नई दिल्ली. मलयालम अभिनेता मोहनलाल को मंगलवार को नई दिल्ली में होने वाले एक कार्यक्रम में भारतीय सिनेमा के सर्वोच्च सम्मान ‘दादा साहब फाल्के पुरस्कार’ से सम्मानित किया जाएगा।
नई दिल्ली के विज्ञान भवन में होने वाले 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के समारोह में यह पुरस्कार उन्हें राष्ट्रपति के हाथों दिया जाएगा। इससे पहले मोहनलाल ने एक इंटरव्यू में इस सम्मान और अपने 4 दशक से लंबे करियर के बारे में बात की। मोहनलाल ने इस पुरस्कार को प्रेरणा के साथ ही जिम्मेदारी भी बताया है।
मोहनलाल ने कहा, “सिनेमा जादू है। यहां सफलता का नुस्खा कोई नहीं जानता। सफल होने के लिए व्यक्ति का भाग्यशाली होना जरूरी है, और मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं। मेरे वरिष्ठों का आशीर्वाद ही इसका कारण है। यह मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था। मैं हमेशा आभारी हूं। यह मलयालम सिनेमा के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। मुझे अपने से पहले के सभी महान अभिनेता याद हैं। मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है। यह मुझे प्रेरित करेगा, साथ ही अब मेरे कंधों पर और भी जिम्मेदारी से अपना काम करने का दायित्व भी आ गया है।”
इस सम्मान को फैंस को समर्पित करते हुए अभिनेता ने कहा, “मैं खुद ‘मैं’ हूं। लोग मुझे पुराने या नए मोहनलाल के रूप में बांट सकते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि हर भूमिका, हर अनुभव का योगदान ही मुझे वह बनाता है जो मैं हूं।
मेरा करियर एक सामूहिक यात्रा रहा है, यह मेरे अकेले का सफर नहीं रहा।” मोहनलाल ने आगे कहा, “मेरी जिम्मेदारी अपनी भूमिका को बखूबी निभाना है। राजनीति का समय अब बीत चुका है। फिलहाल, फिल्म ही मेरी जिंदगी है।
पूनम पांडे अब नहीं निभाएंगी मंदोदरी की भूमिका लव कुश रामलीला समिति का बड़ा फैसला,
दोस्तों के बीच रहना एक खुशी की बात है और मैं दुश्मनों से भी बात करने के लिए अपनी सीमा से बाहर जाता हूं।” मोहनलाल के साथ ही नई दिल्ली में हो रहे 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के समारोह में शाहरुख खान, रानी मुखर्जी, विक्रांत मैसी सहित सभी विजेताओं को सम्मानित किया जाएगा।