नई दिल्ली, 18 जनवरी (आईएएनएस)। दक्षिण दिल्ली जिले में स्थित अंबेडकर नगर विधानसभा क्षेत्र एक समय कांग्रेस का गढ़ हुआ करता था, लेकिन यहां आम आदमी पार्टी (आप) ने 2013 में सेंध लगाई। पिछले तीन चुनावों में आप के प्रत्याशी ने ही जीत हासिल की है। हालांकि, इस बार यहां लड़ाई कांटे की है।
दरअसल, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के नाम पर इस विधानसभा का नाम पड़ा है। यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। यह क्षेत्र खानपुर गांव, खानपुर एक्सटेंशन, दक्षिणपुरी, शिव पार्क और जवाहर पार्क से घिरा हुआ है। साल 2008 में परिसीमन हुआ और इसके बाद अंबेडकर नगर विधानसभा में कई और इलाकों को जोड़ा गया।
इस इलाके की सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक जाम और पीने का पानी है। दिल्ली के पॉश इलाके से सटे होने के बाद भी अंबेडकर नगर विधानसभा क्षेत्र के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
आरक्षित सीट होने की वजह से यहां कांग्रेस को फायदा मिलता रहा है। साल 1993 से 2008 तक हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने लगातार जीत हासिल की। हालांकि 2013 में यहां परिवर्तन हुआ और पहली बार चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी का खाता खुला। इसके बाद 2015 और 2020 चुनाव में आप के अजय दत्त ने इस सीट पर जीत हासिल की है जबकि भाजपा अब तक अपना खाता भी नहीं खोल पाई है।
अंबेडकर नगर सीट पर दलित वोटर अहम भूमिका में हैं। यहां मुस्लिम मतदाता आठ फीसद और ईसाई 0.9 फीसद है। इसके अलावा ब्राह्मण और जाट वोटरों की भी अच्छी आबादी है।
आम आदमी पार्टी (आप) ने एक बार फिर अजय दत्त को टिकट दिया है, जो लगातार दो बार यहां से विधायक चुने गए हैं। इसके अलावा भाजपा ने खुशीराम चुनार को मैदान में उतारा है, जो 2020 के चुनाव में दूसरे नंबर पर रहे थे। कांग्रेस ने जय प्रकाश को टिकट दिया है।
यहां से वर्तमान विधायक आप के अजय दत्त हैं, जिन्होंने 2020 चुनाव में जीत हासिल की थी। आप के अजय दत्त को 62,871 वोट मिले थे और उनका वोट शेयर 62.25 फीसद था, जबकि भाजपा के खुशीराम चुनार दूसरे नंबर पर रहे थे, जिन्हें 34,544 वोट मिले थे और वोट शेयर 34.20 फीसद था। इसके अलावा कांग्रेस के यदुराज चौधरी को 2.12 फीसद वोट के साथ 2,138 मत मिले थे।
अंबेडकर नगर विधानसभा में कुल मतदाता 1,62,247 हैं। पुरुष मतदाता 85,242, महिला मतदाता 76,979 और थर्ड जेंडर वोटर 26 हैं।
–आईएएनएस
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