नई दिल्ली, 24 जनवरी (आईएएनएस)। वक्फ (संशोधन) विधेयक पर शुक्रवार को चर्चा के दौरान हुए हंगामे के बाद 10 विपक्षी सांसदों को चर्चा से एक दिन के लिए निलंबित कर दिया गया। इसके बाद शाम होते होते कई विपक्षी सांसदों ने लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर निष्पक्ष चर्चा कराए जाने की मांग की। इस पर कांग्रेस सांसद सैयद नसीर हुसैन ने कहा कि दिल्ली चुनाव में फायदा लेने के लिए सरकार जल्दबाजी में यह बिल पास करना चाहती है।
उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए कहा, “यह पूरी स्थिति यह दिखाती है कि सरकार जल्दबाजी में यह बिल पास करना चाहती है। सरकार इसे जल्द से जल्द पास करने के लिए दबाव बना रही है, ताकि दिल्ली चुनाव से पहले इसे संसद में पेश कर सके और फिर चुनावों में इसका इस्तेमाल कर सके।”
उन्होंने आगे कहा, “हमारी मांग बिल्कुल स्पष्ट है कि इस बिल को आखिरी बजट सत्र के आखिरी दिन तक प्रस्तुत किया जाए। तब तक इसकी पूरी तरह से अध्ययन किया जाए, सभी नुकसानों और न्यायिक फैसलों पर चर्चा की जाए। इस बिल के संबंध में गहरी समझ और अध्ययन किया जाना जरूरी है। यह समझना आवश्यक है कि किस तरह से इस कानून के माध्यम से संघर्षों का समाधान किया जा सकता है, और कौन से मुद्दे कैसे हल हो सकते हैं।”
उन्होंने कहा, “जब तक हम इन पहलुओं पर पूरी तरह से विचार नहीं कर लेते, तब तक एक रिपोर्ट तैयार करना मुश्किल है। अब सवाल यह है कि क्या सरकार लोगों की राय सुनना चाहती है? इस पर हमारा कहना है कि इस पर अब तक बहुत से लोगों से सवाल पूछे गए हैं, कई संगठनों से भी राय ली गई है, और कुछ ने अपनी राय बताई है और कुछ ने नहीं। इन सभी का हमें पूरी तरह से अध्ययन करना पड़ेगा।”
उन्होंने कहा, ” जो लोग हमारे टूर के दौरान 18 से 21 तारीख तक शामिल हुए थे, उनकी राय अभी आनी बाकी है। लगता है कि सरकार पहले से ही तय कर चुकी है कि क्या करना है। वे यह दिखाने के लिए कि वे सभी स्टेकहोल्डर्स से बात कर रहे हैं, बैठक कर रहे हैं, लेकिन असल में वे पहले से ही अपनी रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं, और जल्द ही इसे पास कर देंगे।”
–आईएएनएस
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