नई दिल्ली, 23 सितंबर (आईएएनएस)। दिल्ली पुलिस की विजिलेंस यूनिट ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए आईएफएसओ (इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस) स्पेशल सेल में तैनात सब-इंस्पेक्टर करमवीर सिंह (बैच 2010, कर्मचारी संख्या डी-5054) को 2 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
विजिलेंस यूनिट को यह शिकायत शिकायतकर्ता विष्णु बिश्नोई और उनके वकील विशाल सोजित्रा ने दी थी। शिकायत में बताया गया कि एसआई करमवीर सिंह ने विष्णु का बैंक खाता और उससे जुड़े कई अन्य खातों को फ्रीज कर दिया था। इसके बाद उन्हें बीएनएसएस की धारा 35(3) के तहत नोटिस भेजा गया, जिसमें जांच में शामिल होने का निर्देश दिया गया था।
विष्णु और उनके वकील ने बताया कि वे कई बार आईएफएसओ के दफ्तर जाकर जांच में सहयोग कर चुके थे, लेकिन इसके बावजूद एसआई करमवीर सिंह ने उनके खातों को डिफ्रीज करने के लिए 5 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की। विष्णु द्वारा खाता डिफ्रीज कराने के लिए अदालत में आवेदन भी लंबित है।
मंगलवार को करमवीर सिंह ने विष्णु को द्वारका सेक्टर-14 मेट्रो स्टेशन पर बुलाया, जहां पहली किश्त के रूप में 2 लाख रुपए रिश्वत लेने की योजना थी। करमवीर सिंह अपनी निजी कार में आया और विष्णु को अंदर बैठाकर कार चलाने लगा। विजिलेंस टीम पहले से तैयार थी और कार का पीछा करने लगी।
करीब 2 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद विजिलेंस टीम ने द्वारका में कार को रोक लिया। करमवीर सिंह ने भागने की कोशिश की लेकिन टीम ने उसे पकड़ लिया। उसके कार के डैशबोर्ड से रिश्वत की रकम 2 लाख रुपए बरामद हुई।
इस मामले में थाना विजिलेंस में एफआईआर संख्या 22/2025 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपी एसआई करमवीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है। जानकारी के अनुसार, वह 2019 से आईएफएसओ यूनिट में तैनात था।
दिल्ली पुलिस की विजिलेंस यूनिट ने नागरिकों से अपील की है कि अगर किसी भी पुलिसकर्मी द्वारा रिश्वत की मांग की जाए तो तुरंत इसकी शिकायत करें। इसके लिए विजिलेंस हेल्पलाइन नंबर 1064 पर संपर्क किया जा सकता है।
–आईएएनएस
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