (आईएएनएस)। दलित समूहों ने काकीनाडा में रंगराया मेडिकल कॉलेज (आरएमसी) के एक वरिष्ठ डॉक्टर पर हमला करने और गाली देने के आरोप में जन सेना विधायक पंथम वेंकटेश्वर राव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
दलित समूहों ने कहा कि काकीनाडा ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र के विधायक अपने समर्थकों के साथ आरएमसी के खेल के मैदान में घुस आए। बाहरी लोगों को मैदान में खेलने की अनुमति नहीं देने पर पी. उमा महेश्वर राव के साथ मारपीट की और उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
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शनिवार रात को कुछ स्थानीय युवकों ने विधायक से शिकायत की कि उन्हें आरएमसी ग्राउंड में वॉलीबॉल खेलने से रोका जा रहा है, जिसके बाद यह घटना घटी।
आरएमसी के फॉरेंसिक विभाग की प्रमुख और खेल बोर्ड की सचिव उमा महेश्वर राव और अन्य डॉक्टरों ने बाहरी लोगों के खेल के मैदान में प्रवेश पर रोक लगा दी थी, क्योंकि छात्रों ने शिकायत की थी कि उन्हें खेलने का मौका नहीं मिल रहा है। बाहरी लोगों के “दुर्व्यवहार” के कारण छात्राओं ने भी मैदान का उपयोग करना बंद कर दिया था।
वहीं, शनिवार शाम को जब बाहरी लोगों को खेल के मैदान में जाने की अनुमति नहीं दी गई, तो उन्होंने आरएमसी के उप-प्रधानाचार्य विष्णु वर्धन, अन्य डॉक्टरों और छात्रों के साथ बहस की और उपद्रव मचाया। कुछ स्थानीय लोगों ने विधायक से शिकायत की और आरोप लगाया कि आरएमसी के डॉक्टर उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं।
नानाजी अपने समर्थकों के साथ खेल के मैदान में पहुंचे और उमा महेश्वर राव के साथ दुर्व्यवहार किया तथा मारपीट की। आरएमसी प्रिंसिपल ने काकीनाडा के पुलिस अधीक्षक विक्रांत पाटिल से शिकायत की। एसपी ने कलेक्टर एस. शान मोहन के साथ कॉलेज का दौरा किया। बाद में विधायक ने घटना के लिए माफी मांगी।
हालांकि, दलित समूह माफी से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने सरकार से विधायक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। सरकारी डॉक्टरों ने उपमुख्यमंत्री और जन सेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण को भी पत्र लिखकर नानाजी के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्य कुमार यादव ने सरकारी मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ डॉक्टरों और छात्रों पर हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी और जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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अमरावती, 22 सितंबर (आईएएनएस)। दलित समूहों ने काकीनाडा में रंगराया मेडिकल कॉलेज (आरएमसी) के एक वरिष्ठ डॉक्टर पर हमला करने और गाली देने के आरोप में जन सेना विधायक पंथम वेंकटेश्वर राव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
दलित समूहों ने कहा कि काकीनाडा ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र के विधायक अपने समर्थकों के साथ आरएमसी के खेल के मैदान में घुस आए। बाहरी लोगों को मैदान में खेलने की अनुमति नहीं देने पर पी. उमा महेश्वर राव के साथ मारपीट की और उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
बता दें कि जन सेना आंध्र प्रदेश में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार में साझेदार है। विधायक को नानाजी के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने डॉक्टर को जान से मारने की धमकी दी और उनका मास्क खींचकर उन्हें मारने के लिए हाथ उठाया। विधायक के समर्थकों ने डॉक्टर के साथ मारपीट भी की।
शनिवार रात को कुछ स्थानीय युवकों ने विधायक से शिकायत की कि उन्हें आरएमसी ग्राउंड में वॉलीबॉल खेलने से रोका जा रहा है, जिसके बाद यह घटना घटी।
आरएमसी के फॉरेंसिक विभाग की प्रमुख और खेल बोर्ड की सचिव उमा महेश्वर राव और अन्य डॉक्टरों ने बाहरी लोगों के खेल के मैदान में प्रवेश पर रोक लगा दी थी, क्योंकि छात्रों ने शिकायत की थी कि उन्हें खेलने का मौका नहीं मिल रहा है। बाहरी लोगों के “दुर्व्यवहार” के कारण छात्राओं ने भी मैदान का उपयोग करना बंद कर दिया था।
वहीं, शनिवार शाम को जब बाहरी लोगों को खेल के मैदान में जाने की अनुमति नहीं दी गई, तो उन्होंने आरएमसी के उप-प्रधानाचार्य विष्णु वर्धन, अन्य डॉक्टरों और छात्रों के साथ बहस की और उपद्रव मचाया। कुछ स्थानीय लोगों ने विधायक से शिकायत की और आरोप लगाया कि आरएमसी के डॉक्टर उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं।
नानाजी अपने समर्थकों के साथ खेल के मैदान में पहुंचे और उमा महेश्वर राव के साथ दुर्व्यवहार किया तथा मारपीट की। आरएमसी प्रिंसिपल ने काकीनाडा के पुलिस अधीक्षक विक्रांत पाटिल से शिकायत की। एसपी ने कलेक्टर एस. शान मोहन के साथ कॉलेज का दौरा किया। बाद में विधायक ने घटना के लिए माफी मांगी।
हालांकि, दलित समूह माफी से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने सरकार से विधायक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। सरकारी डॉक्टरों ने उपमुख्यमंत्री और जन सेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण को भी पत्र लिखकर नानाजी के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्य कुमार यादव ने सरकारी मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ डॉक्टरों और छात्रों पर हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी और जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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दलित समूहों ने कहा कि काकीनाडा ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र के विधायक अपने समर्थकों के साथ आरएमसी के खेल के मैदान में घुस आए। बाहरी लोगों को मैदान में खेलने की अनुमति नहीं देने पर पी. उमा महेश्वर राव के साथ मारपीट की और उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
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शनिवार रात को कुछ स्थानीय युवकों ने विधायक से शिकायत की कि उन्हें आरएमसी ग्राउंड में वॉलीबॉल खेलने से रोका जा रहा है, जिसके बाद यह घटना घटी।
आरएमसी के फॉरेंसिक विभाग की प्रमुख और खेल बोर्ड की सचिव उमा महेश्वर राव और अन्य डॉक्टरों ने बाहरी लोगों के खेल के मैदान में प्रवेश पर रोक लगा दी थी, क्योंकि छात्रों ने शिकायत की थी कि उन्हें खेलने का मौका नहीं मिल रहा है। बाहरी लोगों के “दुर्व्यवहार” के कारण छात्राओं ने भी मैदान का उपयोग करना बंद कर दिया था।
वहीं, शनिवार शाम को जब बाहरी लोगों को खेल के मैदान में जाने की अनुमति नहीं दी गई, तो उन्होंने आरएमसी के उप-प्रधानाचार्य विष्णु वर्धन, अन्य डॉक्टरों और छात्रों के साथ बहस की और उपद्रव मचाया। कुछ स्थानीय लोगों ने विधायक से शिकायत की और आरोप लगाया कि आरएमसी के डॉक्टर उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं।
नानाजी अपने समर्थकों के साथ खेल के मैदान में पहुंचे और उमा महेश्वर राव के साथ दुर्व्यवहार किया तथा मारपीट की। आरएमसी प्रिंसिपल ने काकीनाडा के पुलिस अधीक्षक विक्रांत पाटिल से शिकायत की। एसपी ने कलेक्टर एस. शान मोहन के साथ कॉलेज का दौरा किया। बाद में विधायक ने घटना के लिए माफी मांगी।
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राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्य कुमार यादव ने सरकारी मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ डॉक्टरों और छात्रों पर हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी और जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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दलित समूहों ने कहा कि काकीनाडा ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र के विधायक अपने समर्थकों के साथ आरएमसी के खेल के मैदान में घुस आए। बाहरी लोगों को मैदान में खेलने की अनुमति नहीं देने पर पी. उमा महेश्वर राव के साथ मारपीट की और उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
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शनिवार रात को कुछ स्थानीय युवकों ने विधायक से शिकायत की कि उन्हें आरएमसी ग्राउंड में वॉलीबॉल खेलने से रोका जा रहा है, जिसके बाद यह घटना घटी।
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हालांकि, दलित समूह माफी से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने सरकार से विधायक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। सरकारी डॉक्टरों ने उपमुख्यमंत्री और जन सेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण को भी पत्र लिखकर नानाजी के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्य कुमार यादव ने सरकारी मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ डॉक्टरों और छात्रों पर हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी और जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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अमरावती, 22 सितंबर (आईएएनएस)। दलित समूहों ने काकीनाडा में रंगराया मेडिकल कॉलेज (आरएमसी) के एक वरिष्ठ डॉक्टर पर हमला करने और गाली देने के आरोप में जन सेना विधायक पंथम वेंकटेश्वर राव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
दलित समूहों ने कहा कि काकीनाडा ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र के विधायक अपने समर्थकों के साथ आरएमसी के खेल के मैदान में घुस आए। बाहरी लोगों को मैदान में खेलने की अनुमति नहीं देने पर पी. उमा महेश्वर राव के साथ मारपीट की और उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
बता दें कि जन सेना आंध्र प्रदेश में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार में साझेदार है। विधायक को नानाजी के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने डॉक्टर को जान से मारने की धमकी दी और उनका मास्क खींचकर उन्हें मारने के लिए हाथ उठाया। विधायक के समर्थकों ने डॉक्टर के साथ मारपीट भी की।
शनिवार रात को कुछ स्थानीय युवकों ने विधायक से शिकायत की कि उन्हें आरएमसी ग्राउंड में वॉलीबॉल खेलने से रोका जा रहा है, जिसके बाद यह घटना घटी।
आरएमसी के फॉरेंसिक विभाग की प्रमुख और खेल बोर्ड की सचिव उमा महेश्वर राव और अन्य डॉक्टरों ने बाहरी लोगों के खेल के मैदान में प्रवेश पर रोक लगा दी थी, क्योंकि छात्रों ने शिकायत की थी कि उन्हें खेलने का मौका नहीं मिल रहा है। बाहरी लोगों के “दुर्व्यवहार” के कारण छात्राओं ने भी मैदान का उपयोग करना बंद कर दिया था।
वहीं, शनिवार शाम को जब बाहरी लोगों को खेल के मैदान में जाने की अनुमति नहीं दी गई, तो उन्होंने आरएमसी के उप-प्रधानाचार्य विष्णु वर्धन, अन्य डॉक्टरों और छात्रों के साथ बहस की और उपद्रव मचाया। कुछ स्थानीय लोगों ने विधायक से शिकायत की और आरोप लगाया कि आरएमसी के डॉक्टर उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं।
नानाजी अपने समर्थकों के साथ खेल के मैदान में पहुंचे और उमा महेश्वर राव के साथ दुर्व्यवहार किया तथा मारपीट की। आरएमसी प्रिंसिपल ने काकीनाडा के पुलिस अधीक्षक विक्रांत पाटिल से शिकायत की। एसपी ने कलेक्टर एस. शान मोहन के साथ कॉलेज का दौरा किया। बाद में विधायक ने घटना के लिए माफी मांगी।
हालांकि, दलित समूह माफी से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने सरकार से विधायक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। सरकारी डॉक्टरों ने उपमुख्यमंत्री और जन सेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण को भी पत्र लिखकर नानाजी के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्य कुमार यादव ने सरकारी मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ डॉक्टरों और छात्रों पर हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी और जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
–आईएएनएस
आरके/एफजेड
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अमरावती, 22 सितंबर (आईएएनएस)। दलित समूहों ने काकीनाडा में रंगराया मेडिकल कॉलेज (आरएमसी) के एक वरिष्ठ डॉक्टर पर हमला करने और गाली देने के आरोप में जन सेना विधायक पंथम वेंकटेश्वर राव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
दलित समूहों ने कहा कि काकीनाडा ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र के विधायक अपने समर्थकों के साथ आरएमसी के खेल के मैदान में घुस आए। बाहरी लोगों को मैदान में खेलने की अनुमति नहीं देने पर पी. उमा महेश्वर राव के साथ मारपीट की और उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
बता दें कि जन सेना आंध्र प्रदेश में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार में साझेदार है। विधायक को नानाजी के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने डॉक्टर को जान से मारने की धमकी दी और उनका मास्क खींचकर उन्हें मारने के लिए हाथ उठाया। विधायक के समर्थकों ने डॉक्टर के साथ मारपीट भी की।
शनिवार रात को कुछ स्थानीय युवकों ने विधायक से शिकायत की कि उन्हें आरएमसी ग्राउंड में वॉलीबॉल खेलने से रोका जा रहा है, जिसके बाद यह घटना घटी।
आरएमसी के फॉरेंसिक विभाग की प्रमुख और खेल बोर्ड की सचिव उमा महेश्वर राव और अन्य डॉक्टरों ने बाहरी लोगों के खेल के मैदान में प्रवेश पर रोक लगा दी थी, क्योंकि छात्रों ने शिकायत की थी कि उन्हें खेलने का मौका नहीं मिल रहा है। बाहरी लोगों के “दुर्व्यवहार” के कारण छात्राओं ने भी मैदान का उपयोग करना बंद कर दिया था।
वहीं, शनिवार शाम को जब बाहरी लोगों को खेल के मैदान में जाने की अनुमति नहीं दी गई, तो उन्होंने आरएमसी के उप-प्रधानाचार्य विष्णु वर्धन, अन्य डॉक्टरों और छात्रों के साथ बहस की और उपद्रव मचाया। कुछ स्थानीय लोगों ने विधायक से शिकायत की और आरोप लगाया कि आरएमसी के डॉक्टर उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं।
नानाजी अपने समर्थकों के साथ खेल के मैदान में पहुंचे और उमा महेश्वर राव के साथ दुर्व्यवहार किया तथा मारपीट की। आरएमसी प्रिंसिपल ने काकीनाडा के पुलिस अधीक्षक विक्रांत पाटिल से शिकायत की। एसपी ने कलेक्टर एस. शान मोहन के साथ कॉलेज का दौरा किया। बाद में विधायक ने घटना के लिए माफी मांगी।
हालांकि, दलित समूह माफी से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने सरकार से विधायक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। सरकारी डॉक्टरों ने उपमुख्यमंत्री और जन सेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण को भी पत्र लिखकर नानाजी के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्य कुमार यादव ने सरकारी मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ डॉक्टरों और छात्रों पर हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी और जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
–आईएएनएस
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अमरावती, 22 सितंबर (आईएएनएस)। दलित समूहों ने काकीनाडा में रंगराया मेडिकल कॉलेज (आरएमसी) के एक वरिष्ठ डॉक्टर पर हमला करने और गाली देने के आरोप में जन सेना विधायक पंथम वेंकटेश्वर राव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
दलित समूहों ने कहा कि काकीनाडा ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र के विधायक अपने समर्थकों के साथ आरएमसी के खेल के मैदान में घुस आए। बाहरी लोगों को मैदान में खेलने की अनुमति नहीं देने पर पी. उमा महेश्वर राव के साथ मारपीट की और उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
बता दें कि जन सेना आंध्र प्रदेश में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार में साझेदार है। विधायक को नानाजी के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने डॉक्टर को जान से मारने की धमकी दी और उनका मास्क खींचकर उन्हें मारने के लिए हाथ उठाया। विधायक के समर्थकों ने डॉक्टर के साथ मारपीट भी की।
शनिवार रात को कुछ स्थानीय युवकों ने विधायक से शिकायत की कि उन्हें आरएमसी ग्राउंड में वॉलीबॉल खेलने से रोका जा रहा है, जिसके बाद यह घटना घटी।
आरएमसी के फॉरेंसिक विभाग की प्रमुख और खेल बोर्ड की सचिव उमा महेश्वर राव और अन्य डॉक्टरों ने बाहरी लोगों के खेल के मैदान में प्रवेश पर रोक लगा दी थी, क्योंकि छात्रों ने शिकायत की थी कि उन्हें खेलने का मौका नहीं मिल रहा है। बाहरी लोगों के “दुर्व्यवहार” के कारण छात्राओं ने भी मैदान का उपयोग करना बंद कर दिया था।
वहीं, शनिवार शाम को जब बाहरी लोगों को खेल के मैदान में जाने की अनुमति नहीं दी गई, तो उन्होंने आरएमसी के उप-प्रधानाचार्य विष्णु वर्धन, अन्य डॉक्टरों और छात्रों के साथ बहस की और उपद्रव मचाया। कुछ स्थानीय लोगों ने विधायक से शिकायत की और आरोप लगाया कि आरएमसी के डॉक्टर उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं।
नानाजी अपने समर्थकों के साथ खेल के मैदान में पहुंचे और उमा महेश्वर राव के साथ दुर्व्यवहार किया तथा मारपीट की। आरएमसी प्रिंसिपल ने काकीनाडा के पुलिस अधीक्षक विक्रांत पाटिल से शिकायत की। एसपी ने कलेक्टर एस. शान मोहन के साथ कॉलेज का दौरा किया। बाद में विधायक ने घटना के लिए माफी मांगी।
हालांकि, दलित समूह माफी से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने सरकार से विधायक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। सरकारी डॉक्टरों ने उपमुख्यमंत्री और जन सेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण को भी पत्र लिखकर नानाजी के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्य कुमार यादव ने सरकारी मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ डॉक्टरों और छात्रों पर हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी और जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
–आईएएनएस
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अमरावती, 22 सितंबर (आईएएनएस)। दलित समूहों ने काकीनाडा में रंगराया मेडिकल कॉलेज (आरएमसी) के एक वरिष्ठ डॉक्टर पर हमला करने और गाली देने के आरोप में जन सेना विधायक पंथम वेंकटेश्वर राव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
दलित समूहों ने कहा कि काकीनाडा ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र के विधायक अपने समर्थकों के साथ आरएमसी के खेल के मैदान में घुस आए। बाहरी लोगों को मैदान में खेलने की अनुमति नहीं देने पर पी. उमा महेश्वर राव के साथ मारपीट की और उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
बता दें कि जन सेना आंध्र प्रदेश में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार में साझेदार है। विधायक को नानाजी के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने डॉक्टर को जान से मारने की धमकी दी और उनका मास्क खींचकर उन्हें मारने के लिए हाथ उठाया। विधायक के समर्थकों ने डॉक्टर के साथ मारपीट भी की।
शनिवार रात को कुछ स्थानीय युवकों ने विधायक से शिकायत की कि उन्हें आरएमसी ग्राउंड में वॉलीबॉल खेलने से रोका जा रहा है, जिसके बाद यह घटना घटी।
आरएमसी के फॉरेंसिक विभाग की प्रमुख और खेल बोर्ड की सचिव उमा महेश्वर राव और अन्य डॉक्टरों ने बाहरी लोगों के खेल के मैदान में प्रवेश पर रोक लगा दी थी, क्योंकि छात्रों ने शिकायत की थी कि उन्हें खेलने का मौका नहीं मिल रहा है। बाहरी लोगों के “दुर्व्यवहार” के कारण छात्राओं ने भी मैदान का उपयोग करना बंद कर दिया था।
वहीं, शनिवार शाम को जब बाहरी लोगों को खेल के मैदान में जाने की अनुमति नहीं दी गई, तो उन्होंने आरएमसी के उप-प्रधानाचार्य विष्णु वर्धन, अन्य डॉक्टरों और छात्रों के साथ बहस की और उपद्रव मचाया। कुछ स्थानीय लोगों ने विधायक से शिकायत की और आरोप लगाया कि आरएमसी के डॉक्टर उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं।
नानाजी अपने समर्थकों के साथ खेल के मैदान में पहुंचे और उमा महेश्वर राव के साथ दुर्व्यवहार किया तथा मारपीट की। आरएमसी प्रिंसिपल ने काकीनाडा के पुलिस अधीक्षक विक्रांत पाटिल से शिकायत की। एसपी ने कलेक्टर एस. शान मोहन के साथ कॉलेज का दौरा किया। बाद में विधायक ने घटना के लिए माफी मांगी।
हालांकि, दलित समूह माफी से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने सरकार से विधायक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। सरकारी डॉक्टरों ने उपमुख्यमंत्री और जन सेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण को भी पत्र लिखकर नानाजी के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्य कुमार यादव ने सरकारी मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ डॉक्टरों और छात्रों पर हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी और जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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अमरावती, 22 सितंबर (आईएएनएस)। दलित समूहों ने काकीनाडा में रंगराया मेडिकल कॉलेज (आरएमसी) के एक वरिष्ठ डॉक्टर पर हमला करने और गाली देने के आरोप में जन सेना विधायक पंथम वेंकटेश्वर राव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
दलित समूहों ने कहा कि काकीनाडा ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र के विधायक अपने समर्थकों के साथ आरएमसी के खेल के मैदान में घुस आए। बाहरी लोगों को मैदान में खेलने की अनुमति नहीं देने पर पी. उमा महेश्वर राव के साथ मारपीट की और उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
बता दें कि जन सेना आंध्र प्रदेश में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार में साझेदार है। विधायक को नानाजी के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने डॉक्टर को जान से मारने की धमकी दी और उनका मास्क खींचकर उन्हें मारने के लिए हाथ उठाया। विधायक के समर्थकों ने डॉक्टर के साथ मारपीट भी की।
शनिवार रात को कुछ स्थानीय युवकों ने विधायक से शिकायत की कि उन्हें आरएमसी ग्राउंड में वॉलीबॉल खेलने से रोका जा रहा है, जिसके बाद यह घटना घटी।
आरएमसी के फॉरेंसिक विभाग की प्रमुख और खेल बोर्ड की सचिव उमा महेश्वर राव और अन्य डॉक्टरों ने बाहरी लोगों के खेल के मैदान में प्रवेश पर रोक लगा दी थी, क्योंकि छात्रों ने शिकायत की थी कि उन्हें खेलने का मौका नहीं मिल रहा है। बाहरी लोगों के “दुर्व्यवहार” के कारण छात्राओं ने भी मैदान का उपयोग करना बंद कर दिया था।
वहीं, शनिवार शाम को जब बाहरी लोगों को खेल के मैदान में जाने की अनुमति नहीं दी गई, तो उन्होंने आरएमसी के उप-प्रधानाचार्य विष्णु वर्धन, अन्य डॉक्टरों और छात्रों के साथ बहस की और उपद्रव मचाया। कुछ स्थानीय लोगों ने विधायक से शिकायत की और आरोप लगाया कि आरएमसी के डॉक्टर उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं।
नानाजी अपने समर्थकों के साथ खेल के मैदान में पहुंचे और उमा महेश्वर राव के साथ दुर्व्यवहार किया तथा मारपीट की। आरएमसी प्रिंसिपल ने काकीनाडा के पुलिस अधीक्षक विक्रांत पाटिल से शिकायत की। एसपी ने कलेक्टर एस. शान मोहन के साथ कॉलेज का दौरा किया। बाद में विधायक ने घटना के लिए माफी मांगी।
हालांकि, दलित समूह माफी से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने सरकार से विधायक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। सरकारी डॉक्टरों ने उपमुख्यमंत्री और जन सेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण को भी पत्र लिखकर नानाजी के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्य कुमार यादव ने सरकारी मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ डॉक्टरों और छात्रों पर हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी और जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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अमरावती, 22 सितंबर (आईएएनएस)। दलित समूहों ने काकीनाडा में रंगराया मेडिकल कॉलेज (आरएमसी) के एक वरिष्ठ डॉक्टर पर हमला करने और गाली देने के आरोप में जन सेना विधायक पंथम वेंकटेश्वर राव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
दलित समूहों ने कहा कि काकीनाडा ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र के विधायक अपने समर्थकों के साथ आरएमसी के खेल के मैदान में घुस आए। बाहरी लोगों को मैदान में खेलने की अनुमति नहीं देने पर पी. उमा महेश्वर राव के साथ मारपीट की और उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
बता दें कि जन सेना आंध्र प्रदेश में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार में साझेदार है। विधायक को नानाजी के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने डॉक्टर को जान से मारने की धमकी दी और उनका मास्क खींचकर उन्हें मारने के लिए हाथ उठाया। विधायक के समर्थकों ने डॉक्टर के साथ मारपीट भी की।
शनिवार रात को कुछ स्थानीय युवकों ने विधायक से शिकायत की कि उन्हें आरएमसी ग्राउंड में वॉलीबॉल खेलने से रोका जा रहा है, जिसके बाद यह घटना घटी।
आरएमसी के फॉरेंसिक विभाग की प्रमुख और खेल बोर्ड की सचिव उमा महेश्वर राव और अन्य डॉक्टरों ने बाहरी लोगों के खेल के मैदान में प्रवेश पर रोक लगा दी थी, क्योंकि छात्रों ने शिकायत की थी कि उन्हें खेलने का मौका नहीं मिल रहा है। बाहरी लोगों के “दुर्व्यवहार” के कारण छात्राओं ने भी मैदान का उपयोग करना बंद कर दिया था।
वहीं, शनिवार शाम को जब बाहरी लोगों को खेल के मैदान में जाने की अनुमति नहीं दी गई, तो उन्होंने आरएमसी के उप-प्रधानाचार्य विष्णु वर्धन, अन्य डॉक्टरों और छात्रों के साथ बहस की और उपद्रव मचाया। कुछ स्थानीय लोगों ने विधायक से शिकायत की और आरोप लगाया कि आरएमसी के डॉक्टर उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं।
नानाजी अपने समर्थकों के साथ खेल के मैदान में पहुंचे और उमा महेश्वर राव के साथ दुर्व्यवहार किया तथा मारपीट की। आरएमसी प्रिंसिपल ने काकीनाडा के पुलिस अधीक्षक विक्रांत पाटिल से शिकायत की। एसपी ने कलेक्टर एस. शान मोहन के साथ कॉलेज का दौरा किया। बाद में विधायक ने घटना के लिए माफी मांगी।
हालांकि, दलित समूह माफी से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने सरकार से विधायक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। सरकारी डॉक्टरों ने उपमुख्यमंत्री और जन सेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण को भी पत्र लिखकर नानाजी के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्य कुमार यादव ने सरकारी मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ डॉक्टरों और छात्रों पर हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी और जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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अमरावती, 22 सितंबर (आईएएनएस)। दलित समूहों ने काकीनाडा में रंगराया मेडिकल कॉलेज (आरएमसी) के एक वरिष्ठ डॉक्टर पर हमला करने और गाली देने के आरोप में जन सेना विधायक पंथम वेंकटेश्वर राव के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
दलित समूहों ने कहा कि काकीनाडा ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र के विधायक अपने समर्थकों के साथ आरएमसी के खेल के मैदान में घुस आए। बाहरी लोगों को मैदान में खेलने की अनुमति नहीं देने पर पी. उमा महेश्वर राव के साथ मारपीट की और उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
बता दें कि जन सेना आंध्र प्रदेश में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार में साझेदार है। विधायक को नानाजी के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने डॉक्टर को जान से मारने की धमकी दी और उनका मास्क खींचकर उन्हें मारने के लिए हाथ उठाया। विधायक के समर्थकों ने डॉक्टर के साथ मारपीट भी की।
शनिवार रात को कुछ स्थानीय युवकों ने विधायक से शिकायत की कि उन्हें आरएमसी ग्राउंड में वॉलीबॉल खेलने से रोका जा रहा है, जिसके बाद यह घटना घटी।
आरएमसी के फॉरेंसिक विभाग की प्रमुख और खेल बोर्ड की सचिव उमा महेश्वर राव और अन्य डॉक्टरों ने बाहरी लोगों के खेल के मैदान में प्रवेश पर रोक लगा दी थी, क्योंकि छात्रों ने शिकायत की थी कि उन्हें खेलने का मौका नहीं मिल रहा है। बाहरी लोगों के “दुर्व्यवहार” के कारण छात्राओं ने भी मैदान का उपयोग करना बंद कर दिया था।
वहीं, शनिवार शाम को जब बाहरी लोगों को खेल के मैदान में जाने की अनुमति नहीं दी गई, तो उन्होंने आरएमसी के उप-प्रधानाचार्य विष्णु वर्धन, अन्य डॉक्टरों और छात्रों के साथ बहस की और उपद्रव मचाया। कुछ स्थानीय लोगों ने विधायक से शिकायत की और आरोप लगाया कि आरएमसी के डॉक्टर उनके साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं।
नानाजी अपने समर्थकों के साथ खेल के मैदान में पहुंचे और उमा महेश्वर राव के साथ दुर्व्यवहार किया तथा मारपीट की। आरएमसी प्रिंसिपल ने काकीनाडा के पुलिस अधीक्षक विक्रांत पाटिल से शिकायत की। एसपी ने कलेक्टर एस. शान मोहन के साथ कॉलेज का दौरा किया। बाद में विधायक ने घटना के लिए माफी मांगी।
हालांकि, दलित समूह माफी से संतुष्ट नहीं हैं। उन्होंने सरकार से विधायक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। सरकारी डॉक्टरों ने उपमुख्यमंत्री और जन सेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण को भी पत्र लिखकर नानाजी के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्य कुमार यादव ने सरकारी मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ डॉक्टरों और छात्रों पर हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगी और जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।