नई दिल्ली, 22 अगस्त (आईएएनएस)। ओलंपिक में पदक जीतने के दृष्टिकोण से बॉक्सिंग एक बेहद अहम खेल बनकर उभरा है। इंडियन एमेच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन के अध्यक्ष राकेश मिश्रा ने कहा है कि बॉक्सिंग में महिलाएं और पुरुष आगामी ओलंपिक में देश के लिए मेडल जीतेंगे।
आईएएनएस से बात करते हुए राकेश मिश्रा ने कहा, “इंडियन एमेच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन, भारत का सबसे पुराना फेडरेशन है। यह संस्था 1948 से काम कर रही है और बॉक्सिंग के क्षेत्र में राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के साथ-साथ खेल के महाकुंभ ओलंपिक तक बॉक्सर्स को लेकर गई है।”
उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश बॉक्सिंग की प्रतिभाओं को राष्ट्रीय मंच देने की रही है।
राकेश मिश्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खेलो इंडिया के तहत जो सुविधाएं दी हैं, उसका लाभ बॉक्सिंग क्षेत्र को भी उठाना चाहिए। पीएम मोदी का सपना है कि 2036 ओलंपिक में भारतीय एथलीट ज्यादा से ज्यादा पदक जीतें। बॉक्सिंग ऐसा क्षेत्र है, जिसमें महिला और पुरुष दोनों मेडल ला सकते हैं। मैरीकॉम हों या विजेंद्र सिंह हो सभी इंडियन एमेच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन से खेलकर ही पदक जीते हैं।
उन्होंने कहा कि फेडरेशन दिल्ली में दो दिन (23 और 24 अगस्त) तक इंडिया गेट के पास स्थित नेशनल स्टेडियम में शाम 6 बजे से रात 10 बजे तक दोनों दिन 14-14 खिलाड़ियों के अलग-अलग भार वर्ग में ओलंपिक के हिसाब से मैच आयोजित किए जाएंगे। खिलाड़ियों को पुरस्कार भी अच्छे मिलेंगे। लोग देखने भी आएंगे। इसका प्रसारण दूरदर्शन पर होगा। इससे देश के अलग-अलग हिस्सों में बॉक्सिंग में रुचि रखने वाले खिलाड़ियों को इस संस्था और हमारे द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी होगी।
बॉक्सिंग ओलंपिक में मेडल लाने के दृष्टिकोण से निश्चित रूप से एक अहम खेल बनकर उभरा है। मैरीकॉम और विजेंद्र सिंह के बाद लवलीना बोरगोहेन ने भी टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज जीता है। 2028 ओलंपिक में भी बॉक्सिंग में पदक की उम्मीद है।
–आईएएनएस
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