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Home ताज़ा समाचार

दिल्ली : पिछले एक साल में सीएनजी के दाम 38 फीसदी बढ़े, एलपीजी सिलिंडर 22 फीसदी महंगा

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March 16, 2023
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दिल्ली : पिछले एक साल में सीएनजी के दाम 38 फीसदी बढ़े, एलपीजी सिलिंडर 22 फीसदी महंगा
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नई दिल्ली, 16 मार्च (आईएएनएस)। पिछले एक साल की अवधि के दौरान दिल्ली में सीएनजी की कीमत में करीब 38 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जबकि एलपीजी सिलिंडर की कीमत में करीब 22 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (दिल्ली) के लिए सीएनजी की तुलनात्मक कीमत 1 मार्च, 2022 को 57.01 रुपये प्रति किलोग्राम थी और इस साल 1 मार्च को यह बढ़कर 79.56 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।

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इसी तरह एक एलपीजी सिलिंडर (14.4 किलोग्राम) की कीमत एक मार्च 2022 को 899.50 रुपये थी और एक मार्च तक यह 1,103 रुपये हो गई।

भारत अपनी घरेलू एलपीजी खपत का 60 प्रतिशत से अधिक आयात करता है।

औसत सऊदी अनुबंध मूल्य (सीपी), जिस पर घरेलू एलपीजी की कीमतें आधारित हैं, 2019-20 से 2021-22 के दौरान 454 डॉलर/एमटी से बढ़कर 693 डॉलर/एमटी हो गया।

2022-23 के दौरान फरवरी 2023 के लिए सऊदी सीपी 790 डॉलर/एमटी तक बढ़ गया है।

हालांकि, सरकार घरेलू एलपीजी की प्रभावी कीमत को संशोधित करना जारी रखती है।

घरेलू एलपीजी की बिक्री पर सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) को भारी नुकसान हुआ है।

पेट्रोलियम मंत्रालय ने गुरुवार को लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि इन नुकसानों की भरपाई के लिए सरकार ने हाल ही में ओएमसी को 22,000 करोड़ रुपये का एकमुश्त मुआवजा दिया है।

मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा कि सरकार ने प्रधानमंत्री उज्‍जवला योजना (पीएमयूवाई) के लाभार्थियों के लिए वर्ष 2022-23 के लिए 12 रिफिल तक 200 रुपये प्रति 14.2 किलोग्राम सिलेंडर की लक्षित सब्सिडी शुरू की है।

जवाब में कहा गया, सरकार ने प्राकृतिक गैस की कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए कई पहल की हैं। जबकि जनवरी 2021 और फरवरी 2023 के बीच अंतर्राष्ट्रीय गैस सूचकांकों (जेकेएम) में गैस की कीमतों में 228 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है, भारत में सीएनजी मूल्यवृद्धि (दिल्ली प्रतिनिधि बाजार) लगभग 83 प्रतिशत तक सीमित था।

–आईएएनएस

एसजीके/एएनएम

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नई दिल्ली, 16 मार्च (आईएएनएस)। पिछले एक साल की अवधि के दौरान दिल्ली में सीएनजी की कीमत में करीब 38 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जबकि एलपीजी सिलिंडर की कीमत में करीब 22 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (दिल्ली) के लिए सीएनजी की तुलनात्मक कीमत 1 मार्च, 2022 को 57.01 रुपये प्रति किलोग्राम थी और इस साल 1 मार्च को यह बढ़कर 79.56 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।

इसी तरह एक एलपीजी सिलिंडर (14.4 किलोग्राम) की कीमत एक मार्च 2022 को 899.50 रुपये थी और एक मार्च तक यह 1,103 रुपये हो गई।

भारत अपनी घरेलू एलपीजी खपत का 60 प्रतिशत से अधिक आयात करता है।

औसत सऊदी अनुबंध मूल्य (सीपी), जिस पर घरेलू एलपीजी की कीमतें आधारित हैं, 2019-20 से 2021-22 के दौरान 454 डॉलर/एमटी से बढ़कर 693 डॉलर/एमटी हो गया।

2022-23 के दौरान फरवरी 2023 के लिए सऊदी सीपी 790 डॉलर/एमटी तक बढ़ गया है।

हालांकि, सरकार घरेलू एलपीजी की प्रभावी कीमत को संशोधित करना जारी रखती है।

घरेलू एलपीजी की बिक्री पर सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) को भारी नुकसान हुआ है।

पेट्रोलियम मंत्रालय ने गुरुवार को लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि इन नुकसानों की भरपाई के लिए सरकार ने हाल ही में ओएमसी को 22,000 करोड़ रुपये का एकमुश्त मुआवजा दिया है।

मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा कि सरकार ने प्रधानमंत्री उज्‍जवला योजना (पीएमयूवाई) के लाभार्थियों के लिए वर्ष 2022-23 के लिए 12 रिफिल तक 200 रुपये प्रति 14.2 किलोग्राम सिलेंडर की लक्षित सब्सिडी शुरू की है।

जवाब में कहा गया, सरकार ने प्राकृतिक गैस की कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए कई पहल की हैं। जबकि जनवरी 2021 और फरवरी 2023 के बीच अंतर्राष्ट्रीय गैस सूचकांकों (जेकेएम) में गैस की कीमतों में 228 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है, भारत में सीएनजी मूल्यवृद्धि (दिल्ली प्रतिनिधि बाजार) लगभग 83 प्रतिशत तक सीमित था।

–आईएएनएस

एसजीके/एएनएम

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नई दिल्ली, 16 मार्च (आईएएनएस)। पिछले एक साल की अवधि के दौरान दिल्ली में सीएनजी की कीमत में करीब 38 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जबकि एलपीजी सिलिंडर की कीमत में करीब 22 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (दिल्ली) के लिए सीएनजी की तुलनात्मक कीमत 1 मार्च, 2022 को 57.01 रुपये प्रति किलोग्राम थी और इस साल 1 मार्च को यह बढ़कर 79.56 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।

इसी तरह एक एलपीजी सिलिंडर (14.4 किलोग्राम) की कीमत एक मार्च 2022 को 899.50 रुपये थी और एक मार्च तक यह 1,103 रुपये हो गई।

भारत अपनी घरेलू एलपीजी खपत का 60 प्रतिशत से अधिक आयात करता है।

औसत सऊदी अनुबंध मूल्य (सीपी), जिस पर घरेलू एलपीजी की कीमतें आधारित हैं, 2019-20 से 2021-22 के दौरान 454 डॉलर/एमटी से बढ़कर 693 डॉलर/एमटी हो गया।

2022-23 के दौरान फरवरी 2023 के लिए सऊदी सीपी 790 डॉलर/एमटी तक बढ़ गया है।

हालांकि, सरकार घरेलू एलपीजी की प्रभावी कीमत को संशोधित करना जारी रखती है।

घरेलू एलपीजी की बिक्री पर सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) को भारी नुकसान हुआ है।

पेट्रोलियम मंत्रालय ने गुरुवार को लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि इन नुकसानों की भरपाई के लिए सरकार ने हाल ही में ओएमसी को 22,000 करोड़ रुपये का एकमुश्त मुआवजा दिया है।

मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा कि सरकार ने प्रधानमंत्री उज्‍जवला योजना (पीएमयूवाई) के लाभार्थियों के लिए वर्ष 2022-23 के लिए 12 रिफिल तक 200 रुपये प्रति 14.2 किलोग्राम सिलेंडर की लक्षित सब्सिडी शुरू की है।

जवाब में कहा गया, सरकार ने प्राकृतिक गैस की कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए कई पहल की हैं। जबकि जनवरी 2021 और फरवरी 2023 के बीच अंतर्राष्ट्रीय गैस सूचकांकों (जेकेएम) में गैस की कीमतों में 228 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है, भारत में सीएनजी मूल्यवृद्धि (दिल्ली प्रतिनिधि बाजार) लगभग 83 प्रतिशत तक सीमित था।

–आईएएनएस

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नई दिल्ली, 16 मार्च (आईएएनएस)। पिछले एक साल की अवधि के दौरान दिल्ली में सीएनजी की कीमत में करीब 38 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जबकि एलपीजी सिलिंडर की कीमत में करीब 22 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (दिल्ली) के लिए सीएनजी की तुलनात्मक कीमत 1 मार्च, 2022 को 57.01 रुपये प्रति किलोग्राम थी और इस साल 1 मार्च को यह बढ़कर 79.56 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।

इसी तरह एक एलपीजी सिलिंडर (14.4 किलोग्राम) की कीमत एक मार्च 2022 को 899.50 रुपये थी और एक मार्च तक यह 1,103 रुपये हो गई।

भारत अपनी घरेलू एलपीजी खपत का 60 प्रतिशत से अधिक आयात करता है।

औसत सऊदी अनुबंध मूल्य (सीपी), जिस पर घरेलू एलपीजी की कीमतें आधारित हैं, 2019-20 से 2021-22 के दौरान 454 डॉलर/एमटी से बढ़कर 693 डॉलर/एमटी हो गया।

2022-23 के दौरान फरवरी 2023 के लिए सऊदी सीपी 790 डॉलर/एमटी तक बढ़ गया है।

हालांकि, सरकार घरेलू एलपीजी की प्रभावी कीमत को संशोधित करना जारी रखती है।

घरेलू एलपीजी की बिक्री पर सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) को भारी नुकसान हुआ है।

पेट्रोलियम मंत्रालय ने गुरुवार को लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि इन नुकसानों की भरपाई के लिए सरकार ने हाल ही में ओएमसी को 22,000 करोड़ रुपये का एकमुश्त मुआवजा दिया है।

मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा कि सरकार ने प्रधानमंत्री उज्‍जवला योजना (पीएमयूवाई) के लाभार्थियों के लिए वर्ष 2022-23 के लिए 12 रिफिल तक 200 रुपये प्रति 14.2 किलोग्राम सिलेंडर की लक्षित सब्सिडी शुरू की है।

जवाब में कहा गया, सरकार ने प्राकृतिक गैस की कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए कई पहल की हैं। जबकि जनवरी 2021 और फरवरी 2023 के बीच अंतर्राष्ट्रीय गैस सूचकांकों (जेकेएम) में गैस की कीमतों में 228 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है, भारत में सीएनजी मूल्यवृद्धि (दिल्ली प्रतिनिधि बाजार) लगभग 83 प्रतिशत तक सीमित था।

–आईएएनएस

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नई दिल्ली, 16 मार्च (आईएएनएस)। पिछले एक साल की अवधि के दौरान दिल्ली में सीएनजी की कीमत में करीब 38 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जबकि एलपीजी सिलिंडर की कीमत में करीब 22 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (दिल्ली) के लिए सीएनजी की तुलनात्मक कीमत 1 मार्च, 2022 को 57.01 रुपये प्रति किलोग्राम थी और इस साल 1 मार्च को यह बढ़कर 79.56 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।

इसी तरह एक एलपीजी सिलिंडर (14.4 किलोग्राम) की कीमत एक मार्च 2022 को 899.50 रुपये थी और एक मार्च तक यह 1,103 रुपये हो गई।

भारत अपनी घरेलू एलपीजी खपत का 60 प्रतिशत से अधिक आयात करता है।

औसत सऊदी अनुबंध मूल्य (सीपी), जिस पर घरेलू एलपीजी की कीमतें आधारित हैं, 2019-20 से 2021-22 के दौरान 454 डॉलर/एमटी से बढ़कर 693 डॉलर/एमटी हो गया।

2022-23 के दौरान फरवरी 2023 के लिए सऊदी सीपी 790 डॉलर/एमटी तक बढ़ गया है।

हालांकि, सरकार घरेलू एलपीजी की प्रभावी कीमत को संशोधित करना जारी रखती है।

घरेलू एलपीजी की बिक्री पर सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) को भारी नुकसान हुआ है।

पेट्रोलियम मंत्रालय ने गुरुवार को लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि इन नुकसानों की भरपाई के लिए सरकार ने हाल ही में ओएमसी को 22,000 करोड़ रुपये का एकमुश्त मुआवजा दिया है।

मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा कि सरकार ने प्रधानमंत्री उज्‍जवला योजना (पीएमयूवाई) के लाभार्थियों के लिए वर्ष 2022-23 के लिए 12 रिफिल तक 200 रुपये प्रति 14.2 किलोग्राम सिलेंडर की लक्षित सब्सिडी शुरू की है।

जवाब में कहा गया, सरकार ने प्राकृतिक गैस की कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए कई पहल की हैं। जबकि जनवरी 2021 और फरवरी 2023 के बीच अंतर्राष्ट्रीय गैस सूचकांकों (जेकेएम) में गैस की कीमतों में 228 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है, भारत में सीएनजी मूल्यवृद्धि (दिल्ली प्रतिनिधि बाजार) लगभग 83 प्रतिशत तक सीमित था।

–आईएएनएस

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नई दिल्ली, 16 मार्च (आईएएनएस)। पिछले एक साल की अवधि के दौरान दिल्ली में सीएनजी की कीमत में करीब 38 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जबकि एलपीजी सिलिंडर की कीमत में करीब 22 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (दिल्ली) के लिए सीएनजी की तुलनात्मक कीमत 1 मार्च, 2022 को 57.01 रुपये प्रति किलोग्राम थी और इस साल 1 मार्च को यह बढ़कर 79.56 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।

इसी तरह एक एलपीजी सिलिंडर (14.4 किलोग्राम) की कीमत एक मार्च 2022 को 899.50 रुपये थी और एक मार्च तक यह 1,103 रुपये हो गई।

भारत अपनी घरेलू एलपीजी खपत का 60 प्रतिशत से अधिक आयात करता है।

औसत सऊदी अनुबंध मूल्य (सीपी), जिस पर घरेलू एलपीजी की कीमतें आधारित हैं, 2019-20 से 2021-22 के दौरान 454 डॉलर/एमटी से बढ़कर 693 डॉलर/एमटी हो गया।

2022-23 के दौरान फरवरी 2023 के लिए सऊदी सीपी 790 डॉलर/एमटी तक बढ़ गया है।

हालांकि, सरकार घरेलू एलपीजी की प्रभावी कीमत को संशोधित करना जारी रखती है।

घरेलू एलपीजी की बिक्री पर सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) को भारी नुकसान हुआ है।

पेट्रोलियम मंत्रालय ने गुरुवार को लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि इन नुकसानों की भरपाई के लिए सरकार ने हाल ही में ओएमसी को 22,000 करोड़ रुपये का एकमुश्त मुआवजा दिया है।

मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा कि सरकार ने प्रधानमंत्री उज्‍जवला योजना (पीएमयूवाई) के लाभार्थियों के लिए वर्ष 2022-23 के लिए 12 रिफिल तक 200 रुपये प्रति 14.2 किलोग्राम सिलेंडर की लक्षित सब्सिडी शुरू की है।

जवाब में कहा गया, सरकार ने प्राकृतिक गैस की कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए कई पहल की हैं। जबकि जनवरी 2021 और फरवरी 2023 के बीच अंतर्राष्ट्रीय गैस सूचकांकों (जेकेएम) में गैस की कीमतों में 228 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है, भारत में सीएनजी मूल्यवृद्धि (दिल्ली प्रतिनिधि बाजार) लगभग 83 प्रतिशत तक सीमित था।

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नई दिल्ली, 16 मार्च (आईएएनएस)। पिछले एक साल की अवधि के दौरान दिल्ली में सीएनजी की कीमत में करीब 38 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जबकि एलपीजी सिलिंडर की कीमत में करीब 22 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (दिल्ली) के लिए सीएनजी की तुलनात्मक कीमत 1 मार्च, 2022 को 57.01 रुपये प्रति किलोग्राम थी और इस साल 1 मार्च को यह बढ़कर 79.56 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।

इसी तरह एक एलपीजी सिलिंडर (14.4 किलोग्राम) की कीमत एक मार्च 2022 को 899.50 रुपये थी और एक मार्च तक यह 1,103 रुपये हो गई।

भारत अपनी घरेलू एलपीजी खपत का 60 प्रतिशत से अधिक आयात करता है।

औसत सऊदी अनुबंध मूल्य (सीपी), जिस पर घरेलू एलपीजी की कीमतें आधारित हैं, 2019-20 से 2021-22 के दौरान 454 डॉलर/एमटी से बढ़कर 693 डॉलर/एमटी हो गया।

2022-23 के दौरान फरवरी 2023 के लिए सऊदी सीपी 790 डॉलर/एमटी तक बढ़ गया है।

हालांकि, सरकार घरेलू एलपीजी की प्रभावी कीमत को संशोधित करना जारी रखती है।

घरेलू एलपीजी की बिक्री पर सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) को भारी नुकसान हुआ है।

पेट्रोलियम मंत्रालय ने गुरुवार को लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि इन नुकसानों की भरपाई के लिए सरकार ने हाल ही में ओएमसी को 22,000 करोड़ रुपये का एकमुश्त मुआवजा दिया है।

मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा कि सरकार ने प्रधानमंत्री उज्‍जवला योजना (पीएमयूवाई) के लाभार्थियों के लिए वर्ष 2022-23 के लिए 12 रिफिल तक 200 रुपये प्रति 14.2 किलोग्राम सिलेंडर की लक्षित सब्सिडी शुरू की है।

जवाब में कहा गया, सरकार ने प्राकृतिक गैस की कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए कई पहल की हैं। जबकि जनवरी 2021 और फरवरी 2023 के बीच अंतर्राष्ट्रीय गैस सूचकांकों (जेकेएम) में गैस की कीमतों में 228 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है, भारत में सीएनजी मूल्यवृद्धि (दिल्ली प्रतिनिधि बाजार) लगभग 83 प्रतिशत तक सीमित था।

–आईएएनएस

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नई दिल्ली, 16 मार्च (आईएएनएस)। पिछले एक साल की अवधि के दौरान दिल्ली में सीएनजी की कीमत में करीब 38 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जबकि एलपीजी सिलिंडर की कीमत में करीब 22 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (दिल्ली) के लिए सीएनजी की तुलनात्मक कीमत 1 मार्च, 2022 को 57.01 रुपये प्रति किलोग्राम थी और इस साल 1 मार्च को यह बढ़कर 79.56 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।

इसी तरह एक एलपीजी सिलिंडर (14.4 किलोग्राम) की कीमत एक मार्च 2022 को 899.50 रुपये थी और एक मार्च तक यह 1,103 रुपये हो गई।

भारत अपनी घरेलू एलपीजी खपत का 60 प्रतिशत से अधिक आयात करता है।

औसत सऊदी अनुबंध मूल्य (सीपी), जिस पर घरेलू एलपीजी की कीमतें आधारित हैं, 2019-20 से 2021-22 के दौरान 454 डॉलर/एमटी से बढ़कर 693 डॉलर/एमटी हो गया।

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हालांकि, सरकार घरेलू एलपीजी की प्रभावी कीमत को संशोधित करना जारी रखती है।

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मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा कि सरकार ने प्रधानमंत्री उज्‍जवला योजना (पीएमयूवाई) के लाभार्थियों के लिए वर्ष 2022-23 के लिए 12 रिफिल तक 200 रुपये प्रति 14.2 किलोग्राम सिलेंडर की लक्षित सब्सिडी शुरू की है।

जवाब में कहा गया, सरकार ने प्राकृतिक गैस की कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए कई पहल की हैं। जबकि जनवरी 2021 और फरवरी 2023 के बीच अंतर्राष्ट्रीय गैस सूचकांकों (जेकेएम) में गैस की कीमतों में 228 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है, भारत में सीएनजी मूल्यवृद्धि (दिल्ली प्रतिनिधि बाजार) लगभग 83 प्रतिशत तक सीमित था।

–आईएएनएस

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नई दिल्ली, 16 मार्च (आईएएनएस)। पिछले एक साल की अवधि के दौरान दिल्ली में सीएनजी की कीमत में करीब 38 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जबकि एलपीजी सिलिंडर की कीमत में करीब 22 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (दिल्ली) के लिए सीएनजी की तुलनात्मक कीमत 1 मार्च, 2022 को 57.01 रुपये प्रति किलोग्राम थी और इस साल 1 मार्च को यह बढ़कर 79.56 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।

इसी तरह एक एलपीजी सिलिंडर (14.4 किलोग्राम) की कीमत एक मार्च 2022 को 899.50 रुपये थी और एक मार्च तक यह 1,103 रुपये हो गई।

भारत अपनी घरेलू एलपीजी खपत का 60 प्रतिशत से अधिक आयात करता है।

औसत सऊदी अनुबंध मूल्य (सीपी), जिस पर घरेलू एलपीजी की कीमतें आधारित हैं, 2019-20 से 2021-22 के दौरान 454 डॉलर/एमटी से बढ़कर 693 डॉलर/एमटी हो गया।

2022-23 के दौरान फरवरी 2023 के लिए सऊदी सीपी 790 डॉलर/एमटी तक बढ़ गया है।

हालांकि, सरकार घरेलू एलपीजी की प्रभावी कीमत को संशोधित करना जारी रखती है।

घरेलू एलपीजी की बिक्री पर सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) को भारी नुकसान हुआ है।

पेट्रोलियम मंत्रालय ने गुरुवार को लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि इन नुकसानों की भरपाई के लिए सरकार ने हाल ही में ओएमसी को 22,000 करोड़ रुपये का एकमुश्त मुआवजा दिया है।

मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा कि सरकार ने प्रधानमंत्री उज्‍जवला योजना (पीएमयूवाई) के लाभार्थियों के लिए वर्ष 2022-23 के लिए 12 रिफिल तक 200 रुपये प्रति 14.2 किलोग्राम सिलेंडर की लक्षित सब्सिडी शुरू की है।

जवाब में कहा गया, सरकार ने प्राकृतिक गैस की कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए कई पहल की हैं। जबकि जनवरी 2021 और फरवरी 2023 के बीच अंतर्राष्ट्रीय गैस सूचकांकों (जेकेएम) में गैस की कीमतों में 228 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है, भारत में सीएनजी मूल्यवृद्धि (दिल्ली प्रतिनिधि बाजार) लगभग 83 प्रतिशत तक सीमित था।

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इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (दिल्ली) के लिए सीएनजी की तुलनात्मक कीमत 1 मार्च, 2022 को 57.01 रुपये प्रति किलोग्राम थी और इस साल 1 मार्च को यह बढ़कर 79.56 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।

इसी तरह एक एलपीजी सिलिंडर (14.4 किलोग्राम) की कीमत एक मार्च 2022 को 899.50 रुपये थी और एक मार्च तक यह 1,103 रुपये हो गई।

भारत अपनी घरेलू एलपीजी खपत का 60 प्रतिशत से अधिक आयात करता है।

औसत सऊदी अनुबंध मूल्य (सीपी), जिस पर घरेलू एलपीजी की कीमतें आधारित हैं, 2019-20 से 2021-22 के दौरान 454 डॉलर/एमटी से बढ़कर 693 डॉलर/एमटी हो गया।

2022-23 के दौरान फरवरी 2023 के लिए सऊदी सीपी 790 डॉलर/एमटी तक बढ़ गया है।

हालांकि, सरकार घरेलू एलपीजी की प्रभावी कीमत को संशोधित करना जारी रखती है।

घरेलू एलपीजी की बिक्री पर सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) को भारी नुकसान हुआ है।

पेट्रोलियम मंत्रालय ने गुरुवार को लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि इन नुकसानों की भरपाई के लिए सरकार ने हाल ही में ओएमसी को 22,000 करोड़ रुपये का एकमुश्त मुआवजा दिया है।

मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा कि सरकार ने प्रधानमंत्री उज्‍जवला योजना (पीएमयूवाई) के लाभार्थियों के लिए वर्ष 2022-23 के लिए 12 रिफिल तक 200 रुपये प्रति 14.2 किलोग्राम सिलेंडर की लक्षित सब्सिडी शुरू की है।

जवाब में कहा गया, सरकार ने प्राकृतिक गैस की कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए कई पहल की हैं। जबकि जनवरी 2021 और फरवरी 2023 के बीच अंतर्राष्ट्रीय गैस सूचकांकों (जेकेएम) में गैस की कीमतों में 228 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है, भारत में सीएनजी मूल्यवृद्धि (दिल्ली प्रतिनिधि बाजार) लगभग 83 प्रतिशत तक सीमित था।

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नई दिल्ली, 16 मार्च (आईएएनएस)। पिछले एक साल की अवधि के दौरान दिल्ली में सीएनजी की कीमत में करीब 38 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जबकि एलपीजी सिलिंडर की कीमत में करीब 22 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (दिल्ली) के लिए सीएनजी की तुलनात्मक कीमत 1 मार्च, 2022 को 57.01 रुपये प्रति किलोग्राम थी और इस साल 1 मार्च को यह बढ़कर 79.56 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।

इसी तरह एक एलपीजी सिलिंडर (14.4 किलोग्राम) की कीमत एक मार्च 2022 को 899.50 रुपये थी और एक मार्च तक यह 1,103 रुपये हो गई।

भारत अपनी घरेलू एलपीजी खपत का 60 प्रतिशत से अधिक आयात करता है।

औसत सऊदी अनुबंध मूल्य (सीपी), जिस पर घरेलू एलपीजी की कीमतें आधारित हैं, 2019-20 से 2021-22 के दौरान 454 डॉलर/एमटी से बढ़कर 693 डॉलर/एमटी हो गया।

2022-23 के दौरान फरवरी 2023 के लिए सऊदी सीपी 790 डॉलर/एमटी तक बढ़ गया है।

हालांकि, सरकार घरेलू एलपीजी की प्रभावी कीमत को संशोधित करना जारी रखती है।

घरेलू एलपीजी की बिक्री पर सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) को भारी नुकसान हुआ है।

पेट्रोलियम मंत्रालय ने गुरुवार को लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि इन नुकसानों की भरपाई के लिए सरकार ने हाल ही में ओएमसी को 22,000 करोड़ रुपये का एकमुश्त मुआवजा दिया है।

मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा कि सरकार ने प्रधानमंत्री उज्‍जवला योजना (पीएमयूवाई) के लाभार्थियों के लिए वर्ष 2022-23 के लिए 12 रिफिल तक 200 रुपये प्रति 14.2 किलोग्राम सिलेंडर की लक्षित सब्सिडी शुरू की है।

जवाब में कहा गया, सरकार ने प्राकृतिक गैस की कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए कई पहल की हैं। जबकि जनवरी 2021 और फरवरी 2023 के बीच अंतर्राष्ट्रीय गैस सूचकांकों (जेकेएम) में गैस की कीमतों में 228 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है, भारत में सीएनजी मूल्यवृद्धि (दिल्ली प्रतिनिधि बाजार) लगभग 83 प्रतिशत तक सीमित था।

–आईएएनएस

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नई दिल्ली, 16 मार्च (आईएएनएस)। पिछले एक साल की अवधि के दौरान दिल्ली में सीएनजी की कीमत में करीब 38 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जबकि एलपीजी सिलिंडर की कीमत में करीब 22 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (दिल्ली) के लिए सीएनजी की तुलनात्मक कीमत 1 मार्च, 2022 को 57.01 रुपये प्रति किलोग्राम थी और इस साल 1 मार्च को यह बढ़कर 79.56 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।

इसी तरह एक एलपीजी सिलिंडर (14.4 किलोग्राम) की कीमत एक मार्च 2022 को 899.50 रुपये थी और एक मार्च तक यह 1,103 रुपये हो गई।

भारत अपनी घरेलू एलपीजी खपत का 60 प्रतिशत से अधिक आयात करता है।

औसत सऊदी अनुबंध मूल्य (सीपी), जिस पर घरेलू एलपीजी की कीमतें आधारित हैं, 2019-20 से 2021-22 के दौरान 454 डॉलर/एमटी से बढ़कर 693 डॉलर/एमटी हो गया।

2022-23 के दौरान फरवरी 2023 के लिए सऊदी सीपी 790 डॉलर/एमटी तक बढ़ गया है।

हालांकि, सरकार घरेलू एलपीजी की प्रभावी कीमत को संशोधित करना जारी रखती है।

घरेलू एलपीजी की बिक्री पर सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) को भारी नुकसान हुआ है।

पेट्रोलियम मंत्रालय ने गुरुवार को लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि इन नुकसानों की भरपाई के लिए सरकार ने हाल ही में ओएमसी को 22,000 करोड़ रुपये का एकमुश्त मुआवजा दिया है।

मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा कि सरकार ने प्रधानमंत्री उज्‍जवला योजना (पीएमयूवाई) के लाभार्थियों के लिए वर्ष 2022-23 के लिए 12 रिफिल तक 200 रुपये प्रति 14.2 किलोग्राम सिलेंडर की लक्षित सब्सिडी शुरू की है।

जवाब में कहा गया, सरकार ने प्राकृतिक गैस की कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए कई पहल की हैं। जबकि जनवरी 2021 और फरवरी 2023 के बीच अंतर्राष्ट्रीय गैस सूचकांकों (जेकेएम) में गैस की कीमतों में 228 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है, भारत में सीएनजी मूल्यवृद्धि (दिल्ली प्रतिनिधि बाजार) लगभग 83 प्रतिशत तक सीमित था।

–आईएएनएस

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नई दिल्ली, 16 मार्च (आईएएनएस)। पिछले एक साल की अवधि के दौरान दिल्ली में सीएनजी की कीमत में करीब 38 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जबकि एलपीजी सिलिंडर की कीमत में करीब 22 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (दिल्ली) के लिए सीएनजी की तुलनात्मक कीमत 1 मार्च, 2022 को 57.01 रुपये प्रति किलोग्राम थी और इस साल 1 मार्च को यह बढ़कर 79.56 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।

इसी तरह एक एलपीजी सिलिंडर (14.4 किलोग्राम) की कीमत एक मार्च 2022 को 899.50 रुपये थी और एक मार्च तक यह 1,103 रुपये हो गई।

भारत अपनी घरेलू एलपीजी खपत का 60 प्रतिशत से अधिक आयात करता है।

औसत सऊदी अनुबंध मूल्य (सीपी), जिस पर घरेलू एलपीजी की कीमतें आधारित हैं, 2019-20 से 2021-22 के दौरान 454 डॉलर/एमटी से बढ़कर 693 डॉलर/एमटी हो गया।

2022-23 के दौरान फरवरी 2023 के लिए सऊदी सीपी 790 डॉलर/एमटी तक बढ़ गया है।

हालांकि, सरकार घरेलू एलपीजी की प्रभावी कीमत को संशोधित करना जारी रखती है।

घरेलू एलपीजी की बिक्री पर सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) को भारी नुकसान हुआ है।

पेट्रोलियम मंत्रालय ने गुरुवार को लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि इन नुकसानों की भरपाई के लिए सरकार ने हाल ही में ओएमसी को 22,000 करोड़ रुपये का एकमुश्त मुआवजा दिया है।

मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा कि सरकार ने प्रधानमंत्री उज्‍जवला योजना (पीएमयूवाई) के लाभार्थियों के लिए वर्ष 2022-23 के लिए 12 रिफिल तक 200 रुपये प्रति 14.2 किलोग्राम सिलेंडर की लक्षित सब्सिडी शुरू की है।

जवाब में कहा गया, सरकार ने प्राकृतिक गैस की कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए कई पहल की हैं। जबकि जनवरी 2021 और फरवरी 2023 के बीच अंतर्राष्ट्रीय गैस सूचकांकों (जेकेएम) में गैस की कीमतों में 228 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है, भारत में सीएनजी मूल्यवृद्धि (दिल्ली प्रतिनिधि बाजार) लगभग 83 प्रतिशत तक सीमित था।

–आईएएनएस

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नई दिल्ली, 16 मार्च (आईएएनएस)। पिछले एक साल की अवधि के दौरान दिल्ली में सीएनजी की कीमत में करीब 38 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जबकि एलपीजी सिलिंडर की कीमत में करीब 22 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (दिल्ली) के लिए सीएनजी की तुलनात्मक कीमत 1 मार्च, 2022 को 57.01 रुपये प्रति किलोग्राम थी और इस साल 1 मार्च को यह बढ़कर 79.56 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।

इसी तरह एक एलपीजी सिलिंडर (14.4 किलोग्राम) की कीमत एक मार्च 2022 को 899.50 रुपये थी और एक मार्च तक यह 1,103 रुपये हो गई।

भारत अपनी घरेलू एलपीजी खपत का 60 प्रतिशत से अधिक आयात करता है।

औसत सऊदी अनुबंध मूल्य (सीपी), जिस पर घरेलू एलपीजी की कीमतें आधारित हैं, 2019-20 से 2021-22 के दौरान 454 डॉलर/एमटी से बढ़कर 693 डॉलर/एमटी हो गया।

2022-23 के दौरान फरवरी 2023 के लिए सऊदी सीपी 790 डॉलर/एमटी तक बढ़ गया है।

हालांकि, सरकार घरेलू एलपीजी की प्रभावी कीमत को संशोधित करना जारी रखती है।

घरेलू एलपीजी की बिक्री पर सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) को भारी नुकसान हुआ है।

पेट्रोलियम मंत्रालय ने गुरुवार को लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि इन नुकसानों की भरपाई के लिए सरकार ने हाल ही में ओएमसी को 22,000 करोड़ रुपये का एकमुश्त मुआवजा दिया है।

मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा कि सरकार ने प्रधानमंत्री उज्‍जवला योजना (पीएमयूवाई) के लाभार्थियों के लिए वर्ष 2022-23 के लिए 12 रिफिल तक 200 रुपये प्रति 14.2 किलोग्राम सिलेंडर की लक्षित सब्सिडी शुरू की है।

जवाब में कहा गया, सरकार ने प्राकृतिक गैस की कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए कई पहल की हैं। जबकि जनवरी 2021 और फरवरी 2023 के बीच अंतर्राष्ट्रीय गैस सूचकांकों (जेकेएम) में गैस की कीमतों में 228 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है, भारत में सीएनजी मूल्यवृद्धि (दिल्ली प्रतिनिधि बाजार) लगभग 83 प्रतिशत तक सीमित था।

–आईएएनएस

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नई दिल्ली, 16 मार्च (आईएएनएस)। पिछले एक साल की अवधि के दौरान दिल्ली में सीएनजी की कीमत में करीब 38 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जबकि एलपीजी सिलिंडर की कीमत में करीब 22 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (दिल्ली) के लिए सीएनजी की तुलनात्मक कीमत 1 मार्च, 2022 को 57.01 रुपये प्रति किलोग्राम थी और इस साल 1 मार्च को यह बढ़कर 79.56 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।

इसी तरह एक एलपीजी सिलिंडर (14.4 किलोग्राम) की कीमत एक मार्च 2022 को 899.50 रुपये थी और एक मार्च तक यह 1,103 रुपये हो गई।

भारत अपनी घरेलू एलपीजी खपत का 60 प्रतिशत से अधिक आयात करता है।

औसत सऊदी अनुबंध मूल्य (सीपी), जिस पर घरेलू एलपीजी की कीमतें आधारित हैं, 2019-20 से 2021-22 के दौरान 454 डॉलर/एमटी से बढ़कर 693 डॉलर/एमटी हो गया।

2022-23 के दौरान फरवरी 2023 के लिए सऊदी सीपी 790 डॉलर/एमटी तक बढ़ गया है।

हालांकि, सरकार घरेलू एलपीजी की प्रभावी कीमत को संशोधित करना जारी रखती है।

घरेलू एलपीजी की बिक्री पर सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) को भारी नुकसान हुआ है।

पेट्रोलियम मंत्रालय ने गुरुवार को लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि इन नुकसानों की भरपाई के लिए सरकार ने हाल ही में ओएमसी को 22,000 करोड़ रुपये का एकमुश्त मुआवजा दिया है।

मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा कि सरकार ने प्रधानमंत्री उज्‍जवला योजना (पीएमयूवाई) के लाभार्थियों के लिए वर्ष 2022-23 के लिए 12 रिफिल तक 200 रुपये प्रति 14.2 किलोग्राम सिलेंडर की लक्षित सब्सिडी शुरू की है।

जवाब में कहा गया, सरकार ने प्राकृतिक गैस की कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए कई पहल की हैं। जबकि जनवरी 2021 और फरवरी 2023 के बीच अंतर्राष्ट्रीय गैस सूचकांकों (जेकेएम) में गैस की कीमतों में 228 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है, भारत में सीएनजी मूल्यवृद्धि (दिल्ली प्रतिनिधि बाजार) लगभग 83 प्रतिशत तक सीमित था।

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नई दिल्ली, 16 मार्च (आईएएनएस)। पिछले एक साल की अवधि के दौरान दिल्ली में सीएनजी की कीमत में करीब 38 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जबकि एलपीजी सिलिंडर की कीमत में करीब 22 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (दिल्ली) के लिए सीएनजी की तुलनात्मक कीमत 1 मार्च, 2022 को 57.01 रुपये प्रति किलोग्राम थी और इस साल 1 मार्च को यह बढ़कर 79.56 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।

इसी तरह एक एलपीजी सिलिंडर (14.4 किलोग्राम) की कीमत एक मार्च 2022 को 899.50 रुपये थी और एक मार्च तक यह 1,103 रुपये हो गई।

भारत अपनी घरेलू एलपीजी खपत का 60 प्रतिशत से अधिक आयात करता है।

औसत सऊदी अनुबंध मूल्य (सीपी), जिस पर घरेलू एलपीजी की कीमतें आधारित हैं, 2019-20 से 2021-22 के दौरान 454 डॉलर/एमटी से बढ़कर 693 डॉलर/एमटी हो गया।

2022-23 के दौरान फरवरी 2023 के लिए सऊदी सीपी 790 डॉलर/एमटी तक बढ़ गया है।

हालांकि, सरकार घरेलू एलपीजी की प्रभावी कीमत को संशोधित करना जारी रखती है।

घरेलू एलपीजी की बिक्री पर सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) को भारी नुकसान हुआ है।

पेट्रोलियम मंत्रालय ने गुरुवार को लोकसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि इन नुकसानों की भरपाई के लिए सरकार ने हाल ही में ओएमसी को 22,000 करोड़ रुपये का एकमुश्त मुआवजा दिया है।

मंत्रालय ने अपने जवाब में कहा कि सरकार ने प्रधानमंत्री उज्‍जवला योजना (पीएमयूवाई) के लाभार्थियों के लिए वर्ष 2022-23 के लिए 12 रिफिल तक 200 रुपये प्रति 14.2 किलोग्राम सिलेंडर की लक्षित सब्सिडी शुरू की है।

जवाब में कहा गया, सरकार ने प्राकृतिक गैस की कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए कई पहल की हैं। जबकि जनवरी 2021 और फरवरी 2023 के बीच अंतर्राष्ट्रीय गैस सूचकांकों (जेकेएम) में गैस की कीमतों में 228 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है, भारत में सीएनजी मूल्यवृद्धि (दिल्ली प्रतिनिधि बाजार) लगभग 83 प्रतिशत तक सीमित था।

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