नई दिल्ली, 19 जून (आईएएनएस)। दक्षिण पश्चिम दिल्ली के आर.के. पुरम में 18 जून की तड़के दो बहनों की हत्या के मामले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
नए आरोपियों की पहचान किशन उर्फ चौधरी (27) और गणेश स्वामी (39) के रूप में हुई है, दोनों सेक्टर-12 आर.के. पुरम के रहने वाले हैं।
हत्या के कुछ घंटों बाद रविवार को दिल्ली पुलिस ने अर्जुन, माइकल और देव को गिरफ्तार कर लिया था।
पिंकी (30) और ज्योति (29) 14 जून को अपने भाई के घर आरके पुरम आईं थी। पुलिस ने कहा कि उनके भाई ललित का देव के साथ पैसों से जुड़ा कोई विवाद है।
पुलिस ने कहा, देव ललित के साथ काम करता था और उसने उससे पैसे उधार लिए थे। हालांकि, देव ने इलाके में सोनू के साथ काम करना शुरू कर दिया। कल रात, ललित अपने पैसे वापस मांगने के लिए सोनू के घर गया, जिसके बाद गरमागरम बहस हुई। बाद में सोनू और देव ने ललित को धमकी दी।
इस घटना के कुछ घंटे बाद, लगभग 2:30 बजे सोनू, देव, अर्जुन, माइकल और अन्य लोग ललित के घर के बाहर जमा हो गए, जिसमें अर्जुन ग्रुप का लीडर था। उन्होंने ललित के घर पर पथराव शुरू कर दिया और लोहे की रॉड से दरवाजा तोड़ दिया। यह देख ललित की दोनों बहनों ने बीच-बचाव कर मामला शांत करने का प्रयास किया।
पुलिस ने कहा, हमलावरों ने पिस्तौल निकाल ली और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। ललित घटनास्थल से भाग गया, जबकि उसकी दो बहनें गोली लगने से घायल हो गईं और सड़क पर गिर गईं।
पुलिस को सुबह करीब 4:30 बजे एक पीसीआर कॉल मिली जिसमें बताया गया कि अंबेडकर बस्ती में दो महिलाओं को गोली मार दी गई है। पिंकी और ज्योति को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां बाद में उनकी मौत हो गई।
शुरूआत में आर्म्स एक्ट की धाराओं के साथ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद, आईपीसी की धारा 302 (हत्या) को आरोपों में जोड़ा गया।
पुलिस ने इलाके में कई जगहों पर छापेमारी की और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बाद में दो और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।
–आईएएनएस
पीके/एसकेपी
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नई दिल्ली, 19 जून (आईएएनएस)। दक्षिण पश्चिम दिल्ली के आर.के. पुरम में 18 जून की तड़के दो बहनों की हत्या के मामले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
नए आरोपियों की पहचान किशन उर्फ चौधरी (27) और गणेश स्वामी (39) के रूप में हुई है, दोनों सेक्टर-12 आर.के. पुरम के रहने वाले हैं।
हत्या के कुछ घंटों बाद रविवार को दिल्ली पुलिस ने अर्जुन, माइकल और देव को गिरफ्तार कर लिया था।
पिंकी (30) और ज्योति (29) 14 जून को अपने भाई के घर आरके पुरम आईं थी। पुलिस ने कहा कि उनके भाई ललित का देव के साथ पैसों से जुड़ा कोई विवाद है।
पुलिस ने कहा, देव ललित के साथ काम करता था और उसने उससे पैसे उधार लिए थे। हालांकि, देव ने इलाके में सोनू के साथ काम करना शुरू कर दिया। कल रात, ललित अपने पैसे वापस मांगने के लिए सोनू के घर गया, जिसके बाद गरमागरम बहस हुई। बाद में सोनू और देव ने ललित को धमकी दी।
इस घटना के कुछ घंटे बाद, लगभग 2:30 बजे सोनू, देव, अर्जुन, माइकल और अन्य लोग ललित के घर के बाहर जमा हो गए, जिसमें अर्जुन ग्रुप का लीडर था। उन्होंने ललित के घर पर पथराव शुरू कर दिया और लोहे की रॉड से दरवाजा तोड़ दिया। यह देख ललित की दोनों बहनों ने बीच-बचाव कर मामला शांत करने का प्रयास किया।
पुलिस ने कहा, हमलावरों ने पिस्तौल निकाल ली और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। ललित घटनास्थल से भाग गया, जबकि उसकी दो बहनें गोली लगने से घायल हो गईं और सड़क पर गिर गईं।
पुलिस को सुबह करीब 4:30 बजे एक पीसीआर कॉल मिली जिसमें बताया गया कि अंबेडकर बस्ती में दो महिलाओं को गोली मार दी गई है। पिंकी और ज्योति को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां बाद में उनकी मौत हो गई।
शुरूआत में आर्म्स एक्ट की धाराओं के साथ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद, आईपीसी की धारा 302 (हत्या) को आरोपों में जोड़ा गया।
पुलिस ने इलाके में कई जगहों पर छापेमारी की और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बाद में दो और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।
–आईएएनएस
पीके/एसकेपी
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नई दिल्ली, 19 जून (आईएएनएस)। दक्षिण पश्चिम दिल्ली के आर.के. पुरम में 18 जून की तड़के दो बहनों की हत्या के मामले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
नए आरोपियों की पहचान किशन उर्फ चौधरी (27) और गणेश स्वामी (39) के रूप में हुई है, दोनों सेक्टर-12 आर.के. पुरम के रहने वाले हैं।
हत्या के कुछ घंटों बाद रविवार को दिल्ली पुलिस ने अर्जुन, माइकल और देव को गिरफ्तार कर लिया था।
पिंकी (30) और ज्योति (29) 14 जून को अपने भाई के घर आरके पुरम आईं थी। पुलिस ने कहा कि उनके भाई ललित का देव के साथ पैसों से जुड़ा कोई विवाद है।
पुलिस ने कहा, देव ललित के साथ काम करता था और उसने उससे पैसे उधार लिए थे। हालांकि, देव ने इलाके में सोनू के साथ काम करना शुरू कर दिया। कल रात, ललित अपने पैसे वापस मांगने के लिए सोनू के घर गया, जिसके बाद गरमागरम बहस हुई। बाद में सोनू और देव ने ललित को धमकी दी।
इस घटना के कुछ घंटे बाद, लगभग 2:30 बजे सोनू, देव, अर्जुन, माइकल और अन्य लोग ललित के घर के बाहर जमा हो गए, जिसमें अर्जुन ग्रुप का लीडर था। उन्होंने ललित के घर पर पथराव शुरू कर दिया और लोहे की रॉड से दरवाजा तोड़ दिया। यह देख ललित की दोनों बहनों ने बीच-बचाव कर मामला शांत करने का प्रयास किया।
पुलिस ने कहा, हमलावरों ने पिस्तौल निकाल ली और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। ललित घटनास्थल से भाग गया, जबकि उसकी दो बहनें गोली लगने से घायल हो गईं और सड़क पर गिर गईं।
पुलिस को सुबह करीब 4:30 बजे एक पीसीआर कॉल मिली जिसमें बताया गया कि अंबेडकर बस्ती में दो महिलाओं को गोली मार दी गई है। पिंकी और ज्योति को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां बाद में उनकी मौत हो गई।
शुरूआत में आर्म्स एक्ट की धाराओं के साथ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद, आईपीसी की धारा 302 (हत्या) को आरोपों में जोड़ा गया।
पुलिस ने इलाके में कई जगहों पर छापेमारी की और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बाद में दो और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।
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नए आरोपियों की पहचान किशन उर्फ चौधरी (27) और गणेश स्वामी (39) के रूप में हुई है, दोनों सेक्टर-12 आर.के. पुरम के रहने वाले हैं।
हत्या के कुछ घंटों बाद रविवार को दिल्ली पुलिस ने अर्जुन, माइकल और देव को गिरफ्तार कर लिया था।
पिंकी (30) और ज्योति (29) 14 जून को अपने भाई के घर आरके पुरम आईं थी। पुलिस ने कहा कि उनके भाई ललित का देव के साथ पैसों से जुड़ा कोई विवाद है।
पुलिस ने कहा, देव ललित के साथ काम करता था और उसने उससे पैसे उधार लिए थे। हालांकि, देव ने इलाके में सोनू के साथ काम करना शुरू कर दिया। कल रात, ललित अपने पैसे वापस मांगने के लिए सोनू के घर गया, जिसके बाद गरमागरम बहस हुई। बाद में सोनू और देव ने ललित को धमकी दी।
इस घटना के कुछ घंटे बाद, लगभग 2:30 बजे सोनू, देव, अर्जुन, माइकल और अन्य लोग ललित के घर के बाहर जमा हो गए, जिसमें अर्जुन ग्रुप का लीडर था। उन्होंने ललित के घर पर पथराव शुरू कर दिया और लोहे की रॉड से दरवाजा तोड़ दिया। यह देख ललित की दोनों बहनों ने बीच-बचाव कर मामला शांत करने का प्रयास किया।
पुलिस ने कहा, हमलावरों ने पिस्तौल निकाल ली और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। ललित घटनास्थल से भाग गया, जबकि उसकी दो बहनें गोली लगने से घायल हो गईं और सड़क पर गिर गईं।
पुलिस को सुबह करीब 4:30 बजे एक पीसीआर कॉल मिली जिसमें बताया गया कि अंबेडकर बस्ती में दो महिलाओं को गोली मार दी गई है। पिंकी और ज्योति को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां बाद में उनकी मौत हो गई।
शुरूआत में आर्म्स एक्ट की धाराओं के साथ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद, आईपीसी की धारा 302 (हत्या) को आरोपों में जोड़ा गया।
पुलिस ने इलाके में कई जगहों पर छापेमारी की और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बाद में दो और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।
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नए आरोपियों की पहचान किशन उर्फ चौधरी (27) और गणेश स्वामी (39) के रूप में हुई है, दोनों सेक्टर-12 आर.के. पुरम के रहने वाले हैं।
हत्या के कुछ घंटों बाद रविवार को दिल्ली पुलिस ने अर्जुन, माइकल और देव को गिरफ्तार कर लिया था।
पिंकी (30) और ज्योति (29) 14 जून को अपने भाई के घर आरके पुरम आईं थी। पुलिस ने कहा कि उनके भाई ललित का देव के साथ पैसों से जुड़ा कोई विवाद है।
पुलिस ने कहा, देव ललित के साथ काम करता था और उसने उससे पैसे उधार लिए थे। हालांकि, देव ने इलाके में सोनू के साथ काम करना शुरू कर दिया। कल रात, ललित अपने पैसे वापस मांगने के लिए सोनू के घर गया, जिसके बाद गरमागरम बहस हुई। बाद में सोनू और देव ने ललित को धमकी दी।
इस घटना के कुछ घंटे बाद, लगभग 2:30 बजे सोनू, देव, अर्जुन, माइकल और अन्य लोग ललित के घर के बाहर जमा हो गए, जिसमें अर्जुन ग्रुप का लीडर था। उन्होंने ललित के घर पर पथराव शुरू कर दिया और लोहे की रॉड से दरवाजा तोड़ दिया। यह देख ललित की दोनों बहनों ने बीच-बचाव कर मामला शांत करने का प्रयास किया।
पुलिस ने कहा, हमलावरों ने पिस्तौल निकाल ली और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। ललित घटनास्थल से भाग गया, जबकि उसकी दो बहनें गोली लगने से घायल हो गईं और सड़क पर गिर गईं।
पुलिस को सुबह करीब 4:30 बजे एक पीसीआर कॉल मिली जिसमें बताया गया कि अंबेडकर बस्ती में दो महिलाओं को गोली मार दी गई है। पिंकी और ज्योति को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां बाद में उनकी मौत हो गई।
शुरूआत में आर्म्स एक्ट की धाराओं के साथ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद, आईपीसी की धारा 302 (हत्या) को आरोपों में जोड़ा गया।
पुलिस ने इलाके में कई जगहों पर छापेमारी की और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बाद में दो और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।
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हत्या के कुछ घंटों बाद रविवार को दिल्ली पुलिस ने अर्जुन, माइकल और देव को गिरफ्तार कर लिया था।
पिंकी (30) और ज्योति (29) 14 जून को अपने भाई के घर आरके पुरम आईं थी। पुलिस ने कहा कि उनके भाई ललित का देव के साथ पैसों से जुड़ा कोई विवाद है।
पुलिस ने कहा, देव ललित के साथ काम करता था और उसने उससे पैसे उधार लिए थे। हालांकि, देव ने इलाके में सोनू के साथ काम करना शुरू कर दिया। कल रात, ललित अपने पैसे वापस मांगने के लिए सोनू के घर गया, जिसके बाद गरमागरम बहस हुई। बाद में सोनू और देव ने ललित को धमकी दी।
इस घटना के कुछ घंटे बाद, लगभग 2:30 बजे सोनू, देव, अर्जुन, माइकल और अन्य लोग ललित के घर के बाहर जमा हो गए, जिसमें अर्जुन ग्रुप का लीडर था। उन्होंने ललित के घर पर पथराव शुरू कर दिया और लोहे की रॉड से दरवाजा तोड़ दिया। यह देख ललित की दोनों बहनों ने बीच-बचाव कर मामला शांत करने का प्रयास किया।
पुलिस ने कहा, हमलावरों ने पिस्तौल निकाल ली और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। ललित घटनास्थल से भाग गया, जबकि उसकी दो बहनें गोली लगने से घायल हो गईं और सड़क पर गिर गईं।
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शुरूआत में आर्म्स एक्ट की धाराओं के साथ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद, आईपीसी की धारा 302 (हत्या) को आरोपों में जोड़ा गया।
पुलिस ने इलाके में कई जगहों पर छापेमारी की और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बाद में दो और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।
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हत्या के कुछ घंटों बाद रविवार को दिल्ली पुलिस ने अर्जुन, माइकल और देव को गिरफ्तार कर लिया था।
पिंकी (30) और ज्योति (29) 14 जून को अपने भाई के घर आरके पुरम आईं थी। पुलिस ने कहा कि उनके भाई ललित का देव के साथ पैसों से जुड़ा कोई विवाद है।
पुलिस ने कहा, देव ललित के साथ काम करता था और उसने उससे पैसे उधार लिए थे। हालांकि, देव ने इलाके में सोनू के साथ काम करना शुरू कर दिया। कल रात, ललित अपने पैसे वापस मांगने के लिए सोनू के घर गया, जिसके बाद गरमागरम बहस हुई। बाद में सोनू और देव ने ललित को धमकी दी।
इस घटना के कुछ घंटे बाद, लगभग 2:30 बजे सोनू, देव, अर्जुन, माइकल और अन्य लोग ललित के घर के बाहर जमा हो गए, जिसमें अर्जुन ग्रुप का लीडर था। उन्होंने ललित के घर पर पथराव शुरू कर दिया और लोहे की रॉड से दरवाजा तोड़ दिया। यह देख ललित की दोनों बहनों ने बीच-बचाव कर मामला शांत करने का प्रयास किया।
पुलिस ने कहा, हमलावरों ने पिस्तौल निकाल ली और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। ललित घटनास्थल से भाग गया, जबकि उसकी दो बहनें गोली लगने से घायल हो गईं और सड़क पर गिर गईं।
पुलिस को सुबह करीब 4:30 बजे एक पीसीआर कॉल मिली जिसमें बताया गया कि अंबेडकर बस्ती में दो महिलाओं को गोली मार दी गई है। पिंकी और ज्योति को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां बाद में उनकी मौत हो गई।
शुरूआत में आर्म्स एक्ट की धाराओं के साथ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद, आईपीसी की धारा 302 (हत्या) को आरोपों में जोड़ा गया।
पुलिस ने इलाके में कई जगहों पर छापेमारी की और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बाद में दो और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।
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नई दिल्ली, 19 जून (आईएएनएस)। दक्षिण पश्चिम दिल्ली के आर.के. पुरम में 18 जून की तड़के दो बहनों की हत्या के मामले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
नए आरोपियों की पहचान किशन उर्फ चौधरी (27) और गणेश स्वामी (39) के रूप में हुई है, दोनों सेक्टर-12 आर.के. पुरम के रहने वाले हैं।
हत्या के कुछ घंटों बाद रविवार को दिल्ली पुलिस ने अर्जुन, माइकल और देव को गिरफ्तार कर लिया था।
पिंकी (30) और ज्योति (29) 14 जून को अपने भाई के घर आरके पुरम आईं थी। पुलिस ने कहा कि उनके भाई ललित का देव के साथ पैसों से जुड़ा कोई विवाद है।
पुलिस ने कहा, देव ललित के साथ काम करता था और उसने उससे पैसे उधार लिए थे। हालांकि, देव ने इलाके में सोनू के साथ काम करना शुरू कर दिया। कल रात, ललित अपने पैसे वापस मांगने के लिए सोनू के घर गया, जिसके बाद गरमागरम बहस हुई। बाद में सोनू और देव ने ललित को धमकी दी।
इस घटना के कुछ घंटे बाद, लगभग 2:30 बजे सोनू, देव, अर्जुन, माइकल और अन्य लोग ललित के घर के बाहर जमा हो गए, जिसमें अर्जुन ग्रुप का लीडर था। उन्होंने ललित के घर पर पथराव शुरू कर दिया और लोहे की रॉड से दरवाजा तोड़ दिया। यह देख ललित की दोनों बहनों ने बीच-बचाव कर मामला शांत करने का प्रयास किया।
पुलिस ने कहा, हमलावरों ने पिस्तौल निकाल ली और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। ललित घटनास्थल से भाग गया, जबकि उसकी दो बहनें गोली लगने से घायल हो गईं और सड़क पर गिर गईं।
पुलिस को सुबह करीब 4:30 बजे एक पीसीआर कॉल मिली जिसमें बताया गया कि अंबेडकर बस्ती में दो महिलाओं को गोली मार दी गई है। पिंकी और ज्योति को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां बाद में उनकी मौत हो गई।
शुरूआत में आर्म्स एक्ट की धाराओं के साथ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद, आईपीसी की धारा 302 (हत्या) को आरोपों में जोड़ा गया।
पुलिस ने इलाके में कई जगहों पर छापेमारी की और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बाद में दो और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।
–आईएएनएस
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नई दिल्ली, 19 जून (आईएएनएस)। दक्षिण पश्चिम दिल्ली के आर.के. पुरम में 18 जून की तड़के दो बहनों की हत्या के मामले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
नए आरोपियों की पहचान किशन उर्फ चौधरी (27) और गणेश स्वामी (39) के रूप में हुई है, दोनों सेक्टर-12 आर.के. पुरम के रहने वाले हैं।
हत्या के कुछ घंटों बाद रविवार को दिल्ली पुलिस ने अर्जुन, माइकल और देव को गिरफ्तार कर लिया था।
पिंकी (30) और ज्योति (29) 14 जून को अपने भाई के घर आरके पुरम आईं थी। पुलिस ने कहा कि उनके भाई ललित का देव के साथ पैसों से जुड़ा कोई विवाद है।
पुलिस ने कहा, देव ललित के साथ काम करता था और उसने उससे पैसे उधार लिए थे। हालांकि, देव ने इलाके में सोनू के साथ काम करना शुरू कर दिया। कल रात, ललित अपने पैसे वापस मांगने के लिए सोनू के घर गया, जिसके बाद गरमागरम बहस हुई। बाद में सोनू और देव ने ललित को धमकी दी।
इस घटना के कुछ घंटे बाद, लगभग 2:30 बजे सोनू, देव, अर्जुन, माइकल और अन्य लोग ललित के घर के बाहर जमा हो गए, जिसमें अर्जुन ग्रुप का लीडर था। उन्होंने ललित के घर पर पथराव शुरू कर दिया और लोहे की रॉड से दरवाजा तोड़ दिया। यह देख ललित की दोनों बहनों ने बीच-बचाव कर मामला शांत करने का प्रयास किया।
पुलिस ने कहा, हमलावरों ने पिस्तौल निकाल ली और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। ललित घटनास्थल से भाग गया, जबकि उसकी दो बहनें गोली लगने से घायल हो गईं और सड़क पर गिर गईं।
पुलिस को सुबह करीब 4:30 बजे एक पीसीआर कॉल मिली जिसमें बताया गया कि अंबेडकर बस्ती में दो महिलाओं को गोली मार दी गई है। पिंकी और ज्योति को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां बाद में उनकी मौत हो गई।
शुरूआत में आर्म्स एक्ट की धाराओं के साथ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद, आईपीसी की धारा 302 (हत्या) को आरोपों में जोड़ा गया।
पुलिस ने इलाके में कई जगहों पर छापेमारी की और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बाद में दो और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।
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हत्या के कुछ घंटों बाद रविवार को दिल्ली पुलिस ने अर्जुन, माइकल और देव को गिरफ्तार कर लिया था।
पिंकी (30) और ज्योति (29) 14 जून को अपने भाई के घर आरके पुरम आईं थी। पुलिस ने कहा कि उनके भाई ललित का देव के साथ पैसों से जुड़ा कोई विवाद है।
पुलिस ने कहा, देव ललित के साथ काम करता था और उसने उससे पैसे उधार लिए थे। हालांकि, देव ने इलाके में सोनू के साथ काम करना शुरू कर दिया। कल रात, ललित अपने पैसे वापस मांगने के लिए सोनू के घर गया, जिसके बाद गरमागरम बहस हुई। बाद में सोनू और देव ने ललित को धमकी दी।
इस घटना के कुछ घंटे बाद, लगभग 2:30 बजे सोनू, देव, अर्जुन, माइकल और अन्य लोग ललित के घर के बाहर जमा हो गए, जिसमें अर्जुन ग्रुप का लीडर था। उन्होंने ललित के घर पर पथराव शुरू कर दिया और लोहे की रॉड से दरवाजा तोड़ दिया। यह देख ललित की दोनों बहनों ने बीच-बचाव कर मामला शांत करने का प्रयास किया।
पुलिस ने कहा, हमलावरों ने पिस्तौल निकाल ली और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। ललित घटनास्थल से भाग गया, जबकि उसकी दो बहनें गोली लगने से घायल हो गईं और सड़क पर गिर गईं।
पुलिस को सुबह करीब 4:30 बजे एक पीसीआर कॉल मिली जिसमें बताया गया कि अंबेडकर बस्ती में दो महिलाओं को गोली मार दी गई है। पिंकी और ज्योति को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां बाद में उनकी मौत हो गई।
शुरूआत में आर्म्स एक्ट की धाराओं के साथ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद, आईपीसी की धारा 302 (हत्या) को आरोपों में जोड़ा गया।
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हत्या के कुछ घंटों बाद रविवार को दिल्ली पुलिस ने अर्जुन, माइकल और देव को गिरफ्तार कर लिया था।
पिंकी (30) और ज्योति (29) 14 जून को अपने भाई के घर आरके पुरम आईं थी। पुलिस ने कहा कि उनके भाई ललित का देव के साथ पैसों से जुड़ा कोई विवाद है।
पुलिस ने कहा, देव ललित के साथ काम करता था और उसने उससे पैसे उधार लिए थे। हालांकि, देव ने इलाके में सोनू के साथ काम करना शुरू कर दिया। कल रात, ललित अपने पैसे वापस मांगने के लिए सोनू के घर गया, जिसके बाद गरमागरम बहस हुई। बाद में सोनू और देव ने ललित को धमकी दी।
इस घटना के कुछ घंटे बाद, लगभग 2:30 बजे सोनू, देव, अर्जुन, माइकल और अन्य लोग ललित के घर के बाहर जमा हो गए, जिसमें अर्जुन ग्रुप का लीडर था। उन्होंने ललित के घर पर पथराव शुरू कर दिया और लोहे की रॉड से दरवाजा तोड़ दिया। यह देख ललित की दोनों बहनों ने बीच-बचाव कर मामला शांत करने का प्रयास किया।
पुलिस ने कहा, हमलावरों ने पिस्तौल निकाल ली और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। ललित घटनास्थल से भाग गया, जबकि उसकी दो बहनें गोली लगने से घायल हो गईं और सड़क पर गिर गईं।
पुलिस को सुबह करीब 4:30 बजे एक पीसीआर कॉल मिली जिसमें बताया गया कि अंबेडकर बस्ती में दो महिलाओं को गोली मार दी गई है। पिंकी और ज्योति को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां बाद में उनकी मौत हो गई।
शुरूआत में आर्म्स एक्ट की धाराओं के साथ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद, आईपीसी की धारा 302 (हत्या) को आरोपों में जोड़ा गया।
पुलिस ने इलाके में कई जगहों पर छापेमारी की और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बाद में दो और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।
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नए आरोपियों की पहचान किशन उर्फ चौधरी (27) और गणेश स्वामी (39) के रूप में हुई है, दोनों सेक्टर-12 आर.के. पुरम के रहने वाले हैं।
हत्या के कुछ घंटों बाद रविवार को दिल्ली पुलिस ने अर्जुन, माइकल और देव को गिरफ्तार कर लिया था।
पिंकी (30) और ज्योति (29) 14 जून को अपने भाई के घर आरके पुरम आईं थी। पुलिस ने कहा कि उनके भाई ललित का देव के साथ पैसों से जुड़ा कोई विवाद है।
पुलिस ने कहा, देव ललित के साथ काम करता था और उसने उससे पैसे उधार लिए थे। हालांकि, देव ने इलाके में सोनू के साथ काम करना शुरू कर दिया। कल रात, ललित अपने पैसे वापस मांगने के लिए सोनू के घर गया, जिसके बाद गरमागरम बहस हुई। बाद में सोनू और देव ने ललित को धमकी दी।
इस घटना के कुछ घंटे बाद, लगभग 2:30 बजे सोनू, देव, अर्जुन, माइकल और अन्य लोग ललित के घर के बाहर जमा हो गए, जिसमें अर्जुन ग्रुप का लीडर था। उन्होंने ललित के घर पर पथराव शुरू कर दिया और लोहे की रॉड से दरवाजा तोड़ दिया। यह देख ललित की दोनों बहनों ने बीच-बचाव कर मामला शांत करने का प्रयास किया।
पुलिस ने कहा, हमलावरों ने पिस्तौल निकाल ली और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। ललित घटनास्थल से भाग गया, जबकि उसकी दो बहनें गोली लगने से घायल हो गईं और सड़क पर गिर गईं।
पुलिस को सुबह करीब 4:30 बजे एक पीसीआर कॉल मिली जिसमें बताया गया कि अंबेडकर बस्ती में दो महिलाओं को गोली मार दी गई है। पिंकी और ज्योति को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां बाद में उनकी मौत हो गई।
शुरूआत में आर्म्स एक्ट की धाराओं के साथ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद, आईपीसी की धारा 302 (हत्या) को आरोपों में जोड़ा गया।
पुलिस ने इलाके में कई जगहों पर छापेमारी की और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बाद में दो और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।
–आईएएनएस
पीके/एसकेपी
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नई दिल्ली, 19 जून (आईएएनएस)। दक्षिण पश्चिम दिल्ली के आर.के. पुरम में 18 जून की तड़के दो बहनों की हत्या के मामले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
नए आरोपियों की पहचान किशन उर्फ चौधरी (27) और गणेश स्वामी (39) के रूप में हुई है, दोनों सेक्टर-12 आर.के. पुरम के रहने वाले हैं।
हत्या के कुछ घंटों बाद रविवार को दिल्ली पुलिस ने अर्जुन, माइकल और देव को गिरफ्तार कर लिया था।
पिंकी (30) और ज्योति (29) 14 जून को अपने भाई के घर आरके पुरम आईं थी। पुलिस ने कहा कि उनके भाई ललित का देव के साथ पैसों से जुड़ा कोई विवाद है।
पुलिस ने कहा, देव ललित के साथ काम करता था और उसने उससे पैसे उधार लिए थे। हालांकि, देव ने इलाके में सोनू के साथ काम करना शुरू कर दिया। कल रात, ललित अपने पैसे वापस मांगने के लिए सोनू के घर गया, जिसके बाद गरमागरम बहस हुई। बाद में सोनू और देव ने ललित को धमकी दी।
इस घटना के कुछ घंटे बाद, लगभग 2:30 बजे सोनू, देव, अर्जुन, माइकल और अन्य लोग ललित के घर के बाहर जमा हो गए, जिसमें अर्जुन ग्रुप का लीडर था। उन्होंने ललित के घर पर पथराव शुरू कर दिया और लोहे की रॉड से दरवाजा तोड़ दिया। यह देख ललित की दोनों बहनों ने बीच-बचाव कर मामला शांत करने का प्रयास किया।
पुलिस ने कहा, हमलावरों ने पिस्तौल निकाल ली और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। ललित घटनास्थल से भाग गया, जबकि उसकी दो बहनें गोली लगने से घायल हो गईं और सड़क पर गिर गईं।
पुलिस को सुबह करीब 4:30 बजे एक पीसीआर कॉल मिली जिसमें बताया गया कि अंबेडकर बस्ती में दो महिलाओं को गोली मार दी गई है। पिंकी और ज्योति को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां बाद में उनकी मौत हो गई।
शुरूआत में आर्म्स एक्ट की धाराओं के साथ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद, आईपीसी की धारा 302 (हत्या) को आरोपों में जोड़ा गया।
पुलिस ने इलाके में कई जगहों पर छापेमारी की और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बाद में दो और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।
–आईएएनएस
पीके/एसकेपी
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नई दिल्ली, 19 जून (आईएएनएस)। दक्षिण पश्चिम दिल्ली के आर.के. पुरम में 18 जून की तड़के दो बहनों की हत्या के मामले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
नए आरोपियों की पहचान किशन उर्फ चौधरी (27) और गणेश स्वामी (39) के रूप में हुई है, दोनों सेक्टर-12 आर.के. पुरम के रहने वाले हैं।
हत्या के कुछ घंटों बाद रविवार को दिल्ली पुलिस ने अर्जुन, माइकल और देव को गिरफ्तार कर लिया था।
पिंकी (30) और ज्योति (29) 14 जून को अपने भाई के घर आरके पुरम आईं थी। पुलिस ने कहा कि उनके भाई ललित का देव के साथ पैसों से जुड़ा कोई विवाद है।
पुलिस ने कहा, देव ललित के साथ काम करता था और उसने उससे पैसे उधार लिए थे। हालांकि, देव ने इलाके में सोनू के साथ काम करना शुरू कर दिया। कल रात, ललित अपने पैसे वापस मांगने के लिए सोनू के घर गया, जिसके बाद गरमागरम बहस हुई। बाद में सोनू और देव ने ललित को धमकी दी।
इस घटना के कुछ घंटे बाद, लगभग 2:30 बजे सोनू, देव, अर्जुन, माइकल और अन्य लोग ललित के घर के बाहर जमा हो गए, जिसमें अर्जुन ग्रुप का लीडर था। उन्होंने ललित के घर पर पथराव शुरू कर दिया और लोहे की रॉड से दरवाजा तोड़ दिया। यह देख ललित की दोनों बहनों ने बीच-बचाव कर मामला शांत करने का प्रयास किया।
पुलिस ने कहा, हमलावरों ने पिस्तौल निकाल ली और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। ललित घटनास्थल से भाग गया, जबकि उसकी दो बहनें गोली लगने से घायल हो गईं और सड़क पर गिर गईं।
पुलिस को सुबह करीब 4:30 बजे एक पीसीआर कॉल मिली जिसमें बताया गया कि अंबेडकर बस्ती में दो महिलाओं को गोली मार दी गई है। पिंकी और ज्योति को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां बाद में उनकी मौत हो गई।
शुरूआत में आर्म्स एक्ट की धाराओं के साथ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद, आईपीसी की धारा 302 (हत्या) को आरोपों में जोड़ा गया।
पुलिस ने इलाके में कई जगहों पर छापेमारी की और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बाद में दो और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।
–आईएएनएस
पीके/एसकेपी
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नई दिल्ली, 19 जून (आईएएनएस)। दक्षिण पश्चिम दिल्ली के आर.के. पुरम में 18 जून की तड़के दो बहनों की हत्या के मामले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
नए आरोपियों की पहचान किशन उर्फ चौधरी (27) और गणेश स्वामी (39) के रूप में हुई है, दोनों सेक्टर-12 आर.के. पुरम के रहने वाले हैं।
हत्या के कुछ घंटों बाद रविवार को दिल्ली पुलिस ने अर्जुन, माइकल और देव को गिरफ्तार कर लिया था।
पिंकी (30) और ज्योति (29) 14 जून को अपने भाई के घर आरके पुरम आईं थी। पुलिस ने कहा कि उनके भाई ललित का देव के साथ पैसों से जुड़ा कोई विवाद है।
पुलिस ने कहा, देव ललित के साथ काम करता था और उसने उससे पैसे उधार लिए थे। हालांकि, देव ने इलाके में सोनू के साथ काम करना शुरू कर दिया। कल रात, ललित अपने पैसे वापस मांगने के लिए सोनू के घर गया, जिसके बाद गरमागरम बहस हुई। बाद में सोनू और देव ने ललित को धमकी दी।
इस घटना के कुछ घंटे बाद, लगभग 2:30 बजे सोनू, देव, अर्जुन, माइकल और अन्य लोग ललित के घर के बाहर जमा हो गए, जिसमें अर्जुन ग्रुप का लीडर था। उन्होंने ललित के घर पर पथराव शुरू कर दिया और लोहे की रॉड से दरवाजा तोड़ दिया। यह देख ललित की दोनों बहनों ने बीच-बचाव कर मामला शांत करने का प्रयास किया।
पुलिस ने कहा, हमलावरों ने पिस्तौल निकाल ली और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। ललित घटनास्थल से भाग गया, जबकि उसकी दो बहनें गोली लगने से घायल हो गईं और सड़क पर गिर गईं।
पुलिस को सुबह करीब 4:30 बजे एक पीसीआर कॉल मिली जिसमें बताया गया कि अंबेडकर बस्ती में दो महिलाओं को गोली मार दी गई है। पिंकी और ज्योति को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां बाद में उनकी मौत हो गई।
शुरूआत में आर्म्स एक्ट की धाराओं के साथ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद, आईपीसी की धारा 302 (हत्या) को आरोपों में जोड़ा गया।
पुलिस ने इलाके में कई जगहों पर छापेमारी की और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बाद में दो और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।
–आईएएनएस
पीके/एसकेपी
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नई दिल्ली, 19 जून (आईएएनएस)। दक्षिण पश्चिम दिल्ली के आर.के. पुरम में 18 जून की तड़के दो बहनों की हत्या के मामले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
नए आरोपियों की पहचान किशन उर्फ चौधरी (27) और गणेश स्वामी (39) के रूप में हुई है, दोनों सेक्टर-12 आर.के. पुरम के रहने वाले हैं।
हत्या के कुछ घंटों बाद रविवार को दिल्ली पुलिस ने अर्जुन, माइकल और देव को गिरफ्तार कर लिया था।
पिंकी (30) और ज्योति (29) 14 जून को अपने भाई के घर आरके पुरम आईं थी। पुलिस ने कहा कि उनके भाई ललित का देव के साथ पैसों से जुड़ा कोई विवाद है।
पुलिस ने कहा, देव ललित के साथ काम करता था और उसने उससे पैसे उधार लिए थे। हालांकि, देव ने इलाके में सोनू के साथ काम करना शुरू कर दिया। कल रात, ललित अपने पैसे वापस मांगने के लिए सोनू के घर गया, जिसके बाद गरमागरम बहस हुई। बाद में सोनू और देव ने ललित को धमकी दी।
इस घटना के कुछ घंटे बाद, लगभग 2:30 बजे सोनू, देव, अर्जुन, माइकल और अन्य लोग ललित के घर के बाहर जमा हो गए, जिसमें अर्जुन ग्रुप का लीडर था। उन्होंने ललित के घर पर पथराव शुरू कर दिया और लोहे की रॉड से दरवाजा तोड़ दिया। यह देख ललित की दोनों बहनों ने बीच-बचाव कर मामला शांत करने का प्रयास किया।
पुलिस ने कहा, हमलावरों ने पिस्तौल निकाल ली और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। ललित घटनास्थल से भाग गया, जबकि उसकी दो बहनें गोली लगने से घायल हो गईं और सड़क पर गिर गईं।
पुलिस को सुबह करीब 4:30 बजे एक पीसीआर कॉल मिली जिसमें बताया गया कि अंबेडकर बस्ती में दो महिलाओं को गोली मार दी गई है। पिंकी और ज्योति को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां बाद में उनकी मौत हो गई।
शुरूआत में आर्म्स एक्ट की धाराओं के साथ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद, आईपीसी की धारा 302 (हत्या) को आरोपों में जोड़ा गया।
पुलिस ने इलाके में कई जगहों पर छापेमारी की और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बाद में दो और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।