सतना, देशबन्धु। सतना जिले का मझगवां रेंज बाघों से आबाद है। यह हम नहीं बल्कि क्षेत्रवासियों का कहना है। मार्ग से आ जा रहे लोगों को बाघ का दीदार कब हो जाए यह कहा नहीं जा सकता। शुक्रवार को एक बार फिर बाघ का मूवमेंट दिखाई दिया। धारकुंडी आश्रम मार्ग पर राहगीरों ने बाघ को देखकर उसका वीडियो बना लिया।
यह वीडियो अब जिले में वायरल हो रहा है। स्थानीय लोगों ने बताया कि शुक्रवार को मझगवां रेंज में एक बाघ सड़क किनारे जंगल में घूम रहा था। राहगीर की कार की हेडलाइट देखते ही वह जंगल की ओर चला गया।
वन रेंज में 20 से ज्यादा बाघ
वन विभाग के अनुसार, चित्रकूट अंचल के इस वन रेंज में 20 से ज्यादा बाघ रहते हैं। सरभंगा और धारकुंडी आश्रम मागज़् पर अक्सर बाघ समेत अन्य वन्य जीव दिखाई देते हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि शुक्रवार को मझगवां रेंज में एक बाघ सड़क किनारे जंगल में घूम रहा था। राहगीर की कार की हेडलाइट देखते ही वह जंगल की ओर चला गया।
करा रहे मुनादी
वन विभाग भी इस क्षेत्र में बेतहाशा बाघ की आमद से परिचित है। यहीं वह है कि जैसे ही धारकुण्डी मार्ग में बाघ का वीडिय़ों वायरल हुआ तो लोगों सचेत करने के लिए उनके द्वारा गांव-गांव मुनादी करवाई जा रही है।
प्राकृतिक सफारी
अगर देखा जाए तो मझगवां वन रेंज बाघों का सबसे ज्यादा पसंदीदा स्थान है। तभी तो यहां पर अनायास ही लोगों को बाघ का दीदार हो रहा है। हैरान करने वाली बात तो यह है कि इसके बाद भी जिम्मेदार इसे टाइगर सफारी नहीं बना रहा है। हलाकि कुछ जनप्रतिनिधियों द्वारा सरभंगा को टाइगर सफारी बनाने की मांग की गई है। साथ ही यह चेतावनी भी दी गई कि अगर इस मांग की तरफ प्रशासन ध्यान नहीं देता तो हम लोग प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे।
इनका कहना है
वन्य जीवों की गतिविधियों को देखते हुए ग्रामीण इलाकों में मुनादी करवाई जा रही है। लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी जा रही है।
पंकज दुबे, मझगवां रेंजर