नई दिल्ली, 8 अप्रैल (आईएएनएस)। दिल्ली आबकारी नीति घोटाले में पूछताछ के लिए आम आदमी पार्टी के विधायक दुर्गेश पाठक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समन पर सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में उसके दफ्तर पहुंचे।
इससे पहले, दिन में वित्तीय जांच एजेंसी ने मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक बिभव कुमार से पूछताछ की थी।
गौरतलब है कि दुर्गेश पाठक गोवा विधानसभा चुनाव के प्रभारी थे।
ईडी के अनुसार, हवाला लेनदेन के लगभग 45 करोड़ रुपये का उपयोग गोवा में आम आदमी पार्टी (आप) के चुनाव अभियान में किया गया था।
एजेंसी ने 21 मार्च को दिल्ली में उनके आधिकारिक आवास पर दो घंटे से अधिक पूछताछ करने के बाद सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया था।
ईडी ने मुख्यमंत्री को दिल्ली सरकार के अन्य मंत्रियों, आप नेताओं और अन्य व्यक्तियों की मिलीभगत से कथित उत्पाद शुल्क घोटाले का “किंगपिन और मुख्य साजिशकर्ता” करार दिया है।
ईडी ने कहा है कि हिरासत में पूछताछ के दौरान, मुख्यमंत्री को (लगभग) 45 करोड़ रुपये के हवाला हस्तांतरण के सबूत भी दिखाए गए थे, जिसकी पुष्टि गोवा की एक हवाला कंपनी के सीडीआर लोकेशन, कॉल रिकॉर्ड, आईटी द्वारा जब्त किए गए डेटा, आंशिक नकद तथा आंशिक बिल में किए गए भुगतान के सबूतों और व्हाट्सएप से होती है।
ईडी ने अपनी रिमांड कॉपी में कहा, “उन्हें गोवा में आप के चुनाव अभियान में काम करने वाले कई गवाहों के बयान भी दिखाए गए जिन्होंने चनप्रीत सिंह नाम के व्यक्ति से नकदी प्राप्त की थी, जो गोवा में आप अभियान के लिए काम कर रहा था।”
–आईएएनएस
एकेजे/
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नई दिल्ली, 8 अप्रैल (आईएएनएस)। दिल्ली आबकारी नीति घोटाले में पूछताछ के लिए आम आदमी पार्टी के विधायक दुर्गेश पाठक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समन पर सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में उसके दफ्तर पहुंचे।
इससे पहले, दिन में वित्तीय जांच एजेंसी ने मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक बिभव कुमार से पूछताछ की थी।
गौरतलब है कि दुर्गेश पाठक गोवा विधानसभा चुनाव के प्रभारी थे।
ईडी के अनुसार, हवाला लेनदेन के लगभग 45 करोड़ रुपये का उपयोग गोवा में आम आदमी पार्टी (आप) के चुनाव अभियान में किया गया था।
एजेंसी ने 21 मार्च को दिल्ली में उनके आधिकारिक आवास पर दो घंटे से अधिक पूछताछ करने के बाद सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया था।
ईडी ने मुख्यमंत्री को दिल्ली सरकार के अन्य मंत्रियों, आप नेताओं और अन्य व्यक्तियों की मिलीभगत से कथित उत्पाद शुल्क घोटाले का “किंगपिन और मुख्य साजिशकर्ता” करार दिया है।
ईडी ने कहा है कि हिरासत में पूछताछ के दौरान, मुख्यमंत्री को (लगभग) 45 करोड़ रुपये के हवाला हस्तांतरण के सबूत भी दिखाए गए थे, जिसकी पुष्टि गोवा की एक हवाला कंपनी के सीडीआर लोकेशन, कॉल रिकॉर्ड, आईटी द्वारा जब्त किए गए डेटा, आंशिक नकद तथा आंशिक बिल में किए गए भुगतान के सबूतों और व्हाट्सएप से होती है।
ईडी ने अपनी रिमांड कॉपी में कहा, “उन्हें गोवा में आप के चुनाव अभियान में काम करने वाले कई गवाहों के बयान भी दिखाए गए जिन्होंने चनप्रीत सिंह नाम के व्यक्ति से नकदी प्राप्त की थी, जो गोवा में आप अभियान के लिए काम कर रहा था।”
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 8 अप्रैल (आईएएनएस)। दिल्ली आबकारी नीति घोटाले में पूछताछ के लिए आम आदमी पार्टी के विधायक दुर्गेश पाठक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समन पर सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में उसके दफ्तर पहुंचे।
इससे पहले, दिन में वित्तीय जांच एजेंसी ने मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक बिभव कुमार से पूछताछ की थी।
गौरतलब है कि दुर्गेश पाठक गोवा विधानसभा चुनाव के प्रभारी थे।
ईडी के अनुसार, हवाला लेनदेन के लगभग 45 करोड़ रुपये का उपयोग गोवा में आम आदमी पार्टी (आप) के चुनाव अभियान में किया गया था।
एजेंसी ने 21 मार्च को दिल्ली में उनके आधिकारिक आवास पर दो घंटे से अधिक पूछताछ करने के बाद सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया था।
ईडी ने मुख्यमंत्री को दिल्ली सरकार के अन्य मंत्रियों, आप नेताओं और अन्य व्यक्तियों की मिलीभगत से कथित उत्पाद शुल्क घोटाले का “किंगपिन और मुख्य साजिशकर्ता” करार दिया है।
ईडी ने कहा है कि हिरासत में पूछताछ के दौरान, मुख्यमंत्री को (लगभग) 45 करोड़ रुपये के हवाला हस्तांतरण के सबूत भी दिखाए गए थे, जिसकी पुष्टि गोवा की एक हवाला कंपनी के सीडीआर लोकेशन, कॉल रिकॉर्ड, आईटी द्वारा जब्त किए गए डेटा, आंशिक नकद तथा आंशिक बिल में किए गए भुगतान के सबूतों और व्हाट्सएप से होती है।
ईडी ने अपनी रिमांड कॉपी में कहा, “उन्हें गोवा में आप के चुनाव अभियान में काम करने वाले कई गवाहों के बयान भी दिखाए गए जिन्होंने चनप्रीत सिंह नाम के व्यक्ति से नकदी प्राप्त की थी, जो गोवा में आप अभियान के लिए काम कर रहा था।”
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नई दिल्ली, 8 अप्रैल (आईएएनएस)। दिल्ली आबकारी नीति घोटाले में पूछताछ के लिए आम आदमी पार्टी के विधायक दुर्गेश पाठक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समन पर सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में उसके दफ्तर पहुंचे।
इससे पहले, दिन में वित्तीय जांच एजेंसी ने मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक बिभव कुमार से पूछताछ की थी।
गौरतलब है कि दुर्गेश पाठक गोवा विधानसभा चुनाव के प्रभारी थे।
ईडी के अनुसार, हवाला लेनदेन के लगभग 45 करोड़ रुपये का उपयोग गोवा में आम आदमी पार्टी (आप) के चुनाव अभियान में किया गया था।
एजेंसी ने 21 मार्च को दिल्ली में उनके आधिकारिक आवास पर दो घंटे से अधिक पूछताछ करने के बाद सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया था।
ईडी ने मुख्यमंत्री को दिल्ली सरकार के अन्य मंत्रियों, आप नेताओं और अन्य व्यक्तियों की मिलीभगत से कथित उत्पाद शुल्क घोटाले का “किंगपिन और मुख्य साजिशकर्ता” करार दिया है।
ईडी ने कहा है कि हिरासत में पूछताछ के दौरान, मुख्यमंत्री को (लगभग) 45 करोड़ रुपये के हवाला हस्तांतरण के सबूत भी दिखाए गए थे, जिसकी पुष्टि गोवा की एक हवाला कंपनी के सीडीआर लोकेशन, कॉल रिकॉर्ड, आईटी द्वारा जब्त किए गए डेटा, आंशिक नकद तथा आंशिक बिल में किए गए भुगतान के सबूतों और व्हाट्सएप से होती है।
ईडी ने अपनी रिमांड कॉपी में कहा, “उन्हें गोवा में आप के चुनाव अभियान में काम करने वाले कई गवाहों के बयान भी दिखाए गए जिन्होंने चनप्रीत सिंह नाम के व्यक्ति से नकदी प्राप्त की थी, जो गोवा में आप अभियान के लिए काम कर रहा था।”
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इससे पहले, दिन में वित्तीय जांच एजेंसी ने मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक बिभव कुमार से पूछताछ की थी।
गौरतलब है कि दुर्गेश पाठक गोवा विधानसभा चुनाव के प्रभारी थे।
ईडी के अनुसार, हवाला लेनदेन के लगभग 45 करोड़ रुपये का उपयोग गोवा में आम आदमी पार्टी (आप) के चुनाव अभियान में किया गया था।
एजेंसी ने 21 मार्च को दिल्ली में उनके आधिकारिक आवास पर दो घंटे से अधिक पूछताछ करने के बाद सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया था।
ईडी ने मुख्यमंत्री को दिल्ली सरकार के अन्य मंत्रियों, आप नेताओं और अन्य व्यक्तियों की मिलीभगत से कथित उत्पाद शुल्क घोटाले का “किंगपिन और मुख्य साजिशकर्ता” करार दिया है।
ईडी ने कहा है कि हिरासत में पूछताछ के दौरान, मुख्यमंत्री को (लगभग) 45 करोड़ रुपये के हवाला हस्तांतरण के सबूत भी दिखाए गए थे, जिसकी पुष्टि गोवा की एक हवाला कंपनी के सीडीआर लोकेशन, कॉल रिकॉर्ड, आईटी द्वारा जब्त किए गए डेटा, आंशिक नकद तथा आंशिक बिल में किए गए भुगतान के सबूतों और व्हाट्सएप से होती है।
ईडी ने अपनी रिमांड कॉपी में कहा, “उन्हें गोवा में आप के चुनाव अभियान में काम करने वाले कई गवाहों के बयान भी दिखाए गए जिन्होंने चनप्रीत सिंह नाम के व्यक्ति से नकदी प्राप्त की थी, जो गोवा में आप अभियान के लिए काम कर रहा था।”
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इससे पहले, दिन में वित्तीय जांच एजेंसी ने मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक बिभव कुमार से पूछताछ की थी।
गौरतलब है कि दुर्गेश पाठक गोवा विधानसभा चुनाव के प्रभारी थे।
ईडी के अनुसार, हवाला लेनदेन के लगभग 45 करोड़ रुपये का उपयोग गोवा में आम आदमी पार्टी (आप) के चुनाव अभियान में किया गया था।
एजेंसी ने 21 मार्च को दिल्ली में उनके आधिकारिक आवास पर दो घंटे से अधिक पूछताछ करने के बाद सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया था।
ईडी ने मुख्यमंत्री को दिल्ली सरकार के अन्य मंत्रियों, आप नेताओं और अन्य व्यक्तियों की मिलीभगत से कथित उत्पाद शुल्क घोटाले का “किंगपिन और मुख्य साजिशकर्ता” करार दिया है।
ईडी ने कहा है कि हिरासत में पूछताछ के दौरान, मुख्यमंत्री को (लगभग) 45 करोड़ रुपये के हवाला हस्तांतरण के सबूत भी दिखाए गए थे, जिसकी पुष्टि गोवा की एक हवाला कंपनी के सीडीआर लोकेशन, कॉल रिकॉर्ड, आईटी द्वारा जब्त किए गए डेटा, आंशिक नकद तथा आंशिक बिल में किए गए भुगतान के सबूतों और व्हाट्सएप से होती है।
ईडी ने अपनी रिमांड कॉपी में कहा, “उन्हें गोवा में आप के चुनाव अभियान में काम करने वाले कई गवाहों के बयान भी दिखाए गए जिन्होंने चनप्रीत सिंह नाम के व्यक्ति से नकदी प्राप्त की थी, जो गोवा में आप अभियान के लिए काम कर रहा था।”
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इससे पहले, दिन में वित्तीय जांच एजेंसी ने मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक बिभव कुमार से पूछताछ की थी।
गौरतलब है कि दुर्गेश पाठक गोवा विधानसभा चुनाव के प्रभारी थे।
ईडी के अनुसार, हवाला लेनदेन के लगभग 45 करोड़ रुपये का उपयोग गोवा में आम आदमी पार्टी (आप) के चुनाव अभियान में किया गया था।
एजेंसी ने 21 मार्च को दिल्ली में उनके आधिकारिक आवास पर दो घंटे से अधिक पूछताछ करने के बाद सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया था।
ईडी ने मुख्यमंत्री को दिल्ली सरकार के अन्य मंत्रियों, आप नेताओं और अन्य व्यक्तियों की मिलीभगत से कथित उत्पाद शुल्क घोटाले का “किंगपिन और मुख्य साजिशकर्ता” करार दिया है।
ईडी ने कहा है कि हिरासत में पूछताछ के दौरान, मुख्यमंत्री को (लगभग) 45 करोड़ रुपये के हवाला हस्तांतरण के सबूत भी दिखाए गए थे, जिसकी पुष्टि गोवा की एक हवाला कंपनी के सीडीआर लोकेशन, कॉल रिकॉर्ड, आईटी द्वारा जब्त किए गए डेटा, आंशिक नकद तथा आंशिक बिल में किए गए भुगतान के सबूतों और व्हाट्सएप से होती है।
ईडी ने अपनी रिमांड कॉपी में कहा, “उन्हें गोवा में आप के चुनाव अभियान में काम करने वाले कई गवाहों के बयान भी दिखाए गए जिन्होंने चनप्रीत सिंह नाम के व्यक्ति से नकदी प्राप्त की थी, जो गोवा में आप अभियान के लिए काम कर रहा था।”
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इससे पहले, दिन में वित्तीय जांच एजेंसी ने मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक बिभव कुमार से पूछताछ की थी।
गौरतलब है कि दुर्गेश पाठक गोवा विधानसभा चुनाव के प्रभारी थे।
ईडी के अनुसार, हवाला लेनदेन के लगभग 45 करोड़ रुपये का उपयोग गोवा में आम आदमी पार्टी (आप) के चुनाव अभियान में किया गया था।
एजेंसी ने 21 मार्च को दिल्ली में उनके आधिकारिक आवास पर दो घंटे से अधिक पूछताछ करने के बाद सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया था।
ईडी ने मुख्यमंत्री को दिल्ली सरकार के अन्य मंत्रियों, आप नेताओं और अन्य व्यक्तियों की मिलीभगत से कथित उत्पाद शुल्क घोटाले का “किंगपिन और मुख्य साजिशकर्ता” करार दिया है।
ईडी ने कहा है कि हिरासत में पूछताछ के दौरान, मुख्यमंत्री को (लगभग) 45 करोड़ रुपये के हवाला हस्तांतरण के सबूत भी दिखाए गए थे, जिसकी पुष्टि गोवा की एक हवाला कंपनी के सीडीआर लोकेशन, कॉल रिकॉर्ड, आईटी द्वारा जब्त किए गए डेटा, आंशिक नकद तथा आंशिक बिल में किए गए भुगतान के सबूतों और व्हाट्सएप से होती है।
ईडी ने अपनी रिमांड कॉपी में कहा, “उन्हें गोवा में आप के चुनाव अभियान में काम करने वाले कई गवाहों के बयान भी दिखाए गए जिन्होंने चनप्रीत सिंह नाम के व्यक्ति से नकदी प्राप्त की थी, जो गोवा में आप अभियान के लिए काम कर रहा था।”
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नई दिल्ली, 8 अप्रैल (आईएएनएस)। दिल्ली आबकारी नीति घोटाले में पूछताछ के लिए आम आदमी पार्टी के विधायक दुर्गेश पाठक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समन पर सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में उसके दफ्तर पहुंचे।
इससे पहले, दिन में वित्तीय जांच एजेंसी ने मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक बिभव कुमार से पूछताछ की थी।
गौरतलब है कि दुर्गेश पाठक गोवा विधानसभा चुनाव के प्रभारी थे।
ईडी के अनुसार, हवाला लेनदेन के लगभग 45 करोड़ रुपये का उपयोग गोवा में आम आदमी पार्टी (आप) के चुनाव अभियान में किया गया था।
एजेंसी ने 21 मार्च को दिल्ली में उनके आधिकारिक आवास पर दो घंटे से अधिक पूछताछ करने के बाद सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया था।
ईडी ने मुख्यमंत्री को दिल्ली सरकार के अन्य मंत्रियों, आप नेताओं और अन्य व्यक्तियों की मिलीभगत से कथित उत्पाद शुल्क घोटाले का “किंगपिन और मुख्य साजिशकर्ता” करार दिया है।
ईडी ने कहा है कि हिरासत में पूछताछ के दौरान, मुख्यमंत्री को (लगभग) 45 करोड़ रुपये के हवाला हस्तांतरण के सबूत भी दिखाए गए थे, जिसकी पुष्टि गोवा की एक हवाला कंपनी के सीडीआर लोकेशन, कॉल रिकॉर्ड, आईटी द्वारा जब्त किए गए डेटा, आंशिक नकद तथा आंशिक बिल में किए गए भुगतान के सबूतों और व्हाट्सएप से होती है।
ईडी ने अपनी रिमांड कॉपी में कहा, “उन्हें गोवा में आप के चुनाव अभियान में काम करने वाले कई गवाहों के बयान भी दिखाए गए जिन्होंने चनप्रीत सिंह नाम के व्यक्ति से नकदी प्राप्त की थी, जो गोवा में आप अभियान के लिए काम कर रहा था।”
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इससे पहले, दिन में वित्तीय जांच एजेंसी ने मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक बिभव कुमार से पूछताछ की थी।
गौरतलब है कि दुर्गेश पाठक गोवा विधानसभा चुनाव के प्रभारी थे।
ईडी के अनुसार, हवाला लेनदेन के लगभग 45 करोड़ रुपये का उपयोग गोवा में आम आदमी पार्टी (आप) के चुनाव अभियान में किया गया था।
एजेंसी ने 21 मार्च को दिल्ली में उनके आधिकारिक आवास पर दो घंटे से अधिक पूछताछ करने के बाद सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया था।
ईडी ने मुख्यमंत्री को दिल्ली सरकार के अन्य मंत्रियों, आप नेताओं और अन्य व्यक्तियों की मिलीभगत से कथित उत्पाद शुल्क घोटाले का “किंगपिन और मुख्य साजिशकर्ता” करार दिया है।
ईडी ने कहा है कि हिरासत में पूछताछ के दौरान, मुख्यमंत्री को (लगभग) 45 करोड़ रुपये के हवाला हस्तांतरण के सबूत भी दिखाए गए थे, जिसकी पुष्टि गोवा की एक हवाला कंपनी के सीडीआर लोकेशन, कॉल रिकॉर्ड, आईटी द्वारा जब्त किए गए डेटा, आंशिक नकद तथा आंशिक बिल में किए गए भुगतान के सबूतों और व्हाट्सएप से होती है।
ईडी ने अपनी रिमांड कॉपी में कहा, “उन्हें गोवा में आप के चुनाव अभियान में काम करने वाले कई गवाहों के बयान भी दिखाए गए जिन्होंने चनप्रीत सिंह नाम के व्यक्ति से नकदी प्राप्त की थी, जो गोवा में आप अभियान के लिए काम कर रहा था।”
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इससे पहले, दिन में वित्तीय जांच एजेंसी ने मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक बिभव कुमार से पूछताछ की थी।
गौरतलब है कि दुर्गेश पाठक गोवा विधानसभा चुनाव के प्रभारी थे।
ईडी के अनुसार, हवाला लेनदेन के लगभग 45 करोड़ रुपये का उपयोग गोवा में आम आदमी पार्टी (आप) के चुनाव अभियान में किया गया था।
एजेंसी ने 21 मार्च को दिल्ली में उनके आधिकारिक आवास पर दो घंटे से अधिक पूछताछ करने के बाद सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया था।
ईडी ने मुख्यमंत्री को दिल्ली सरकार के अन्य मंत्रियों, आप नेताओं और अन्य व्यक्तियों की मिलीभगत से कथित उत्पाद शुल्क घोटाले का “किंगपिन और मुख्य साजिशकर्ता” करार दिया है।
ईडी ने कहा है कि हिरासत में पूछताछ के दौरान, मुख्यमंत्री को (लगभग) 45 करोड़ रुपये के हवाला हस्तांतरण के सबूत भी दिखाए गए थे, जिसकी पुष्टि गोवा की एक हवाला कंपनी के सीडीआर लोकेशन, कॉल रिकॉर्ड, आईटी द्वारा जब्त किए गए डेटा, आंशिक नकद तथा आंशिक बिल में किए गए भुगतान के सबूतों और व्हाट्सएप से होती है।
ईडी ने अपनी रिमांड कॉपी में कहा, “उन्हें गोवा में आप के चुनाव अभियान में काम करने वाले कई गवाहों के बयान भी दिखाए गए जिन्होंने चनप्रीत सिंह नाम के व्यक्ति से नकदी प्राप्त की थी, जो गोवा में आप अभियान के लिए काम कर रहा था।”
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इससे पहले, दिन में वित्तीय जांच एजेंसी ने मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक बिभव कुमार से पूछताछ की थी।
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ईडी के अनुसार, हवाला लेनदेन के लगभग 45 करोड़ रुपये का उपयोग गोवा में आम आदमी पार्टी (आप) के चुनाव अभियान में किया गया था।
एजेंसी ने 21 मार्च को दिल्ली में उनके आधिकारिक आवास पर दो घंटे से अधिक पूछताछ करने के बाद सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया था।
ईडी ने मुख्यमंत्री को दिल्ली सरकार के अन्य मंत्रियों, आप नेताओं और अन्य व्यक्तियों की मिलीभगत से कथित उत्पाद शुल्क घोटाले का “किंगपिन और मुख्य साजिशकर्ता” करार दिया है।
ईडी ने कहा है कि हिरासत में पूछताछ के दौरान, मुख्यमंत्री को (लगभग) 45 करोड़ रुपये के हवाला हस्तांतरण के सबूत भी दिखाए गए थे, जिसकी पुष्टि गोवा की एक हवाला कंपनी के सीडीआर लोकेशन, कॉल रिकॉर्ड, आईटी द्वारा जब्त किए गए डेटा, आंशिक नकद तथा आंशिक बिल में किए गए भुगतान के सबूतों और व्हाट्सएप से होती है।
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ईडी के अनुसार, हवाला लेनदेन के लगभग 45 करोड़ रुपये का उपयोग गोवा में आम आदमी पार्टी (आप) के चुनाव अभियान में किया गया था।
एजेंसी ने 21 मार्च को दिल्ली में उनके आधिकारिक आवास पर दो घंटे से अधिक पूछताछ करने के बाद सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया था।
ईडी ने मुख्यमंत्री को दिल्ली सरकार के अन्य मंत्रियों, आप नेताओं और अन्य व्यक्तियों की मिलीभगत से कथित उत्पाद शुल्क घोटाले का “किंगपिन और मुख्य साजिशकर्ता” करार दिया है।
ईडी ने कहा है कि हिरासत में पूछताछ के दौरान, मुख्यमंत्री को (लगभग) 45 करोड़ रुपये के हवाला हस्तांतरण के सबूत भी दिखाए गए थे, जिसकी पुष्टि गोवा की एक हवाला कंपनी के सीडीआर लोकेशन, कॉल रिकॉर्ड, आईटी द्वारा जब्त किए गए डेटा, आंशिक नकद तथा आंशिक बिल में किए गए भुगतान के सबूतों और व्हाट्सएप से होती है।
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इससे पहले, दिन में वित्तीय जांच एजेंसी ने मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक बिभव कुमार से पूछताछ की थी।
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ईडी के अनुसार, हवाला लेनदेन के लगभग 45 करोड़ रुपये का उपयोग गोवा में आम आदमी पार्टी (आप) के चुनाव अभियान में किया गया था।
एजेंसी ने 21 मार्च को दिल्ली में उनके आधिकारिक आवास पर दो घंटे से अधिक पूछताछ करने के बाद सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया था।
ईडी ने मुख्यमंत्री को दिल्ली सरकार के अन्य मंत्रियों, आप नेताओं और अन्य व्यक्तियों की मिलीभगत से कथित उत्पाद शुल्क घोटाले का “किंगपिन और मुख्य साजिशकर्ता” करार दिया है।
ईडी ने कहा है कि हिरासत में पूछताछ के दौरान, मुख्यमंत्री को (लगभग) 45 करोड़ रुपये के हवाला हस्तांतरण के सबूत भी दिखाए गए थे, जिसकी पुष्टि गोवा की एक हवाला कंपनी के सीडीआर लोकेशन, कॉल रिकॉर्ड, आईटी द्वारा जब्त किए गए डेटा, आंशिक नकद तथा आंशिक बिल में किए गए भुगतान के सबूतों और व्हाट्सएप से होती है।
ईडी ने अपनी रिमांड कॉपी में कहा, “उन्हें गोवा में आप के चुनाव अभियान में काम करने वाले कई गवाहों के बयान भी दिखाए गए जिन्होंने चनप्रीत सिंह नाम के व्यक्ति से नकदी प्राप्त की थी, जो गोवा में आप अभियान के लिए काम कर रहा था।”
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गौरतलब है कि दुर्गेश पाठक गोवा विधानसभा चुनाव के प्रभारी थे।
ईडी के अनुसार, हवाला लेनदेन के लगभग 45 करोड़ रुपये का उपयोग गोवा में आम आदमी पार्टी (आप) के चुनाव अभियान में किया गया था।
एजेंसी ने 21 मार्च को दिल्ली में उनके आधिकारिक आवास पर दो घंटे से अधिक पूछताछ करने के बाद सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया था।
ईडी ने मुख्यमंत्री को दिल्ली सरकार के अन्य मंत्रियों, आप नेताओं और अन्य व्यक्तियों की मिलीभगत से कथित उत्पाद शुल्क घोटाले का “किंगपिन और मुख्य साजिशकर्ता” करार दिया है।
ईडी ने कहा है कि हिरासत में पूछताछ के दौरान, मुख्यमंत्री को (लगभग) 45 करोड़ रुपये के हवाला हस्तांतरण के सबूत भी दिखाए गए थे, जिसकी पुष्टि गोवा की एक हवाला कंपनी के सीडीआर लोकेशन, कॉल रिकॉर्ड, आईटी द्वारा जब्त किए गए डेटा, आंशिक नकद तथा आंशिक बिल में किए गए भुगतान के सबूतों और व्हाट्सएप से होती है।
ईडी ने अपनी रिमांड कॉपी में कहा, “उन्हें गोवा में आप के चुनाव अभियान में काम करने वाले कई गवाहों के बयान भी दिखाए गए जिन्होंने चनप्रीत सिंह नाम के व्यक्ति से नकदी प्राप्त की थी, जो गोवा में आप अभियान के लिए काम कर रहा था।”
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नई दिल्ली, 8 अप्रैल (आईएएनएस)। दिल्ली आबकारी नीति घोटाले में पूछताछ के लिए आम आदमी पार्टी के विधायक दुर्गेश पाठक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समन पर सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में उसके दफ्तर पहुंचे।
इससे पहले, दिन में वित्तीय जांच एजेंसी ने मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सहायक बिभव कुमार से पूछताछ की थी।
गौरतलब है कि दुर्गेश पाठक गोवा विधानसभा चुनाव के प्रभारी थे।
ईडी के अनुसार, हवाला लेनदेन के लगभग 45 करोड़ रुपये का उपयोग गोवा में आम आदमी पार्टी (आप) के चुनाव अभियान में किया गया था।
एजेंसी ने 21 मार्च को दिल्ली में उनके आधिकारिक आवास पर दो घंटे से अधिक पूछताछ करने के बाद सीएम केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया था।
ईडी ने मुख्यमंत्री को दिल्ली सरकार के अन्य मंत्रियों, आप नेताओं और अन्य व्यक्तियों की मिलीभगत से कथित उत्पाद शुल्क घोटाले का “किंगपिन और मुख्य साजिशकर्ता” करार दिया है।
ईडी ने कहा है कि हिरासत में पूछताछ के दौरान, मुख्यमंत्री को (लगभग) 45 करोड़ रुपये के हवाला हस्तांतरण के सबूत भी दिखाए गए थे, जिसकी पुष्टि गोवा की एक हवाला कंपनी के सीडीआर लोकेशन, कॉल रिकॉर्ड, आईटी द्वारा जब्त किए गए डेटा, आंशिक नकद तथा आंशिक बिल में किए गए भुगतान के सबूतों और व्हाट्सएप से होती है।
ईडी ने अपनी रिमांड कॉपी में कहा, “उन्हें गोवा में आप के चुनाव अभियान में काम करने वाले कई गवाहों के बयान भी दिखाए गए जिन्होंने चनप्रीत सिंह नाम के व्यक्ति से नकदी प्राप्त की थी, जो गोवा में आप अभियान के लिए काम कर रहा था।”