कोलकाता, 28 दिसंबर (आईएएनएस)। अनित थापा के नेतृत्व वाले भारतीय गोरखा प्रजातांत्रिक मोर्चा (बीजीपीएम)-तृणमूल कांग्रेस गठबंधन ने अजय एडवर्डस की हमरो पार्टी द्वारा नियंत्रित पिछले बोर्ड के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के बाद बुधवार को दार्जिलिंग नगर पालिका पर नियंत्रण कर लिया, जिसके बाद पहाड़ियों में तृणमूल के प्रभावशाली नेता बिनॉय तमांग ने पार्टी के साथ सभी संबंधों को खत्म करने के अपने फैसले की घोषणा की।
तृणमूल छोड़ने के अपने फैसले की घोषणा करते हुए, तमांग ने मीडियाकर्मियों से कहा कि जिस तरह से पार्टी और बीजीपीएम ने हमरो पार्टी के छह पूर्व पार्षदों को लुभाकर दार्जिलिंग नगर पालिका पर कब्जा किया, वह सभी लोकतांत्रिक मानदंडों के खिलाफ और पहाड़ियों के लोगों का अपमान है।
तमांग ने मीडियाकर्मियों से कहा, पहाड़ियों में लोकतंत्र दांव पर है। मुख्यमंत्री को यहां लोकतंत्र बहाल करने में हस्तक्षेप करना चाहिए। दरअसल, तमांग ने मंगलवार को ही यह स्पष्ट कर दिया था कि अगर दार्जिलिंग नगर पालिका में पार्टी पार्षदों ने हमरो पार्टी नियंत्रित बोर्ड के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव में भाग लिया तो वह तृणमूल छोड़ देंगे।
बुधवार को, तमांग को एडवर्डस और गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के बिमल गुरुंग के साथ सार्वजनिक रैली में मंच साझा करते हुए भी देखा गया, जिससे पहाड़ियों में नए राजनीतिक समीकरण के बारे में अटकलें लगाई जाने लगी। गोरखालैंड टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए) के पूर्व मुख्य कार्यकारी तमांग शुरू में जीजेएम में गुरुंग के करीबी विश्वासपात्र थे। हालांकि, बाद में दोनों नेता अलग हो गए और तमांग तृणमूल में शामिल हो गए।
–आईएएनएस
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