नई दिल्ली, 13 जून (आईएएनएस)। दिल्ली में पेयजल की गंभीर किल्लत बनी हुई है। गुरुवार को तेज गर्मी के बीच दिल्ली के कई रिहायशी इलाकों में पेयजल आपूर्ति बाधित रही। इन इलाकों में पानी के टैंकरों से जलापूर्ति की गई, जिसके लिए लंबी-लंबी कतारें देखी गई। दिल्ली सरकार का मानना है कि फिलहाल 40 एमजीडी पानी की कमी है।
दिल्ली सरकार के मुताबिक यह कमी तभी दूर हो सकती है, जब दिल्ली को दूसरे राज्यों से अतिरिक्त पानी की आपूर्ति हो। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में भी इस मामले पर सुनवाई हुई। सुप्रीम कोर्ट ने अपर यमुना रिवर बोर्ड को सभी पक्षों के साथ मीटिंग करके जल्द निर्णय लेने का निर्देश दिया है।
दिल्ली की जल मंत्री आतिशी के मुताबिक दिल्ली के सभी विभागों को पानी की बर्बादी रोकने के काम पर लगाया गया है। बावजूद इसके जो 40 एमजीडी पानी की कमी है, वह इससे पूरी नहीं हो सकेगी। दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से भी आग्रह किया है कि अगले कुछ दिन अतिरिक्त जलापूर्ति की जाए।
दरअसल, अगले कई दिनों तक दिल्ली में तेज गर्मी और हीटवेव चलेगी। वहीं, दिल्ली को हिमाचल प्रदेश से अतिरिक्त पानी मिलने की उम्मीद भी कम होने लगी है। जल संकट का विषय तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के समक्ष भी रखा गया।
गुरुवार को आतिशी ने जेल में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाक़ात की। इस दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंत्री आतिशी से दिल्ली में बिजली और पानी की स्थिति पर रिपोर्ट ली।
आतिशी के मुताबिक मुख्यमंत्री ने शहर में पानी की मौजूदा समस्या के तुरंत समाधान के निर्देश दिए हैं। साथ ही सभी विधायकों को ग्राउंड पर जाकर पानी की समस्या को दूर करने के निर्देश दिए हैं।
आतिशी ने कहा कि मुलाक़ात के दौरान मुख्यमंत्री ने सबसे पहले दिल्ली में बिजली और पानी की स्थिति की रिपोर्ट ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें खबरों के माध्यम से पता चला है कि दिल्ली में पानी की समस्या है और लोग परेशान हैं। दिल्ली की पानी की कमी को दूर करने के लिए जो-जो कदम उठाने की जरूरत है, जल्द से जल्द उठाए जाएं।
गौरतलब है कि दिल्ली में पेयजल का संकट लगातार गहराता जा रहा है। दिल्ली के कई रिहायशी इलाकों में पेयजल उपलब्ध नहीं है। ऐसे में दिल्ली सरकार ने उत्तर प्रदेश, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश से अतिरिक्त पानी छोड़ने की मांग की है।
–आईएएनएस
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