नई दिल्ली, 12 सितंबर (आईएएनएस)। पेरिस पैरालंपिक में भाला फेंक ऍफ़ 41 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले नवदीप सिंह ने पैरालंपिक में थ्रो के दौरान आक्रामकता दिखाने के विवाद पर कहा कि पिछले 5-6 साल दिल्ली में ही रहा, तो इधर के हवा-पानी में कुछ ऐसा रहा होगा जो यह हो गया लेकिन बाकी सब कुछ ठीक है।
नवदीप ने आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा, ”देखिये परिश्रम लगता है। मेहनत लगती है। वो सारी चीजें हो जाती हैं। मैं पिछले 5-6 साल ट्रेनिंग के लिए दिल्ली रहा। इधर के हवा -पानी में ऐसा कुछ होगा जो यह सब हो गया लेकिन बाकी सब ठीक है।”
उन्होंने कहा,” हम कोई लक्ष्य रखकर नहीं गए थे, ज्यादा टारगेट नहीं रखा था। अगर ज्यादा सोच कर जाएंगे तो परेशानी ही होगी। लेकिन टारगेट से ज्यादा ही फेंका। मेरे प्रदर्शन से कोच भी खुश हैं, मैं भी खुश हूँ। कोच ने मुझे शाबाशी दी और कहा कि पैरा एथलीट हमारी ताकत हैं। उन्होंने मुझे भविष्य के लिए भी इसी तरह प्रदर्शन जारी रखने को कहा। ”
नवदीप ने साथ ही कहा,” अब कुछ ब्रेक लेंगे और वापस घर पानीपत जाएंगे। परिवार वाले एयरपोर्ट आये थे, वो खुश हैं तो मैं भी खुश हूँ।”
उल्लेखनीय है कि नवदीप सिंह ने पेरिस 2024 पैरालंपिक में पुरुषों की भाला फेंक ऍफ़ 41 श्रेणी में 47.32 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता और इस श्रेणी में भारत का पहला पदक हासिल किया।
नवदीप के पदक जीतने वाले थ्रो ने टोक्यो 2020 में चीन के सन पेंगजियांग द्वारा बनाए गए 47.13 मीटर के पैरालंपिक रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया।
–आईएएनएस
आरआर/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 12 सितंबर (आईएएनएस)। पेरिस पैरालंपिक में भाला फेंक ऍफ़ 41 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले नवदीप सिंह ने पैरालंपिक में थ्रो के दौरान आक्रामकता दिखाने के विवाद पर कहा कि पिछले 5-6 साल दिल्ली में ही रहा, तो इधर के हवा-पानी में कुछ ऐसा रहा होगा जो यह हो गया लेकिन बाकी सब कुछ ठीक है।
नवदीप ने आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा, ”देखिये परिश्रम लगता है। मेहनत लगती है। वो सारी चीजें हो जाती हैं। मैं पिछले 5-6 साल ट्रेनिंग के लिए दिल्ली रहा। इधर के हवा -पानी में ऐसा कुछ होगा जो यह सब हो गया लेकिन बाकी सब ठीक है।”
उन्होंने कहा,” हम कोई लक्ष्य रखकर नहीं गए थे, ज्यादा टारगेट नहीं रखा था। अगर ज्यादा सोच कर जाएंगे तो परेशानी ही होगी। लेकिन टारगेट से ज्यादा ही फेंका। मेरे प्रदर्शन से कोच भी खुश हैं, मैं भी खुश हूँ। कोच ने मुझे शाबाशी दी और कहा कि पैरा एथलीट हमारी ताकत हैं। उन्होंने मुझे भविष्य के लिए भी इसी तरह प्रदर्शन जारी रखने को कहा। ”
नवदीप ने साथ ही कहा,” अब कुछ ब्रेक लेंगे और वापस घर पानीपत जाएंगे। परिवार वाले एयरपोर्ट आये थे, वो खुश हैं तो मैं भी खुश हूँ।”
उल्लेखनीय है कि नवदीप सिंह ने पेरिस 2024 पैरालंपिक में पुरुषों की भाला फेंक ऍफ़ 41 श्रेणी में 47.32 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता और इस श्रेणी में भारत का पहला पदक हासिल किया।
नवदीप के पदक जीतने वाले थ्रो ने टोक्यो 2020 में चीन के सन पेंगजियांग द्वारा बनाए गए 47.13 मीटर के पैरालंपिक रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया।
–आईएएनएस
आरआर/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 12 सितंबर (आईएएनएस)। पेरिस पैरालंपिक में भाला फेंक ऍफ़ 41 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले नवदीप सिंह ने पैरालंपिक में थ्रो के दौरान आक्रामकता दिखाने के विवाद पर कहा कि पिछले 5-6 साल दिल्ली में ही रहा, तो इधर के हवा-पानी में कुछ ऐसा रहा होगा जो यह हो गया लेकिन बाकी सब कुछ ठीक है।
नवदीप ने आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा, ”देखिये परिश्रम लगता है। मेहनत लगती है। वो सारी चीजें हो जाती हैं। मैं पिछले 5-6 साल ट्रेनिंग के लिए दिल्ली रहा। इधर के हवा -पानी में ऐसा कुछ होगा जो यह सब हो गया लेकिन बाकी सब ठीक है।”
उन्होंने कहा,” हम कोई लक्ष्य रखकर नहीं गए थे, ज्यादा टारगेट नहीं रखा था। अगर ज्यादा सोच कर जाएंगे तो परेशानी ही होगी। लेकिन टारगेट से ज्यादा ही फेंका। मेरे प्रदर्शन से कोच भी खुश हैं, मैं भी खुश हूँ। कोच ने मुझे शाबाशी दी और कहा कि पैरा एथलीट हमारी ताकत हैं। उन्होंने मुझे भविष्य के लिए भी इसी तरह प्रदर्शन जारी रखने को कहा। ”
नवदीप ने साथ ही कहा,” अब कुछ ब्रेक लेंगे और वापस घर पानीपत जाएंगे। परिवार वाले एयरपोर्ट आये थे, वो खुश हैं तो मैं भी खुश हूँ।”
उल्लेखनीय है कि नवदीप सिंह ने पेरिस 2024 पैरालंपिक में पुरुषों की भाला फेंक ऍफ़ 41 श्रेणी में 47.32 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता और इस श्रेणी में भारत का पहला पदक हासिल किया।
नवदीप के पदक जीतने वाले थ्रो ने टोक्यो 2020 में चीन के सन पेंगजियांग द्वारा बनाए गए 47.13 मीटर के पैरालंपिक रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया।
–आईएएनएस
आरआर/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 12 सितंबर (आईएएनएस)। पेरिस पैरालंपिक में भाला फेंक ऍफ़ 41 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले नवदीप सिंह ने पैरालंपिक में थ्रो के दौरान आक्रामकता दिखाने के विवाद पर कहा कि पिछले 5-6 साल दिल्ली में ही रहा, तो इधर के हवा-पानी में कुछ ऐसा रहा होगा जो यह हो गया लेकिन बाकी सब कुछ ठीक है।
नवदीप ने आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा, ”देखिये परिश्रम लगता है। मेहनत लगती है। वो सारी चीजें हो जाती हैं। मैं पिछले 5-6 साल ट्रेनिंग के लिए दिल्ली रहा। इधर के हवा -पानी में ऐसा कुछ होगा जो यह सब हो गया लेकिन बाकी सब ठीक है।”
उन्होंने कहा,” हम कोई लक्ष्य रखकर नहीं गए थे, ज्यादा टारगेट नहीं रखा था। अगर ज्यादा सोच कर जाएंगे तो परेशानी ही होगी। लेकिन टारगेट से ज्यादा ही फेंका। मेरे प्रदर्शन से कोच भी खुश हैं, मैं भी खुश हूँ। कोच ने मुझे शाबाशी दी और कहा कि पैरा एथलीट हमारी ताकत हैं। उन्होंने मुझे भविष्य के लिए भी इसी तरह प्रदर्शन जारी रखने को कहा। ”
नवदीप ने साथ ही कहा,” अब कुछ ब्रेक लेंगे और वापस घर पानीपत जाएंगे। परिवार वाले एयरपोर्ट आये थे, वो खुश हैं तो मैं भी खुश हूँ।”
उल्लेखनीय है कि नवदीप सिंह ने पेरिस 2024 पैरालंपिक में पुरुषों की भाला फेंक ऍफ़ 41 श्रेणी में 47.32 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता और इस श्रेणी में भारत का पहला पदक हासिल किया।
नवदीप के पदक जीतने वाले थ्रो ने टोक्यो 2020 में चीन के सन पेंगजियांग द्वारा बनाए गए 47.13 मीटर के पैरालंपिक रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया।
–आईएएनएस
आरआर/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 12 सितंबर (आईएएनएस)। पेरिस पैरालंपिक में भाला फेंक ऍफ़ 41 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले नवदीप सिंह ने पैरालंपिक में थ्रो के दौरान आक्रामकता दिखाने के विवाद पर कहा कि पिछले 5-6 साल दिल्ली में ही रहा, तो इधर के हवा-पानी में कुछ ऐसा रहा होगा जो यह हो गया लेकिन बाकी सब कुछ ठीक है।
नवदीप ने आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा, ”देखिये परिश्रम लगता है। मेहनत लगती है। वो सारी चीजें हो जाती हैं। मैं पिछले 5-6 साल ट्रेनिंग के लिए दिल्ली रहा। इधर के हवा -पानी में ऐसा कुछ होगा जो यह सब हो गया लेकिन बाकी सब ठीक है।”
उन्होंने कहा,” हम कोई लक्ष्य रखकर नहीं गए थे, ज्यादा टारगेट नहीं रखा था। अगर ज्यादा सोच कर जाएंगे तो परेशानी ही होगी। लेकिन टारगेट से ज्यादा ही फेंका। मेरे प्रदर्शन से कोच भी खुश हैं, मैं भी खुश हूँ। कोच ने मुझे शाबाशी दी और कहा कि पैरा एथलीट हमारी ताकत हैं। उन्होंने मुझे भविष्य के लिए भी इसी तरह प्रदर्शन जारी रखने को कहा। ”
नवदीप ने साथ ही कहा,” अब कुछ ब्रेक लेंगे और वापस घर पानीपत जाएंगे। परिवार वाले एयरपोर्ट आये थे, वो खुश हैं तो मैं भी खुश हूँ।”
उल्लेखनीय है कि नवदीप सिंह ने पेरिस 2024 पैरालंपिक में पुरुषों की भाला फेंक ऍफ़ 41 श्रेणी में 47.32 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता और इस श्रेणी में भारत का पहला पदक हासिल किया।
नवदीप के पदक जीतने वाले थ्रो ने टोक्यो 2020 में चीन के सन पेंगजियांग द्वारा बनाए गए 47.13 मीटर के पैरालंपिक रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया।
–आईएएनएस
आरआर/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 12 सितंबर (आईएएनएस)। पेरिस पैरालंपिक में भाला फेंक ऍफ़ 41 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले नवदीप सिंह ने पैरालंपिक में थ्रो के दौरान आक्रामकता दिखाने के विवाद पर कहा कि पिछले 5-6 साल दिल्ली में ही रहा, तो इधर के हवा-पानी में कुछ ऐसा रहा होगा जो यह हो गया लेकिन बाकी सब कुछ ठीक है।
नवदीप ने आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा, ”देखिये परिश्रम लगता है। मेहनत लगती है। वो सारी चीजें हो जाती हैं। मैं पिछले 5-6 साल ट्रेनिंग के लिए दिल्ली रहा। इधर के हवा -पानी में ऐसा कुछ होगा जो यह सब हो गया लेकिन बाकी सब ठीक है।”
उन्होंने कहा,” हम कोई लक्ष्य रखकर नहीं गए थे, ज्यादा टारगेट नहीं रखा था। अगर ज्यादा सोच कर जाएंगे तो परेशानी ही होगी। लेकिन टारगेट से ज्यादा ही फेंका। मेरे प्रदर्शन से कोच भी खुश हैं, मैं भी खुश हूँ। कोच ने मुझे शाबाशी दी और कहा कि पैरा एथलीट हमारी ताकत हैं। उन्होंने मुझे भविष्य के लिए भी इसी तरह प्रदर्शन जारी रखने को कहा। ”
नवदीप ने साथ ही कहा,” अब कुछ ब्रेक लेंगे और वापस घर पानीपत जाएंगे। परिवार वाले एयरपोर्ट आये थे, वो खुश हैं तो मैं भी खुश हूँ।”
उल्लेखनीय है कि नवदीप सिंह ने पेरिस 2024 पैरालंपिक में पुरुषों की भाला फेंक ऍफ़ 41 श्रेणी में 47.32 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता और इस श्रेणी में भारत का पहला पदक हासिल किया।
नवदीप के पदक जीतने वाले थ्रो ने टोक्यो 2020 में चीन के सन पेंगजियांग द्वारा बनाए गए 47.13 मीटर के पैरालंपिक रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया।
–आईएएनएस
आरआर/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 12 सितंबर (आईएएनएस)। पेरिस पैरालंपिक में भाला फेंक ऍफ़ 41 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले नवदीप सिंह ने पैरालंपिक में थ्रो के दौरान आक्रामकता दिखाने के विवाद पर कहा कि पिछले 5-6 साल दिल्ली में ही रहा, तो इधर के हवा-पानी में कुछ ऐसा रहा होगा जो यह हो गया लेकिन बाकी सब कुछ ठीक है।
नवदीप ने आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा, ”देखिये परिश्रम लगता है। मेहनत लगती है। वो सारी चीजें हो जाती हैं। मैं पिछले 5-6 साल ट्रेनिंग के लिए दिल्ली रहा। इधर के हवा -पानी में ऐसा कुछ होगा जो यह सब हो गया लेकिन बाकी सब ठीक है।”
उन्होंने कहा,” हम कोई लक्ष्य रखकर नहीं गए थे, ज्यादा टारगेट नहीं रखा था। अगर ज्यादा सोच कर जाएंगे तो परेशानी ही होगी। लेकिन टारगेट से ज्यादा ही फेंका। मेरे प्रदर्शन से कोच भी खुश हैं, मैं भी खुश हूँ। कोच ने मुझे शाबाशी दी और कहा कि पैरा एथलीट हमारी ताकत हैं। उन्होंने मुझे भविष्य के लिए भी इसी तरह प्रदर्शन जारी रखने को कहा। ”
नवदीप ने साथ ही कहा,” अब कुछ ब्रेक लेंगे और वापस घर पानीपत जाएंगे। परिवार वाले एयरपोर्ट आये थे, वो खुश हैं तो मैं भी खुश हूँ।”
उल्लेखनीय है कि नवदीप सिंह ने पेरिस 2024 पैरालंपिक में पुरुषों की भाला फेंक ऍफ़ 41 श्रेणी में 47.32 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता और इस श्रेणी में भारत का पहला पदक हासिल किया।
नवदीप के पदक जीतने वाले थ्रो ने टोक्यो 2020 में चीन के सन पेंगजियांग द्वारा बनाए गए 47.13 मीटर के पैरालंपिक रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया।
–आईएएनएस
आरआर/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 12 सितंबर (आईएएनएस)। पेरिस पैरालंपिक में भाला फेंक ऍफ़ 41 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले नवदीप सिंह ने पैरालंपिक में थ्रो के दौरान आक्रामकता दिखाने के विवाद पर कहा कि पिछले 5-6 साल दिल्ली में ही रहा, तो इधर के हवा-पानी में कुछ ऐसा रहा होगा जो यह हो गया लेकिन बाकी सब कुछ ठीक है।
नवदीप ने आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा, ”देखिये परिश्रम लगता है। मेहनत लगती है। वो सारी चीजें हो जाती हैं। मैं पिछले 5-6 साल ट्रेनिंग के लिए दिल्ली रहा। इधर के हवा -पानी में ऐसा कुछ होगा जो यह सब हो गया लेकिन बाकी सब ठीक है।”
उन्होंने कहा,” हम कोई लक्ष्य रखकर नहीं गए थे, ज्यादा टारगेट नहीं रखा था। अगर ज्यादा सोच कर जाएंगे तो परेशानी ही होगी। लेकिन टारगेट से ज्यादा ही फेंका। मेरे प्रदर्शन से कोच भी खुश हैं, मैं भी खुश हूँ। कोच ने मुझे शाबाशी दी और कहा कि पैरा एथलीट हमारी ताकत हैं। उन्होंने मुझे भविष्य के लिए भी इसी तरह प्रदर्शन जारी रखने को कहा। ”
नवदीप ने साथ ही कहा,” अब कुछ ब्रेक लेंगे और वापस घर पानीपत जाएंगे। परिवार वाले एयरपोर्ट आये थे, वो खुश हैं तो मैं भी खुश हूँ।”
उल्लेखनीय है कि नवदीप सिंह ने पेरिस 2024 पैरालंपिक में पुरुषों की भाला फेंक ऍफ़ 41 श्रेणी में 47.32 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता और इस श्रेणी में भारत का पहला पदक हासिल किया।
नवदीप के पदक जीतने वाले थ्रो ने टोक्यो 2020 में चीन के सन पेंगजियांग द्वारा बनाए गए 47.13 मीटर के पैरालंपिक रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया।
–आईएएनएस
आरआर/
नई दिल्ली, 12 सितंबर (आईएएनएस)। पेरिस पैरालंपिक में भाला फेंक ऍफ़ 41 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले नवदीप सिंह ने पैरालंपिक में थ्रो के दौरान आक्रामकता दिखाने के विवाद पर कहा कि पिछले 5-6 साल दिल्ली में ही रहा, तो इधर के हवा-पानी में कुछ ऐसा रहा होगा जो यह हो गया लेकिन बाकी सब कुछ ठीक है।
नवदीप ने आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा, ”देखिये परिश्रम लगता है। मेहनत लगती है। वो सारी चीजें हो जाती हैं। मैं पिछले 5-6 साल ट्रेनिंग के लिए दिल्ली रहा। इधर के हवा -पानी में ऐसा कुछ होगा जो यह सब हो गया लेकिन बाकी सब ठीक है।”
उन्होंने कहा,” हम कोई लक्ष्य रखकर नहीं गए थे, ज्यादा टारगेट नहीं रखा था। अगर ज्यादा सोच कर जाएंगे तो परेशानी ही होगी। लेकिन टारगेट से ज्यादा ही फेंका। मेरे प्रदर्शन से कोच भी खुश हैं, मैं भी खुश हूँ। कोच ने मुझे शाबाशी दी और कहा कि पैरा एथलीट हमारी ताकत हैं। उन्होंने मुझे भविष्य के लिए भी इसी तरह प्रदर्शन जारी रखने को कहा। ”
नवदीप ने साथ ही कहा,” अब कुछ ब्रेक लेंगे और वापस घर पानीपत जाएंगे। परिवार वाले एयरपोर्ट आये थे, वो खुश हैं तो मैं भी खुश हूँ।”
उल्लेखनीय है कि नवदीप सिंह ने पेरिस 2024 पैरालंपिक में पुरुषों की भाला फेंक ऍफ़ 41 श्रेणी में 47.32 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता और इस श्रेणी में भारत का पहला पदक हासिल किया।
नवदीप के पदक जीतने वाले थ्रो ने टोक्यो 2020 में चीन के सन पेंगजियांग द्वारा बनाए गए 47.13 मीटर के पैरालंपिक रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया।
–आईएएनएस
आरआर/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 12 सितंबर (आईएएनएस)। पेरिस पैरालंपिक में भाला फेंक ऍफ़ 41 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले नवदीप सिंह ने पैरालंपिक में थ्रो के दौरान आक्रामकता दिखाने के विवाद पर कहा कि पिछले 5-6 साल दिल्ली में ही रहा, तो इधर के हवा-पानी में कुछ ऐसा रहा होगा जो यह हो गया लेकिन बाकी सब कुछ ठीक है।
नवदीप ने आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा, ”देखिये परिश्रम लगता है। मेहनत लगती है। वो सारी चीजें हो जाती हैं। मैं पिछले 5-6 साल ट्रेनिंग के लिए दिल्ली रहा। इधर के हवा -पानी में ऐसा कुछ होगा जो यह सब हो गया लेकिन बाकी सब ठीक है।”
उन्होंने कहा,” हम कोई लक्ष्य रखकर नहीं गए थे, ज्यादा टारगेट नहीं रखा था। अगर ज्यादा सोच कर जाएंगे तो परेशानी ही होगी। लेकिन टारगेट से ज्यादा ही फेंका। मेरे प्रदर्शन से कोच भी खुश हैं, मैं भी खुश हूँ। कोच ने मुझे शाबाशी दी और कहा कि पैरा एथलीट हमारी ताकत हैं। उन्होंने मुझे भविष्य के लिए भी इसी तरह प्रदर्शन जारी रखने को कहा। ”
नवदीप ने साथ ही कहा,” अब कुछ ब्रेक लेंगे और वापस घर पानीपत जाएंगे। परिवार वाले एयरपोर्ट आये थे, वो खुश हैं तो मैं भी खुश हूँ।”
उल्लेखनीय है कि नवदीप सिंह ने पेरिस 2024 पैरालंपिक में पुरुषों की भाला फेंक ऍफ़ 41 श्रेणी में 47.32 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता और इस श्रेणी में भारत का पहला पदक हासिल किया।
नवदीप के पदक जीतने वाले थ्रो ने टोक्यो 2020 में चीन के सन पेंगजियांग द्वारा बनाए गए 47.13 मीटर के पैरालंपिक रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया।
–आईएएनएस
आरआर/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 12 सितंबर (आईएएनएस)। पेरिस पैरालंपिक में भाला फेंक ऍफ़ 41 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले नवदीप सिंह ने पैरालंपिक में थ्रो के दौरान आक्रामकता दिखाने के विवाद पर कहा कि पिछले 5-6 साल दिल्ली में ही रहा, तो इधर के हवा-पानी में कुछ ऐसा रहा होगा जो यह हो गया लेकिन बाकी सब कुछ ठीक है।
नवदीप ने आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा, ”देखिये परिश्रम लगता है। मेहनत लगती है। वो सारी चीजें हो जाती हैं। मैं पिछले 5-6 साल ट्रेनिंग के लिए दिल्ली रहा। इधर के हवा -पानी में ऐसा कुछ होगा जो यह सब हो गया लेकिन बाकी सब ठीक है।”
उन्होंने कहा,” हम कोई लक्ष्य रखकर नहीं गए थे, ज्यादा टारगेट नहीं रखा था। अगर ज्यादा सोच कर जाएंगे तो परेशानी ही होगी। लेकिन टारगेट से ज्यादा ही फेंका। मेरे प्रदर्शन से कोच भी खुश हैं, मैं भी खुश हूँ। कोच ने मुझे शाबाशी दी और कहा कि पैरा एथलीट हमारी ताकत हैं। उन्होंने मुझे भविष्य के लिए भी इसी तरह प्रदर्शन जारी रखने को कहा। ”
नवदीप ने साथ ही कहा,” अब कुछ ब्रेक लेंगे और वापस घर पानीपत जाएंगे। परिवार वाले एयरपोर्ट आये थे, वो खुश हैं तो मैं भी खुश हूँ।”
उल्लेखनीय है कि नवदीप सिंह ने पेरिस 2024 पैरालंपिक में पुरुषों की भाला फेंक ऍफ़ 41 श्रेणी में 47.32 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता और इस श्रेणी में भारत का पहला पदक हासिल किया।
नवदीप के पदक जीतने वाले थ्रो ने टोक्यो 2020 में चीन के सन पेंगजियांग द्वारा बनाए गए 47.13 मीटर के पैरालंपिक रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया।
–आईएएनएस
आरआर/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 12 सितंबर (आईएएनएस)। पेरिस पैरालंपिक में भाला फेंक ऍफ़ 41 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले नवदीप सिंह ने पैरालंपिक में थ्रो के दौरान आक्रामकता दिखाने के विवाद पर कहा कि पिछले 5-6 साल दिल्ली में ही रहा, तो इधर के हवा-पानी में कुछ ऐसा रहा होगा जो यह हो गया लेकिन बाकी सब कुछ ठीक है।
नवदीप ने आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा, ”देखिये परिश्रम लगता है। मेहनत लगती है। वो सारी चीजें हो जाती हैं। मैं पिछले 5-6 साल ट्रेनिंग के लिए दिल्ली रहा। इधर के हवा -पानी में ऐसा कुछ होगा जो यह सब हो गया लेकिन बाकी सब ठीक है।”
उन्होंने कहा,” हम कोई लक्ष्य रखकर नहीं गए थे, ज्यादा टारगेट नहीं रखा था। अगर ज्यादा सोच कर जाएंगे तो परेशानी ही होगी। लेकिन टारगेट से ज्यादा ही फेंका। मेरे प्रदर्शन से कोच भी खुश हैं, मैं भी खुश हूँ। कोच ने मुझे शाबाशी दी और कहा कि पैरा एथलीट हमारी ताकत हैं। उन्होंने मुझे भविष्य के लिए भी इसी तरह प्रदर्शन जारी रखने को कहा। ”
नवदीप ने साथ ही कहा,” अब कुछ ब्रेक लेंगे और वापस घर पानीपत जाएंगे। परिवार वाले एयरपोर्ट आये थे, वो खुश हैं तो मैं भी खुश हूँ।”
उल्लेखनीय है कि नवदीप सिंह ने पेरिस 2024 पैरालंपिक में पुरुषों की भाला फेंक ऍफ़ 41 श्रेणी में 47.32 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता और इस श्रेणी में भारत का पहला पदक हासिल किया।
नवदीप के पदक जीतने वाले थ्रो ने टोक्यो 2020 में चीन के सन पेंगजियांग द्वारा बनाए गए 47.13 मीटर के पैरालंपिक रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया।
–आईएएनएस
आरआर/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 12 सितंबर (आईएएनएस)। पेरिस पैरालंपिक में भाला फेंक ऍफ़ 41 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले नवदीप सिंह ने पैरालंपिक में थ्रो के दौरान आक्रामकता दिखाने के विवाद पर कहा कि पिछले 5-6 साल दिल्ली में ही रहा, तो इधर के हवा-पानी में कुछ ऐसा रहा होगा जो यह हो गया लेकिन बाकी सब कुछ ठीक है।
नवदीप ने आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा, ”देखिये परिश्रम लगता है। मेहनत लगती है। वो सारी चीजें हो जाती हैं। मैं पिछले 5-6 साल ट्रेनिंग के लिए दिल्ली रहा। इधर के हवा -पानी में ऐसा कुछ होगा जो यह सब हो गया लेकिन बाकी सब ठीक है।”
उन्होंने कहा,” हम कोई लक्ष्य रखकर नहीं गए थे, ज्यादा टारगेट नहीं रखा था। अगर ज्यादा सोच कर जाएंगे तो परेशानी ही होगी। लेकिन टारगेट से ज्यादा ही फेंका। मेरे प्रदर्शन से कोच भी खुश हैं, मैं भी खुश हूँ। कोच ने मुझे शाबाशी दी और कहा कि पैरा एथलीट हमारी ताकत हैं। उन्होंने मुझे भविष्य के लिए भी इसी तरह प्रदर्शन जारी रखने को कहा। ”
नवदीप ने साथ ही कहा,” अब कुछ ब्रेक लेंगे और वापस घर पानीपत जाएंगे। परिवार वाले एयरपोर्ट आये थे, वो खुश हैं तो मैं भी खुश हूँ।”
उल्लेखनीय है कि नवदीप सिंह ने पेरिस 2024 पैरालंपिक में पुरुषों की भाला फेंक ऍफ़ 41 श्रेणी में 47.32 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता और इस श्रेणी में भारत का पहला पदक हासिल किया।
नवदीप के पदक जीतने वाले थ्रो ने टोक्यो 2020 में चीन के सन पेंगजियांग द्वारा बनाए गए 47.13 मीटर के पैरालंपिक रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया।
–आईएएनएस
आरआर/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 12 सितंबर (आईएएनएस)। पेरिस पैरालंपिक में भाला फेंक ऍफ़ 41 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले नवदीप सिंह ने पैरालंपिक में थ्रो के दौरान आक्रामकता दिखाने के विवाद पर कहा कि पिछले 5-6 साल दिल्ली में ही रहा, तो इधर के हवा-पानी में कुछ ऐसा रहा होगा जो यह हो गया लेकिन बाकी सब कुछ ठीक है।
नवदीप ने आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा, ”देखिये परिश्रम लगता है। मेहनत लगती है। वो सारी चीजें हो जाती हैं। मैं पिछले 5-6 साल ट्रेनिंग के लिए दिल्ली रहा। इधर के हवा -पानी में ऐसा कुछ होगा जो यह सब हो गया लेकिन बाकी सब ठीक है।”
उन्होंने कहा,” हम कोई लक्ष्य रखकर नहीं गए थे, ज्यादा टारगेट नहीं रखा था। अगर ज्यादा सोच कर जाएंगे तो परेशानी ही होगी। लेकिन टारगेट से ज्यादा ही फेंका। मेरे प्रदर्शन से कोच भी खुश हैं, मैं भी खुश हूँ। कोच ने मुझे शाबाशी दी और कहा कि पैरा एथलीट हमारी ताकत हैं। उन्होंने मुझे भविष्य के लिए भी इसी तरह प्रदर्शन जारी रखने को कहा। ”
नवदीप ने साथ ही कहा,” अब कुछ ब्रेक लेंगे और वापस घर पानीपत जाएंगे। परिवार वाले एयरपोर्ट आये थे, वो खुश हैं तो मैं भी खुश हूँ।”
उल्लेखनीय है कि नवदीप सिंह ने पेरिस 2024 पैरालंपिक में पुरुषों की भाला फेंक ऍफ़ 41 श्रेणी में 47.32 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता और इस श्रेणी में भारत का पहला पदक हासिल किया।
नवदीप के पदक जीतने वाले थ्रो ने टोक्यो 2020 में चीन के सन पेंगजियांग द्वारा बनाए गए 47.13 मीटर के पैरालंपिक रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया।
–आईएएनएस
आरआर/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 12 सितंबर (आईएएनएस)। पेरिस पैरालंपिक में भाला फेंक ऍफ़ 41 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले नवदीप सिंह ने पैरालंपिक में थ्रो के दौरान आक्रामकता दिखाने के विवाद पर कहा कि पिछले 5-6 साल दिल्ली में ही रहा, तो इधर के हवा-पानी में कुछ ऐसा रहा होगा जो यह हो गया लेकिन बाकी सब कुछ ठीक है।
नवदीप ने आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा, ”देखिये परिश्रम लगता है। मेहनत लगती है। वो सारी चीजें हो जाती हैं। मैं पिछले 5-6 साल ट्रेनिंग के लिए दिल्ली रहा। इधर के हवा -पानी में ऐसा कुछ होगा जो यह सब हो गया लेकिन बाकी सब ठीक है।”
उन्होंने कहा,” हम कोई लक्ष्य रखकर नहीं गए थे, ज्यादा टारगेट नहीं रखा था। अगर ज्यादा सोच कर जाएंगे तो परेशानी ही होगी। लेकिन टारगेट से ज्यादा ही फेंका। मेरे प्रदर्शन से कोच भी खुश हैं, मैं भी खुश हूँ। कोच ने मुझे शाबाशी दी और कहा कि पैरा एथलीट हमारी ताकत हैं। उन्होंने मुझे भविष्य के लिए भी इसी तरह प्रदर्शन जारी रखने को कहा। ”
नवदीप ने साथ ही कहा,” अब कुछ ब्रेक लेंगे और वापस घर पानीपत जाएंगे। परिवार वाले एयरपोर्ट आये थे, वो खुश हैं तो मैं भी खुश हूँ।”
उल्लेखनीय है कि नवदीप सिंह ने पेरिस 2024 पैरालंपिक में पुरुषों की भाला फेंक ऍफ़ 41 श्रेणी में 47.32 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता और इस श्रेणी में भारत का पहला पदक हासिल किया।
नवदीप के पदक जीतने वाले थ्रो ने टोक्यो 2020 में चीन के सन पेंगजियांग द्वारा बनाए गए 47.13 मीटर के पैरालंपिक रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया।
–आईएएनएस
आरआर/
ADVERTISEMENT
नई दिल्ली, 12 सितंबर (आईएएनएस)। पेरिस पैरालंपिक में भाला फेंक ऍफ़ 41 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले नवदीप सिंह ने पैरालंपिक में थ्रो के दौरान आक्रामकता दिखाने के विवाद पर कहा कि पिछले 5-6 साल दिल्ली में ही रहा, तो इधर के हवा-पानी में कुछ ऐसा रहा होगा जो यह हो गया लेकिन बाकी सब कुछ ठीक है।
नवदीप ने आईएएनएस के साथ बातचीत में कहा, ”देखिये परिश्रम लगता है। मेहनत लगती है। वो सारी चीजें हो जाती हैं। मैं पिछले 5-6 साल ट्रेनिंग के लिए दिल्ली रहा। इधर के हवा -पानी में ऐसा कुछ होगा जो यह सब हो गया लेकिन बाकी सब ठीक है।”
उन्होंने कहा,” हम कोई लक्ष्य रखकर नहीं गए थे, ज्यादा टारगेट नहीं रखा था। अगर ज्यादा सोच कर जाएंगे तो परेशानी ही होगी। लेकिन टारगेट से ज्यादा ही फेंका। मेरे प्रदर्शन से कोच भी खुश हैं, मैं भी खुश हूँ। कोच ने मुझे शाबाशी दी और कहा कि पैरा एथलीट हमारी ताकत हैं। उन्होंने मुझे भविष्य के लिए भी इसी तरह प्रदर्शन जारी रखने को कहा। ”
नवदीप ने साथ ही कहा,” अब कुछ ब्रेक लेंगे और वापस घर पानीपत जाएंगे। परिवार वाले एयरपोर्ट आये थे, वो खुश हैं तो मैं भी खुश हूँ।”
उल्लेखनीय है कि नवदीप सिंह ने पेरिस 2024 पैरालंपिक में पुरुषों की भाला फेंक ऍफ़ 41 श्रेणी में 47.32 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता और इस श्रेणी में भारत का पहला पदक हासिल किया।
नवदीप के पदक जीतने वाले थ्रो ने टोक्यो 2020 में चीन के सन पेंगजियांग द्वारा बनाए गए 47.13 मीटर के पैरालंपिक रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया।