नई दिल्ली, 30 सितंबर (आईएएनएस)। दिल्ली में कूड़े को लेकर एक बार फिर से राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है। भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने शनिवार को दिल्ली नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष सरदार राजा इकबाल सिंह, पूर्व महापौर हर्ष मलहोत्रा एवं योगेन्द्र चंदोलिया, विधायक अनिल वाजपेयी, निगम पार्षद संदीप कपूर और पार्टी के अन्य नेताओं के साथ गाज़ीपुर लैंडफिल साइट का दौरा किया।
इसके बाद केजरीवाल सरकार और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि गाजीपुर लैंडफिल साइट से कूड़ा निस्तारण को लेकर 2022 नगर निगम चुनाव से पहले आप ने बड़े-बड़े दावे किये थे। लेकिन, उनके नगर निगम में सत्ता में आने के 8 महीने बाद भी कूड़ा निस्तारण कार्य लगभग ठप पड़ा है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने दिल्ली के सीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले वर्षों में गाज़ीपुर लैंडफिल साइट पर बार-बार राजनीतिक पर्यटन करने वाले मुख्यमंत्री बताएं कि 8 महीने से गाज़ीपुर लैंडफिल से कूड़ा निस्तारण क्यों बंद है? सीएम यह भी बताएं कि पिछले 8 महीनों में उन्होंने लैंडफिल साइटों से कूड़ा निस्तारण को लेकर- खासकर गाजीपुर एवं ओखला लैंडफिल साइट को लेकर (जहां पर सफाई काम ठप्प है ) अधिकारियों के साथ एक भी बैठक की है?
सचदेवा ने आरोप लगाया कि गाज़ीपुर से अधिक से अधिक 1000 मीट्रिक टन कूड़े का दैनिक निस्तारण होता है पर यहां रोज़ लगभग 2500 मीट्रिक टन गीला बदबूदार कूड़ा नया डल रहा है जिसकी वजह से यहां कूड़े का नया पहाड़ उठ रहा है।
उन्होंने कहा कि आज मुख्यमंत्री केजरीवाल भलस्वा लैंडफिल साइट पर कुछ तेज़ी से हो रहे कूड़े के निस्तारण का श्रेय लेने पहुंचे हैं पर सच्चाई यह है कि उसमें उनकी कोई भूमिका नहीं है। भलस्वा लैंडफिल साइट पर जो निस्तारण हो रहा है उसके टेंडर नवंबर 2022 से पूर्व स्पेशल ऑफिसर ने किए थे और निस्तारण में एमसीडी के साथ ही डीडीए भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
उन्होंने 2020 से 2022 के दौरान गाजीपुर में तेज़ी से हुए कूड़े के निस्तारण का श्रेय भाजपा सांसद गौतम गंभीर और तत्कालीन भाजपा निगम नेतृत्व को देते हुए यह आरोप लगाया कि 2021-22 में जो आम आदमी पार्टी लैंडफिल साइट से सफाई में भ्रष्टाचार दिखाती थी आज खुद कोई काम नहीं कर रही है। भ्रष्टाचार और अकर्मण्यता फैला रही है और काम की जो रफ्तार आज है उससे तो लगता है कि गाज़ीपुर में 2025 मे एक नहीं दो ऊंचे पहाड़ होंगे।
भाजपा नेता ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने जनवरी 2024 तक तीनों लैंडफिल साइट साफ करने का वादा दिल्ली नगर निगम 2022 चुनाव की दस गारंटी मे किया था पर आज हालत यह है कि लैंडफिल साइटों पर कूड़ा घटने की जगह बढ़ रहा है। गाजीपुर लैंडफिल साइट के आसपास रहने वाले ही नहीं पूरी दिल्ली के लोग खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं और मुख्यमंत्री से जवाब चाहते हैं कि आखिर गाज़ीपुर लैंडफिल साइट कब साफ होगी।
उन्होंने कहा कि बेहतर होगा कि अरविंद केजरीवाल झूठा श्रेय लेने की जगह दिल्ली वालों से झूठे सपने दिखाने के लिए माफी मांगे।
–आईएएनएस
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