नई दिल्ली,17 अक्टूबर (आईएएनएस)। राजधानी में बढ़ते प्रदूषण को लेकर दिल्ली सरकार 21 सूत्रीय विंटर एक्शन प्लान पर काम कर रही है।
इस बीच दिल्ली में लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने लगी है। गुरुवार को कई इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) खराब श्रेणी में पहुंच गया।
अलीपुर में एक्यूआई 261 दर्ज किया गया है। अशोक विहार में 261, द्वारका सेक्टर-8 में 339, मुंडका में 370, पटपड़गंज में 322 दर्ज किया गया है।
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बीच तमिलनाडु से दिल्ली आए महावीर ने आईएएनएस से बात की। उन्होंने बताया कि प्रदूषण से बचाव के लिए चेहरे पर मास्क लगाया है। मैंने सुना है कि दिल्ली में अक्टूबर माह में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता है। यह अब महसूस भी हो रहा है। मुझे सांस लेने में तकलीफ हो रही है। इसलिए मास्क लगाकर घूमना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार जो गाइडलाइंस प्रदूषण की रोकथाम के लिए बना रही है, उसे आम लोगों को भी फॉलो करना चाहिए। जिससे प्रदूषण के स्तर को कम किया जा सके।
बता दें कि हाल ही में दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने कहा था करीब तीन माह के बाद वायु की गुणवत्ता खराब श्रेणी में पहुंची है। इसे देखते हुए ग्रैप-1 लागू कर दिया गया है। वहीं, दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और गोपाल राय ने दिल्ली में बढ़ रहे प्रदूषण को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इस बैठक के बाद बताया गया था कि धूल प्रदूषण रोकने के लिए 99 टीमें निर्माण स्थलों का निरीक्षण करेंगी। जिसमें पीडब्ल्यूडी से 200, एमसीडी से 30, एनसीआरटीसी 14 और डीएमआरसी से 80 एंटी स्मॉग गन की तैनाती की जाएगी।
दिल्ली सरकार ने दिल्ली के लोगों से अपील की है कि वह पटाखे न जलाए, कहीं पर भी प्रदूषण होता पाएं तो ग्रीन दिल्ली एप पर सूचना दें।
–आईएएनएस
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